इस बात पर जोर देते हुए कि सौहार्द और सहिष्णुता भारतीय लोकाचार की बुनियाद हैं, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शुक्रवार को कहा कि शांति और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखना हर नागरिक का कर्तव्य है। यहां वर्ष 2011-12 के लिए राष्ट्रीय सांप्रदायिक सौहार्द सम्मान प्रदान करते हुए उन्होंने कहा, "यद्यपि सामाजिक शांति और सौहार्द कायम रखना सरकार का काम है, फिर भी इसकी जिम्मेदारी को हर नागरिक के कर्तव्य से पृथक नहीं की जा सकती।" राष्ट्रपति ने कहा कि सौहार्द और सहिष्णुता भारतीय लोकाचार, परंपरा और इतिहास की बुनियाद हैं।
उन्होंने कहा, "इसी विरासत के दम पर भारत ने अपने अंक में विभिन्न धर्मो, सुधार आंदोलनों और सदी तक हमारी चेतना को प्रभावित करने वाले पुनर्जागरण को समेटा और अपनाया।" मुखर्जी ने कहा, "हमारे संविधान ने सभी भारतीयों के बीच सौहार्द और भाईचारे की भावना को प्रोत्साहित करने के लिए धर्म, भाषा और क्षेत्र या सामुदायिक विविधता को परे रखते हुए हर नागरिक के बुनियादी कर्तव्य को रेखांकित किया है।"
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