प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने जम्मू में हुए आतंकवादी हमले के बाद कहा कि इस तरह के हमले बातचीत के जरिए समस्याओं का समाधान खोजने के हमारे प्रयासों को पटरी से नहीं उतार सकते। इस हमले में 12 लोगों की मौत हो गई है। मनमोहन सिंह ने गुरुवार को जम्मू इलाके में एक पुलिस थाने और सैन्य शिविर पर हुए हमले के बाद ट्विटर के जरिए कहा, "हम विरोध करने और आतंकवाद के खतरे को हराने के लिए दृढ़ हैं जिसे सीमा पार से प्रोत्साहन मिलना जारी है।"
उन्होंने कहा, "इस तरह के हमले बातचीत के जरिए समस्या का समाधान ढूंढने की हमारी कोशिशों को पटरी से उतारने में सफल नहीं होंगे न हमें रोक पाएंगे।" प्रधानमंत्री ने कहा कि हीरानगर पुलिस थाने और सांबा में सैन्य शिविर पर हुए इस जघन्य आतंकवादी हमले की जितनी भी कड़ी निंदा की जाए वह कम होगी।
उन्होंने इस हमले को शांति के दुष्मनों द्वारा किया गया एक और उकसाने वाला बर्बर कृत्य करार दिया। मनमोहन सिंह और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के बीच संयुक्त राष्ट्र महासभा के इतर 29 सितंबर को बैठक होने की संभावना है।
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