राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू यादव के चारा घोटाला मामले में दोषी ठहराये जाने के एक दिन बाद पार्टी ने मंगलवार को अपनी मध्य प्रदेश इकाई भंग कर दी. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामदेव भंडारी ने कहा, ‘‘संजय सिलवत के नेतृत्व में राजद की मध्य प्रदेश इकाई को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया गया है. हमें यह पता चला कि वह भाजपा के साथ तालमेल करने और राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी में राजद इकाई के विलय का प्रयास कर रहे हैं. यह पार्टी विरोधी गतिविधि है और इसलिए पूरी राज्य इकाई को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.’’
राजद नेता ने बताया कि पार्टी प्रमुख से विचार विमर्श के बाद मध्य प्रदेश में पार्टी की नयी राज्य इकाई गठित की जायेगी. दरअसल राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के चारा घोटाला मामले में जेल जाते ही मध्यप्रदेश इकाई ने मुंह फेर लिया. मंगलवार को इकाई के प्रदेश अध्यक्ष संजय सिलवत ने अपने 15 जिला इकाइयों के पदाधिकारियों और सदस्यों के साथ भाजपा की शरण ले ली. सिलवत का कहना है कि राजद की रीति-नीति के प्रति कार्यकर्ताओं का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा था. इस असंतोष को दूर करने के लिए अन्य पार्टियों में जाने का मन बनाया. उन्होंने कहा कि हमें लगा कि भाजपा की विचारधारा में हम घुल-मिल जाएंगे और इसलिए उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जब-जब राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव से चर्चा हुई, उन्होंने कांग्रेस का समर्थन करने को बाध्य किया. कार्यकर्ताओं में इसी बात को लेकर नाराजगी पैदा हो गयी थी. उल्लेखनीय है कि सोमवार को ही चारा घोटाले के एक मामले में रांची स्थित सीबीआई की एक विशेष अदालत ने राजद सुप्रीमो को दोषी ठहराया और उन्हें जेल भेज दिया गया.
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