भारतीय विमानन कंपनी जेट एयरवेज की 24 फीसदी हिस्सेदारी अबू धाबी की विमानन कंपनी एतिहाद एयरवेज को बेचने के प्रस्ताव को मंत्रिमंडल की मंजूरी मिलने के एक दिन बाद शुक्रवार को जेट एयरवेज के शेयरों में तेजी दर्ज की गई। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में बाजार के खुलते वक्त कंपनी के शेयर सात फीसदी से अधिक तेजी के साथ 414.70 रुपये पर कारोबार करते देखे गए। कंपनी के शेयर गुरुवार को 386.60 रुपये पर बंद हुए थे।
दोपहर करीब 12.54 बजे हालांकि कंपनी के शेयर शुरुआती बढ़त का अधिकांश हिस्सा गंवाते हुए 2.19 फीसदी तेजी के साथ 395.05 रुपये पर कारोबार करते देखे गए। आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने गुरुवार तीन अक्टूबर को एतिहाद-जेट सौदे को मंजूरी दे दी। इस मंजूरी के बाद किसी घरेलू विमानन कंपनी में विदेशी विमानन कंपनी के पहले निवेश का रास्ता साफ हो गया।
इस सौदे के तहत देश में करीब 2,057.66 करोड़ रुपये का विदेशी निवेश होगा। इस राशि का उपयोग जेट एयरवेज कर्ज उतारने और यात्री सुविधा बढ़ाने में करेगी। इस सौदे का प्रस्ताव 24 अप्रैल को रखा गया था। उससे करीब आठ महीने पहले सरकार ने घरेलू यात्री विमानन कंपनियों में विदेशी विमानन कंपनी के निवेश को अनुमति दी थी। जेट एयरवेज को 2012-13 में 485.50 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। 2011-12 में हालांकि यह घाटा और भी अधिक 1,236.10 करोड़ रुपये था।
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