केंद्र सरकार ने दंगों में मारे गए लोगों की संख्या धर्म के आधार पर बताई है। गृह मंत्रालय ने मंगलवार को जारी आंकड़ों में बताया कि इस साल 15 सितंबर तक देश के अलग-अलग हिस्सों में मुजफ्फरनगर समेत 479 दंगे हुए। इनमें 107 लोगों की जानें गईं, जिनमें से 66 मुस्लिम और 41 हिंदू थे।
सांप्रदायिक तनाव की घटनाओं में देशभर में 1,697 लोग घायल हुए, जिनमें 794 हिंदू और 703 मुस्लिम थे। इनके अलावा 200 पुलिसकर्मी भी घायल हुए। पिछले साल देशभर में 640 सांप्रदायिक दंगे हुए थे, जिनमें 93 लोगों की मौत हुई। इनमें से 48 मुस्लिम, 44 हिंदू और 1 पुलिसकर्मी था। 2,067 घायलों में 1,010 हिंदू और 787 मुस्लिमों के अलावा 222 पुलिसकर्मी और 48 अन्य थे।
राज्यों की बात करें, तो इस साल अभी तक यूपी में सबसे ज्यादा दंगे हो चुके हैं। पिछले साल भी दंगों में मरने वाले सबसे ज्यादा 39 लोग यूपी में थे। वहां दंगों की 117 घटनाओं में 20 हिंदू और 19 मुस्लिम मारे गए थे। 266 हिंदू और 197 मुस्लिम घायल भी हुए थे। पिछले साल गुजरात में दंगों की 57 और तनाव की 20 घटनाएं हुई थीं, जिनमें से 4 हिंदू और 1 मुस्लिम था। घायलों में 82 हिंदू और 91 मुस्लिम थे। इस साल बिहार में 40 सांप्रदायिक दंगों, तनाव की 25 घटनाओं में 9 लोग मारे गए, जिनमें 5 हिंदू और 4 मुस्लिम थे, जबकि घायलों में 123 हिंदू और 66 मुस्लिम थे। पिछले साल वहां 20 दंगों और तनाव की 30 घटनाओं में 3 हिंदू मारे गए थे। महाराष्ट्र में 56 दंगों और तनाव की 100 घटनाओं में 3 हिंदू और 7 मुस्लिमों समेत 10 लोग मारे गए। घायलों में 101 हिंदू और 106 मुस्लिम थे।
मुजफ्फरनगर दंगों की जांच के लिए यूपी सरकार ने स्पेशल इनवेस्टिगेशन सेल (एसआईटी) बनाई है। यूपी के प्रिंसिपल सेक्रेटरी होम आर. एम. श्रीवास्तव ने बताया कि टीम में एएसपी रैंक के दो अफसर, 3 डीएसपी और 20 इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर होंगे। डीआईजी सहारनपुर और मेरठ के आईजी जांच की निगरानी करेंगे। उधर, जिला प्रशासन ने बताया कि दंगों में मरने वालों की संख्या 49 हो गई है, जबकि 12 लोग लापता हैं। इस बीच, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि बीजेपी के महासचिव अमित शाह के खिलाफ सांप्रदायिक दंगा भड़काने के पर्याप्त सबूत हैं।
मुजफ्फरनगर दंगा मामले में फर्जी विडियो इंटरनेट पर डालकर भावनाएं भड़काने के आरोप में गिरफ्तार बीजेपी विधायक संगीत सोम पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत नया मामला दर्ज किया गया है। डीएम कौशलराज शर्मा ने बताया कि उनका वॉरंट उरई जेल में भेजा जाएगा। इस बीच, सोम ने अपनी जमानत याचिका वापस ले ली, जबकि भड़काऊ भाषण देने के आरोपी बीसएपी विधायक नूर सलीम और बीजेपी विधायक सुरेश राणा को जमानत दे दी गई।
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