संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून ने सोमवार को कहा कि जांच में सीरिया में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल की पुष्टि होने पर अंतर्राष्ट्रीय बिरादरी को कार्रवाई करनी चाहिए। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, मून ने सोमवार को कहा कि वह इस मामले में कार्रवाई के संबंध में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के लिए प्रस्ताव तैयार कर रहे हैं क्योंकि 'यह एक घृणास्पद अपराध होगा'।
मून ने संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा, "सीरिया का मसला इस तरह छाया रहा कि जी-20 शिखर सम्मेलन में किसी भी अन्य राजनीतिक गतिविधि पर चर्चा नहीं हुई। मैंने जिन देशों के नेताओं के साथ वार्ता की, यह मुद्दा उन द्विपक्षीय बैठकों में भी छाया रहा।" जी-20 शिखर सम्मेलन पिछले सप्ताह रूस के सेंट पीटर्सबर्ग शहर में आयोजित हुआ था।
मून के सामने अभी जांच दल की रिपोर्ट पेश नहीं की गई है। उन्होंने कहा, "मुख्य ध्यान रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल और जांच दल द्वारा पेश की जाने वाली अगली रिपोर्ट पर है। लेकिन मैं जानता हूं कि 21 अगस्त को हुए रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल पर विशेष अटकलें लगाई जा रही हैं, जिसमें सैंकड़ों लोगों की जान चली गई थी।"
महासचिव ने कहा, "अगर इसकी पुष्टि हो जाती है, तो यह घृणास्पद अपराध होगा और अंतर्राष्ट्रीय बिरादरी को कुछ न कुछ जरूर करना होगा।" क्या स्वीडन के विशेषज्ञ ऐक सेल्स्ट्रॉम के नेतृत्व में जांच दल ने रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल की पुष्टि की है? इस सवाल के जवाब में मून ने कहा, "अगर ऐसा होता है तो सुरक्षा परिषद संयुक्त रूप से प्रतिक्रिया देगी और वास्तव में इसकी वैश्विक निंदा किए जाने की जरूरत होगी।"
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