भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता अरुण जेटली ने यहां शुक्रवार को कहा कि पार्टी ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी बनाने का फैसला सही वक्त पर लिया, लेकिन वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी का संसदीय बोर्ड की बैठक से अनुपस्थित रहना दुख का विषय है। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष जेटली ने समाचार चैनल 'टाइम्स नाउ' से कहा कि पार्टी संसदीय बोर्ड ने गुजरात के मुख्यमंत्री का नाम प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी के रूप में घोषित कर पार्टी कार्यकर्ताओं की इच्छा को प्रतिबिंबित किया है।
उन्होंने कहा, "पार्टी ने सही फैसला सही वक्त पर लिया। मुझे लगता है कि यह जीत दिलाने वाला फैसला है। देशभर में घूमकर किसी से भी पूछ लीजिए, मुझे विश्वास है कि सभी मोदी का ही नाम लेंगे।" जेटली ने कहा कि इस पार्टी का नेतृत्व हालांकि आडवाणी और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी करते रहे हैं लेकिन यह मुख्यतया कार्यकर्ता आधारित पार्टी है।
उन्होंने कहा, "भाजपा मुख्य रूप से कार्यकर्ताओं की पार्टी है। संसदीय बोर्ड ने कार्यकर्ताओं की अदम्य भावना को ध्यान में रखा है।" यह संकेत देते हुए कि 2014 के आम चुनाव में मुकाबला मोदी बनाम राहुल गांधी होगा, जेटली ने कहा कि इस बार का आम चुनाव लगभग राष्ट्रपति चुनाव की तरह होगा।
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