पाकिस्तान के पेशावर शहर में एक चर्च पर रविवार को हुए आत्मघाती हमले के बाद पूरे देश में उसके विरोध में प्रदर्शन हुए। दो आत्मघाती हमलावरों द्वारा किए गए विस्फोट में 81 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक घायल हो गए। समाचार पत्र डॉन ने सोमवार को खबर दी है कि ईसाई समुदाय के सदस्य पूरे देश में सड़कों पर उतर आए हैं और उन्होंने हमले के साजिशकर्ताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। इसके साथ ही उन्होंने सरकार से देश की ईसाई आबादी की सुरक्षा के लिए पर्याप्त व्यवस्था करने को कहा। पेशावर में भारी प्रदर्शन हुआ और प्रदर्शन कहीं-कहीं हिंसक भी हो गया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि ईसाई समुदाय ने देश के सभी बड़े शहरों -इस्लामाबाद, कराची, लाहौर, मुल्तान, फैसलाबाद, गुजरांवाला, हैदराबाद और क्वे टा- में प्रदर्शन किए। गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने विस्फोट में मृत लोगों के शवों को सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के वाहनों को भी जला दिया। क्रुद्ध भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा बलों को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। पीड़ितों के परिजनों ने शहर के लेडी रीडिंग अस्पताल के बाहर भी प्रदर्शन किया। इसी अस्पताल में रविवार को घायलों को इलाज के लिए लाया गया था। प्रदर्शनकारियों ने अस्पताल की खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें