अति संवेदनशील एवं संवेदनशील मतदान केन्द्रो पर विशेष नजर रखें - कलेक्टर श्री ओझा
- दायित्वों से अवगत हुए सेक्टर आफीसर
विधानसभा आम निर्वाचन 2013 को जिले में सुव्यवस्थित रूप से सम्पादित कराये जाने के उद्धेश्य से कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री एम0बी0ओझा द्वारा विधानसभावार सेक्टर आफीसरों की नियुक्तियां की जा चुकी है। निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान सेक्टर आफीसरों के क्या दायित्व होंगे से भलीभांति अवगत कराने के उद्धेश्य से जिला स्तर पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन बुधवार को एसएटीआई के पाॅलिटेक्निक सभागार कक्ष में आयोजित किया गया था। कलेक्टर श्री ओझा ने सेक्टर आफीसरों से कहा कि वे कार्य क्षेत्रों के अति संवेदनशील एवं संवेदनशील मतदान केन्द्रो पर विशेष नजर रखें। उन्होंने कहा कि क्षेत्र का भ्रमण कर मतदान केन्द्र, पहुंच मार्गों से भलीभांति अवगत हो। उन्होंने निर्वाचन प्रक्रिया को सुव्यवस्थित रूप से सम्पादित कराए जाने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए। कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि जिला स्तर पर कम्यूनिकेशन प्लान तैयार किया जा चुका है जिसकी एक प्रति प्रत्येक सेक्टर आफीसर अपने पास रखें। उन्होंने ऐसे मतदान केन्द्र जो आयोग के मापदण्डो अनुसार अति संवेदनशील एवं संवेदनशील घोषित किए गए है उन क्षेत्रों में प्रभावशील व्यक्तियों के प्रभाव के कारण आम मतदाता अपने मतों से वंचित ना हो का विशेष ध्यान रखा जाएं। कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि सेक्टर आफीसरो को ही कार्यपालिका मजिस्टेªट के अधिकार आयोग के दिशा निर्देशानुसार सौंपे जायेंगे जिनका वे निर्वाचन कार्यो के सम्पादन में उपयोग करेंगे। उन्होंने टीम वर्क की भावना से निर्वाचन कार्य सम्पादित कराने की अपेक्षा व्यक्त की। श्री ओझा ने कहा कि समस्त सेक्टर आफीसर अपने-अपने कार्य क्षेत्रों के एसडीएम व पुलिस अधिकारियों से सतत सम्पर्क बनाएं रखे और संयुक्त रूप से मतदान केन्द्रो का भ्रमण करें और क्षेत्र में घटित होने वाली घटनाओं पर सतत नजर रखें। उन्होंने अपने सम्पर्क नम्बरों को आमजनों तक पहुंचाने की भी सलाह दी ताकि निर्वाचन के दौरान कहीं कोई अप्रिय घटना होने का अंदेशा हो तो सम्पर्क सूत्रों से जानकारी प्राप्त हो सके और उसे घटित होने से पहले रोका जा सकेें। पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी ने कहा कि संवेदनशील गांवांे, मजरों टोलों का भ्रमण कर चिन्हांकन करें साथ ही साथ ऐसे व्यक्ति जो परोक्ष, अपरोक्ष रूप से निर्वाचन प्रक्रिया को प्रभावित कर सकते हैं उन पर सतत नजर रखी जाए। उन्होंने बताया कि प्रत्येक सेक्टर आफीसर के साथ दो-दो पुलिस कर्मी तैनात किए जायेंगे, साथ ही प्रत्येक विधानसभा के क्रमशः पांच-पांच दूरस्थ मतदान केन्द्रांे के सेक्टर आफीसरों को वायरलेंस सेट उपलब्ध कराएं जायेंगे। सेक्टर आफीसर, पुलिस आफीसर क्षेत्रों का सतत भ्रमण करते रहेंगे ताकि कोई भी घटना घटित होने से पहले प्रशासन की जानकारी में लाई जा सके। पुलिस अधीक्षक श्री चैधरी ने इस अवसर पर बताया कि जिले में निर्वाचन प्रक्रिय को निर्विघ्न रूप से सम्पादित कराने के लिए आवश्यक पुलिस बल, सीआरपी, आईसीपी, एसएसटी की टुकडियां उपलब्ध कराई जायेगी जो क्षेत्रांे मंे सतत भ्रमण करेंगी एवं आवश्यक क्षेत्रों पर भी मुहैया रहेंगी। उन्होंने सेक्टर आफीसरों से अपेक्षा व्यक्त की कि वे अपने-अपने तैनात क्षेत्रों के मतदान केन्द्रो का भ्रमण कर इस बात को भी सुनिश्चित करें की मोबाइल नेटवर्क किस कम्पनी के मिल रहे है संभव हो सकें तो उस कंपनी की सिम अपने मोबाइल में लगाकर रखें। जिला पंचायत के सीईओ श्री शशिभूषण सिंह ने प्रशिक्षणार्थियों से कहा कि निर्वाचन आयोग द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देशों का निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान अक्षरशः पालन करना सुनिश्चित करें। निर्वाचन से संबंधित किसी भी प्रकार की जिज्ञासा दबायें नहीं बल्कि मास्टर टेªनरों से उसका उपाय जाने। उन्होंने कहा कि प्रत्येक सेक्टर आफीसर को अपने कार्य क्षेत्र में भ्रमण कर प्रारूप एक, दो एवं तीन के निर्धारित प्रपत्र में जानकारी देना अतिआवश्यक है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक सेक्टर आफीसर को एक-एक वाहन उपलब्ध कराया जायेगा जिसमें रिजर्व दल के सदस्य और अतिरिक्त सामग्री भी मुहैया होगी ताकि ऐसे मतदान केन्द्र जिन पर रिजर्व दल अथवा निर्वाचन सामग्री की आवश्यकता परलिक्षित हो तो तत्काल मुहैया कराई जा सकें। इससे पहले मास्टर टेªनर्स श्री मढ़ीमोहन मेहता और श्री एस0एन0नेमा ने निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान सेक्टर आफीसरों के क्या दायित्व होंगे की बिन्दुवार जानकारी दी। वही पावर प्रेजेन्टेशन से भी ततसंबंधी जानकारियों से अवगत कराया गया। इस अवसर पर मास्टर टेªनरों द्वारा बतलाया गया कि मतदाताओं को क्षेत्र के बीएलओ द्वारा ही पर्ची जारी की जायेगी जो आयोग द्वारा मान्य की गई है। इस चुनाव में राजनैतिक दलों की पर्ची जो मतदाताओं को दी जाती है आयोग द्वारा अमान्य की गई है। जिले के प्रत्येक मतदाताओं को इपिक कार्ड जारी किए जा चुके है और मतदाताओं से अपेक्षा व्यक्त की गई कि मतदान दिवस पर वे अपने-अपने इपिक कार्ड साथ लाएं। मास्टर टेªनरों द्वारा जानकारी दी गई कि विधानसभा निर्वाचन हेतु भारत निर्वाचन आयोग द्वारा चिन्हित प्रति में भी बदलाव किया गया है जिसके अनुसार अब मतदाता सूची में महिला मतदाताओं के नाम के आगे सही के निशान की जगह गोल चिन्ह के रूप में निशान लगाया जायेगा। मतदान दिवस माकपोल के लिए भी नवीन दिशा निर्देश जारी किए गए है जिसके अनुसार प्रत्येक मतदान केन्द्र पर माकपोल के रूप में कम से कम पचास मत डालकर पोलिंग ऐजेन्टो को दिखाया जायेगा उक्त कार्यवाही प्रातः 6 से 6.30 बजे के मध्य सम्पादित की जायेगी।
निगरानी समितियों द्वारा कार्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण
कलेक्टर श्री एम0बी0ओझा द्वारा समस्त विभागों के जिलाधिकारियों एवं अधीनस्थ अमले को अपने-अपने मुख्यालय पर रहने के निर्देश पूर्व में ही जारी किए जा चुके हैं। उक्त निर्देशों के परिपालन में कार्यालयों के आकस्मिक निरीक्षण हेतु कलेक्टर श्री ओझा द्वारा एक निगरानी समिति अधीक्षक श्री खेमचंद अहिरवार के नेतृत्व में गठित की है जो आकस्मिक रूप से कार्यालयों का निरीक्षण कर उपस्थिति पंजी का जायजा लेकर अपने पालन प्रतिवेदन से कलेक्टर को अवगत करा रही है। कलेक्टेªट के अधीक्षक श्री खेमचंद अहिरवार एवं अन्य सदस्यों ने बुधवार को विभिन्न कार्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण किया और कार्यालयों में अनुपस्थित अधिकारी-कर्मचारियों को कारण बताओं नोटिस कलेक्टर द्वारा जारी करने के निर्देश दिए गए है। निगरानी समिति के सदस्यों द्वारा आरईएस के कार्यपालन यंत्री एवं अनुविभागीय कार्यालय का तथा किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग, आदिम जाति कल्याण विभाग, बाल सम्प्रेक्षण गृह का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उप संचालक कृषि विभाग के कार्यालय में विभागीय फोटोग्राफर आदित्य शर्मा, लेखापाल डी0बी0कडे एवं भृत्य घासीराम तथा आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक वर्ग-तीन हरेश मालवीय, भृत्य जगदीश दीक्षित और इमरत सिंह आर्य अनुपस्थित पाए जाने के फलस्वरूप संबंधितो को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है।
जिला बदर की कार्यवाही
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री एम0बी0ओझा ने पुलिस अधीक्षक के प्रतिवेदन पर एक प्रकरण में जिला बदर करने के आदेश जारी कर दिए हंै। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी द्वारा जारी आदेश में उल्लेख है कि थाना कुरवाई के ग्राम भौंरासा के आदतन अपराधी थान सिंह पुत्र माधव सिंह चैहान को मध्यप्रदेश राज्य सुरक्षा अधिनियम 1990 के अंतर्गत छह माह के लिए जिलाबदर की कार्यवाही की गई उक्त अवधि में थान सिंह को विदिशा जिले के साथ-साथ समीपवर्ती जिले रायसेन, भोपाल, गुना, अशोकनगर, सागर एवं राजगढ़ जिले की राजस्व सीमाओं से भी छह माह के लिए निष्कासित किए जाने का आदेश जारी किया गया है।
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