महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के जीवन पर बनी फिल्म 'रामानुजन' के लिए स्कूल और कॉलेज के करीब 100 छात्रों ने अपने सर मुंडवा दिए। भारत-ब्रिटेन साझा सहयोग से कैंफर सिनेमा के निर्माण में बन रही फिल्म 1900 के दशक की पृष्ठभूमि पर आधारित है। फिल्म के निर्देशक ग्नाना राजशेखरन फिल्म में तमिल ब्राह्मण लड़कों को मुंडे सर और चोटी में दिखाना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने तमिलनाडु के वैदिक स्कूल और कुंभकोनम सरकारी कॉलेज के छात्रों को चुना।
फिल्म निर्माता वत्सन नाडाथुर ने एक बयान में कहा, "यह सचमुच एक कठिन काम था। फिल्म में काम कर रहे कुंभकोनम सरकारी कॉलेज के छात्र सर मुंडाने के लिए तैयार नहीं थे। मैंने उन्हें फिल्म की जरूरत और मुंडे सर के महत्व के बारे में समझाया और उनसे आग्रह किया। गणितज्ञ रामानुजन भी इसी कॉलेज के छात्र थे।"
राडाथुर ने बताया कि दो लड़के तो सर मुंडाने की बात पर आखिर में तब राजी हुए जब निर्देशक राजशेखरन ने उनसे कहा कि लड़कियां मुंडे सर वाले लड़कों पर मरती हैं। फिल्म में रामानुजन के कुंभकोनम से कैंब्रिज तक पहुंचने की कहानी को दर्शाया गया है। अभिनेता अभिनय वद्दी फिल्म में रामानुजन की भूमिका निभा रहे हैं।
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