वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर 'तथ्यों के साथ फर्जी मुठभेड़' करने का आरोप लगाया है। उन्होंने सोमवार को कहा कि बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के दौरान 8.4% की आर्थिक वृद्धि दर का मोदी का दावा सचाई से कोसों दूर है। हालांकि, बीजेपी की ओर से इसका जवाब देते हुए यशवंत सिन्हा ने कहा कि चिदंबरम तथ्यों के साथ आतंकवाद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि चिदंबरम औसत निकालकर आंकड़ों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। यशवंत सिन्हा ने कहा, 'जब एनडीए की सरकार गई तो ग्रोथ रेट 8.6% था और आज 4.8% है। चिदंबरम इस बात का जिक्र क्यों नहीं कर रहे हैं?' उन्होंने चिदंबरम को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि उन्हें बताना चाहिए कि वह जब-जब वित्त मंत्री बनते हैं ग्रोथ रेट क्यों गिर जाता है।
इससे पहले चिदंबरम ने एक बयान में कहा, 'अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार के 6 साल (1998-99 से 2003-04) का औसत 6.0 प्रतिशत था और उस सरकार के पिछले 5 साल (1999-2000 से 2003-04) का औसत 5.9 प्रतिशत रहा है।' उन्होंने कहा कि इसके विपरीत कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के पहले कार्यकाल में औसत वृद्धि दर 8.4% रही, जबकि यूपीए के दूसरे कार्यकाल में पहले 4 साल का औसत 7.3 प्रतिशत रही। चिदंबरम ने वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के 6 साल के दौरान दर्ज वृद्धि दर के बारे में कहा, '2001-02 और 2002-03 ये 2 साल बेहद खराब रहे। वित्त वर्ष 2000-01 में आर्थिक वृद्धि 4.3 प्रतिशत और 2002-03 में 4 प्रतिशत थी।'
चिदंबरम का यह बयान मोदी के इस दावे की प्रतिक्रिया है, जिसमें गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा था कि वाजपेयी सरकार का कार्यकाल स्वर्णिम रहा था। उस समय ग्रोथ रेट 8.4% था और आज 4.8% है। इसके जवाब में वित्त मंत्री ने कहा, 'तथ्यों के साथ इससे बड़ा खिलवाड़ नहीं हो सकता। मुझे समझ में नहीं आता कि नरेंद्र मोदी को तथ्यों के साथ फर्जी मुठभेड़ करने की क्या जरूरत है। तथ्यों को छुपाया नहीं जा सकता।'
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