प्रत्येक ग्राम आरोग्य केन्द्र को सुविधा संपन्न बनायें: कलेक्टर
- मातृ एवं शिशु सुरक्षा संबंधी कार्यशाला संपन्न
टीकमगढ़, 27 सितंबर 2013 । कलेक्टर डाॅ0 सुदाम खाडे ने कहा कि जिले के प्रत्येक ग्राम आरोग्य केंद्र को इतना सुविधा संपन्न बनायें जिससे सामान्य स्वास्थ्य सुविधायें ग्रामीणों को अपने गांव में ही मिल जायें । उन्होंने कहा इसके साथ ही यहाँ पदस्थ स्वास्थ्य कर्मी लोगों को स्वास्थ्य के संबंध में जागरूक करें । आपने कहा इसके लिए सेक्टर अधिकारी तथा बी.एम.ओ. स्तर से नियमित समीक्षा एवं मानीटरिंग की जाये। उन्होंने कहा यदि फिर भी सुविधाओं और व्यवस्थाओं में लापरवाही मिलेगी तो दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी ।
माइक्रो लेबल पर कार्य करने की जरूरत
डाॅ0 खाडे ने कहा कि ग्राम आरोग्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहित सभी स्वास्थ्य संस्थाओं को बेहतर बनाने हेतु माइक्रो लेबल पर कार्य करने की जरूरत है । उन्होंने कहा इसके लिए सेक्टर स्तर पर कमियों का आकलन करके एक माह में इन कमियों को दूर किया जाये । आपने कहा इसके साथ ही गांव-गांव में बेहतर स्वास्थ्य हेतु लोगों को जागरूक करने के लिए सघन प्रचार-प्रसार किया जाये । उन्होंने कहा हर लक्षित माँ और बच्चे तक जानकारी और सुविधायेें पहुचे यह सुनिश्चित किया जाये ।
वल्नरेबल पाॅकेट्स का चयन करें
डाॅ0 खाडे ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं के हिसाब से वल्नरेबल पाॅकेट्स का चयन करें तथा उनकी जरूरतों की समीक्षा कर उनका निराकरण किया जाये । उन्होंने कहा स्वास्थ्य कार्यक्रमों में समय का बहुत महत्व है इसलिए जो स्वास्थ्य सुविधायें जिस समय मिलनी चाहिए उसी समय मिल जायें यह सुनिश्चित किया जाये । आपने कहा कि इस कार्य में बी.एम.ओ. को जिम्मेदार और सक्षम बनाया जाये । उन्होंने जिला स्तर से निगरानी और सहयोगी की भूमिका निभाई जानी चाहिए । कार्यशाला में राज्य स्तर आये श्री संजय शर्मा ने बताया कि प्रदेश शासन स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर से बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है । उन्होंने कहा इस हेतु साधनों की कोई कमी नहीं है । आपने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार और सही आकलन के लिए जरूरी है कि हमारा डेटा (जानकारी) एकदम सही हो । उन्होंने कहा कि अटल बाल मिशन, सरदार पटेल निशुल्क औषधि वितरण एवं स्वास्थ्य सुविधाओं में निरंतर विस्तार के साथ म0प्र0 देश में दूसरे स्थान पर आ गया है । उन्होंने कहा लेकिन अभी भी कुछ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं से लोगों को जोड़ने में और अधिक कार्य करने की जरूरत है। कार्यशाला मे विकासखंड एवं ग्राम स्तर से मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम में आ रही कठिनाईयों तथा उन्हें दूर करने के बारे में विस्तार से चर्चा की गई । साथ ही चिकित्सकों सहित स्वास्थ्य कर्मियों को नवीनतम जानकारी उपलब्ध कराई गई । मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को और बेहतर बनाने के लिए महिला एवं बाल विकास सहित सभी संबंधित विभागों द्वारा समन्वित कार्ययोजना बनाकर कार्य करने पर जोर दिया गया । इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. ए.के. गुप्ता, सी.एस. डाॅ. सुनीत जैन, जिला टीकाकरण अधिकारी डाॅ0 ए.के. जैन, चिकित्सक, कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्री राजीव सिंह, बी.एम.ओ. तथा संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
अच्छी फसल के लिए मिट्टी परीक्षण करायें
टीकमगढ़, 26 सितंबर 2013 । सहायक मृदा सर्वेक्षण अधिकारी टीकमगढ़ ने बताया है, कि उर्वरकों की दिनों-दिन बढ़ रही कीमत को ध्यान में रखते हुये, वर्ष 2012-13 में जिले के प्रत्येक विकासखंड से मिट्टी नमूने एकत्रित किये गये और उन्हें मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला नौगाॅव जिला छतरपुर विश्लेषण के लिये भेजा गया। उन्होंने ने बताया कि इन सभी विकासखंडो की विश्लेषण रिपोर्ट के आधार पर जिले में नत्रजन का स्तर मध्यम, फारस्फोरस की कमी एवं पोटास अधिक मात्रा में उपलब्ध है । उन्होंने किसानों को सलाह दी है कि किसान फारस्फोरस (स्फुर) की पर्याप्त मात्रा अपने खेतों में डालें जिससे भूमि की उर्वरता सही बनी रहे । उन्होंने बताया कि जिले में आगामी रवी सीजन में मुख्य रूप से गेहूँ तथा चना की फसल ली जाती है, जिनमें उर्वरकांें का अनुपात इस प्रकार रखें-गेहूँ, सिंचित अवस्था में यूरिया 130 कि.ग्रा., एस.एस.पी. (सिंगल सुपर फास्फेट) 157 कि.ग्रा. तथा 10 कि.ग्रा. म्यूरेट आॅफ पोटास एवं असिंचित अवस्था में 39 कि.ग्रा. यूरिया, 150 के जी.एस.एस.पी., 6 कि.ग्रा. पोटास प्रति एकड़ के हिसाब से उपयोग करें, । साथ ही चने के लिये सिंचित अवस्था में 39 कि.ग्रा. यूरिया, 150 के.जी. एस.एस.पी. एवं 10 के.जी. पोटास तथा असिंचित अवस्था में 26 के.जी. यूरिया, 75 के.जी. एस.एस.पी. प्रति एकड़ के हिसाब से ही उपयोग करें । किसानों से अपील की गई है कि अपने खेत की मिट्टी का कम से कम 3 वर्ष में एक बार मिट्टी परीक्षण जरूर करायें तथा विश्लेषण रिपोर्ट के आधार पर उर्वरकों का प्रयोग करें।
ए.एस.सी. के सभी भूतपूर्व सैनिक/विधवाओं को सूचना
टीकमगढ़, 27 सितंबर 2013 । जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल जे.पी. शर्मा ने टीकमगढ़ जिले के सभी पूर्व सैनिकों को सूचित किया है कि ए.एस.सी. के सभी भूतपूर्व सैनिकों/विधवायें ए.एस.सी. सेंटर से कल्याणकारी योजनाओं से संबंधी जानकारी हेल्प लाइन के माध्यम से ले सकते है। साथ ही वे अपनी शिकायत/समस्याओं के निराकरण हेतु इन दूरभाष नंबरों पर संपर्क कर सकते है-आवश्यक मोबइल नं. 09480181706, सिविल फोन नंबर फैक्स हेतु 080-25590089, मिलिट्री फोन नंबर फैक्स हेतु यूनीफाइड कोड नंबर 460108 तथा एन.आई.सी. वेबसाइट ascrecords.south/nic.in
आज का तापमान
टीकमगढ़, 27 सितंबर 2013 । अधीक्षक भू-अभिलेख से प्राप्त जानकारी के अनुसार आज जिले का अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान 24.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। गत वर्ष आज के ही दिन अधिकतम तापमान 33.2 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान 21.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
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