राजद का छह अक्टूबर को पटना में बैठक,अध्यक्षता राबड़ी देवी करेंगी. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 3 अक्तूबर 2013

राजद का छह अक्टूबर को पटना में बैठक,अध्यक्षता राबड़ी देवी करेंगी.

राजद प्रमुख लालू प्रसाद के जेल जाने के बाद उत्पन्न नयी परिस्थितियों पर चर्चा करने के लिए राजद के बड़े नेताओं की छह अक्टूबर को पटना में एक महत्वपूर्ण बैठक बुलायी गयी है. बैठक की अध्यक्षता पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी करेंगी. समझा जाता है कि बैठक में पार्टी संचालन एवं भावी कार्यक्रमों की रूपरेखा तय की जायेगी. बैठक में दल के बड़े नेताओं के साथ सांसद, पूर्व सांसद, विधायक व पूर्व विधायक भी शिरकत करेंगे. राबड़ी देवी के आवास पर होनेवाली यह बैठक राजद सुप्रीमो के निर्देश पर बुलायी गयी है. इस बीच, पार्टी के बड़े नेता रांची से लौट आये हैं.

राजद ने लालू की जेल यात्रा के लिए विपक्षियों को जिम्मेवार ठहराकर निशाना साधने की रणनीति तैयार की है जिससे अपने वोटरों को और अधिक गोलबंद किया जा सके. इसके लिए पार्टी ने जल्द ही एक पुस्तिका के प्रकाशन का भी मन बनाया है जिसमें विपक्षियों की साजिश का पर्दाफाश किया जायेगा. पार्टी सूत्रों के अनुसार राजद प्रमुख ने पहले तय पार्टी के कार्यक्रम को और बड़े रूप में करने का निर्देश दिया है.

राजद द्वारा 20 से 30 अक्टूबर तक विधानसभा स्तर पर कार्यकर्ता सम्मेलन की भी घोषणा की गयी है. लालू की ओर से पहले ही पन्द्रह बड़े नेताओं की टीम का गठन किया है, जिसमें रघुनाथ झा, प्रभुनाथ सिंह, डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह, मो. अली अशरफ फातमी, अशोक कुमार सिंह, मो. तस्लीमुद्दीन, शकुनी चौधरी, जयप्रकाश नारायण यादव, जगदानंद सिंह, मो. इलियास हुसैन, रामकृपाल यादव तथा डॉ. सुरेन्द्र प्रसाद यादव को रखा गया है. समझा जाता है कि इन्हीं नेताओं के भरोसे पार्टी का बड़ा फैसला लिया जायेगा और अंतिम मुहर लालू लगायेंगे.

जेल में बड़े नेताओं के मिलने के बाद अब यह साफ हो गया है कि कार्यकारी व्यवस्था भले राबड़ी देवी के हाथों सौंपी जाये, लेकिन अंतिम फैसला लालू के गाइडलाइन पर ही लिया जायेगा. इसके लिए बीस-पच्चीस नेताओं को लगातार लालू के संपर्क में रहने के लिए कहा गया है. फिलहाल राजद के नेताओं को यह विश्वास है कि लालू को हाईकोर्ट से बेल मिल जायेगी और अगले दस-पन्द्रह दिनों में वे छूट कर चले आयेंगे. इस स्थिति में राजद ने तुरंत कोई नयी व्यवस्था करने की जगह इंतजार करने का मन बनाया है. सांसद रामकृपाल यादव ने कहा कि लालू अध्यक्ष हैं और आगे भी रहेंगे. उन्होंने कहा कि लालू के जेल जाने से पार्टी में कोई अंतर नहीं आयेगा. पार्टी टूटने की हवा विपक्षी उठा रहे हैं और यह उनका सपना साबित होगा. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता विजय कृष्ण ने कहा कि लालू के जेल जाने से कार्यकर्ता गुस्से में हैं और वोट बैंक खिसकने का विपक्षियों का सपना अधूरा रह जायेगा.

कोई टिप्पणी नहीं: