तेलंगाना के गठन के खिलाफ विरोध-प्रदर्शनों के बीच वाईएसआर कांग्रेस प्रमुख जगनमोहन रेड्डी अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठ गए हैं।
जगनमोहन ने शुक्रवार से 72 घंटे बंद का ऐलान भी कर रखा है, जिसका असर सीमांध्र के इलाकों में दिख रहा है। वाईएसआर कांग्रेस के कार्यकर्ता जगह−जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी का एक दल राष्ट्रपति से मिलने दिल्ली जाएगा।
आंध्र प्रदेश को बांटने के विरोध में टीडीपी यानी तेलगू देशम पार्टी के प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू दिल्ली में सोमवार से आमरण अनशन करेंगे। जगनमोहन का कहना है कि केंद्र सरकार ने आंध्र प्रदेश विधानसभा में प्रस्ताव के बिना ही बंटवारे का फैसला लिया है जबकि छत्तीसगढ़, उत्तराखंड और झारखंड के गठन के वक्त विधानसभा में प्रस्ताव पारित किए गए थे।
सीमांध्र में बंद का आज भी असर दिख रहा है। तिरुपति में जगन मोहन रेड्डी की पार्टी के कार्यकर्ताओं ने रास्ता रोका, वहीं विशाखापट्टनम में बंद का असर दिख रहा है। इसे देखते हुए यहां सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। तटीय आंध्र और रायलसीमा में अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं।
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