चारा घोटाले में लालू प्रसाद यादव के जेल जाने के बाद राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की कमान उनकी पत्नी राबड़ी देवी को सौंपी गई है। राबड़ी देवी की अध्यक्षता में रविवार को पटना में हुई पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में यह फैसला किया गया। गौरतलब है कि राबड़ी ने दूसरी बार पार्टी की कमान संभाली है। 1997 में लालू प्रसाद यादव ने चारा घोटाले में जेल जाने से पहले मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा देकर राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बनवा दिया था।
लालू के जेल जाने के बाद इस बात को लेकर कयास लगाए जा रहे थे कि पार्टी क्या इस बार भी परिवारवाद के रास्ते पर चलेगी या फिर रघुवंश प्रसाद जैसे वरिष्ठ नेता को पार्टी की कमान सौंपी जाएगी। रविवार को यह सस्पेंस खत्म हो गया। पार्टी की आगे की रणनीति तय करने के लिए बुलाई गई इस बैठक में पार्टी की कमान राबड़ी देवी के हाथों में ही देने का फैसला किया गया। राबड़ी देवी ने हालांकि इसके संकेत पहले ही दे दिए थे। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि लालू प्रसाद यादव की गैरमौजूदगी में पार्टी को वह और उनके बेटे तेजस्वी व तेज प्रताप चलाएंगे। इससे पार्टी के कुछ सीनियर नेता नाराजगी थी। रविवार को हुई इस बैठक का एक मकसद इन नेताओं की नाराजगी दूर करना भी था।
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