लालू यादव को कितने साल जेल में रहना पड़ेगा। सीबीआई की विशेष अदालत आज रांची में चारा घोटाले मामले में सजा का ऐलान करेगी। चाईबासा ट्रेजरी से अवैध निकासी के मामले में सोमवार को लालू समेत 38 लोगों को दोषी करार दिया गया था। लालू को 3 से 7 साल तक की सजा हो सकती है। कोर्ट में सजा पर बहस पूरी हो गई है, फैसला वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए दोपहर ढाई बजे सुनाया जाएगा।
चारा घोटाले में दोषी करार लालू यादव की सजा पर बहस रांची की स्पेशल सीबीआई कोर्ट में पूरी हो गई है। अब अदालत दोपहर 2.30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जेल में ही लालू को सजा सुना देगी। कोर्ट में बहस के दौरान दोनों ही पक्ष के वकीलों ने अपनी-अपनी दलीलें रखी हैं। लालू के वकील ने कम सजा देने की मांग करते हुए तर्क दिया कि लालू की उम्र 67 साल है और उन्हें कई बीमारियां हैं। रेल मंत्री के तौर पर लालू ने बेहतरीन काम किया है। लालू ने जांच में पूरा सहयोग किया था। लालू के ही आदेश के बाद 41 एफआईआर दर्ज की गई। लालू ने जांच एजेंसियों को सभी दस्तावेज मुहैया कराए। इसलिए लालू को कम सजा देने पर विचार किया जाए।
वहीं सीबीआई की तरफ से दलील दी गई कि ये सामान्य केस नहीं है, लालू बड़े पद पर रहे हैं, उनसे ऐसी उम्मीद नहीं है। इस केस में पहले ही काफी देर हो चुकी है, लोगों का भरोसा बनाए रखने के लिए कड़ी सजा देना जरूरी है। ये ऐतिहासिक फैसला रांची की बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में बंद लालू यादव समेत बाकी सभी दोषियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनाया जाएगा। झारखंड में ये पहली बार होगा जब कोई फैसला इलेक्ट्रॉनिक माध्यम के जरिए सुनाया जाएगा। शायद देश में भी ऐसा पहली बार होगा जब लालू जैसे हाई प्रोफाइल नेता को वीडियो लिंक के जरिए फैसला सुनाया जाएगा। आपको बता दें कि देशभर की जेलों और जिला अदालतों को जोड़ने के लिए चलाए जा रहे प्रोजेक्ट के तहत रांची की सिविल कोर्ट को भी टेली कॉन्फ्रेंसिंग सुविधा मिली है। आने वाले समय में देशी की लगभग 300 जेलों और दो हजार अदालतों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जोड़ा जाना है।
पूर्व मुख्यमंत्री, सांसद और आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव अब कैदी नंबर 3312 बन चुके हैं। सजा के ऐलान के साथ ही वो पूर्व सांसद बन जाएंगे। लालू यादव को चारा घोटाले के एक मामले में सहयोगी होने का दोषी पाया गया है। इस मामले में लालू, पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा औऱ जेडीयू सांसद जगदीश शर्मा समेत 38 लोगों को 3 से 7 साल तक की सजा हो सकती है। याचिकाकर्ताओं को उम्मीद है कि घोटाले का आकार देखते हुए दोषियों को ज्यादा से ज्यादा सजा मिलेगी।
चारा घोटाले का ये मामला चाईबासा ट्रेजरी से जुड़ा है। इसमें कागजों पर पशुओं के लिए फर्जी चारा दिखाकर 37 करोड़ 68 लाख रुपए अवैध रुप से निकाले गए थे। इसमें पशुपालन विभाग के अधिकारी, सप्लायर, आईएएस अफसर समेत कई राजनेताओं के नाम भी सामने आए। लालू यादव पर अन्य धाराओं सहित पूरे षडयंत्र में शामिल होने, फ्रुाच्वाड़ा और भ्रष्टाचार का मामला साबित हुआ है। लालू का परिवार और पार्टी पूरे मामले को राजनीतिक साजिश का नतीजा बता रहे हैं। लालू को कितनी सजा मिलेगी इस पर उनका औऱ उनकी पार्टी का राजनीतिक भविष्य निर्भर करता है। लालू के समर्थक ये दावा तो कर रहे हैं कि आने वाले चुनावों में लालू को वोटरों की सहानुभूति मिलेगी लेकिन लोगों से सीधा संपर्क टूटना दरअसल चुनावी राजनीति में बड़ी व्यवहारिक चुनौती बन सकता है।
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