अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सोमवार को रूस के उस प्रस्ताव का स्वागत किया, जिसमें कहा गया है कि सीरिया के रासायनिक हथियारों को अंतर्राष्ट्रीय नियंत्रण में ले लिया जाए। अमेरिका ने इस प्रस्ताव को एक 'संभावित सकारत्मक प्रगति' करार दिया है और कहा है कि इससे सीरिया संकट के समाधान का कोई रास्ता निकल सकता है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, उन्होंने हालांकि इस बात की चेतावनी भी दी है कि इस प्रस्ताव का इस्तेमाल कार्रवाई को रोकने की रणनीति के रूप नहीं होना चाहिए।
विभिन्न टेलीविजन चैनलों को दिए साक्षात्कार में ओबामा ने कहा कि वह सीरिया संकट का समाधान सैन्य हमले की जगह कूटनीतिक रूप से किए जाने को तरजीह देंगे। उन्होंने कहा कि अगर सीरिया सरकार रासायनिक हथियारों को अपने नियंत्रण से मुक्त कर देती है तो वह सैन्य कार्रवाई स्थगित कर देंगे। ओबामा ने कहा, "विदेश मंत्री जॉन केरी और राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित टीम के लोग रूस के साथ बातचीत करेंगे और अंतर्राष्ट्रीय बिरादरी को इस बात का इंतजार करना है कि क्या हम कुछ ठोस और गंभीर समाधान ला सकते हैं।"
ओबामा ने हालांकि कहा कि उन्हें इस बात पर संदेह है सीरिया रासायनिक हथियारों को नियंत्रण मुक्त कर देगा। उन्होंने सीएनएन चैनल से कहा कि अमेरिकी प्रशासन रूस और सीरिया से बातचीत करेगा। उन्होंने सोमवार को छह चैनलों को दिए साक्षात्कार के दौरान एनबीसी से कहा, "हम फिलहाल सीरिया पर जो दबाव बनाए हुए हैं, यदि यह कदम उसे बाधित करने की कोई रणनीति है, तो यह ठीक नहीं है और हम इसे पसंद नहीं करते।"
ओबामा ने कहा कि यह प्रस्ताव उनके लिए नया नहीं है, क्योंकि वह रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन से जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान इस तरह के समाधान पर चर्चा कर चुके हैं। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने सोमवार को यह प्रस्ताव रखा था और सीरिया से उसके रासायनिक हथियारों के जखीरे को अंतर्राष्ट्रीय नियंत्रण में रखे जाने की मांग की थी ताकि उसे नष्ट किया जा सके। इस प्रस्ताव पर सीरिया ने सकारात्मक प्रतिक्रिया जाहिर की थी।
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