आतंकी हमले बातचीत को पटरी से नहीं उतार सकते : प्रधानमंत्री - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 26 सितंबर 2013

आतंकी हमले बातचीत को पटरी से नहीं उतार सकते : प्रधानमंत्री


manmohan singh
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने जम्मू में हुए आतंकवादी हमले के बाद कहा कि इस तरह के हमले बातचीत के जरिए समस्याओं का समाधान खोजने के हमारे प्रयासों को पटरी से नहीं उतार सकते। इस हमले में 12 लोगों की मौत हो गई है। मनमोहन सिंह ने गुरुवार को जम्मू इलाके में एक पुलिस थाने और सैन्य शिविर पर हुए हमले के बाद ट्विटर के जरिए कहा, "हम विरोध करने और आतंकवाद के खतरे को हराने के लिए दृढ़ हैं जिसे सीमा पार से प्रोत्साहन मिलना जारी है।"

उन्होंने कहा, "इस तरह के हमले बातचीत के जरिए समस्या का समाधान ढूंढने की हमारी कोशिशों को पटरी से उतारने में सफल नहीं होंगे न हमें रोक पाएंगे।" प्रधानमंत्री ने कहा कि हीरानगर पुलिस थाने और सांबा में सैन्य शिविर पर हुए इस जघन्य आतंकवादी हमले की जितनी भी कड़ी निंदा की जाए वह कम होगी।

उन्होंने इस हमले को शांति के दुष्मनों द्वारा किया गया एक और उकसाने वाला बर्बर कृत्य करार दिया। मनमोहन सिंह और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के बीच संयुक्त राष्ट्र महासभा के इतर 29 सितंबर को बैठक होने की संभावना है। 

कोई टिप्पणी नहीं: