कांग्रेस पार्टी ने राजस्थान के पूर्व डेयरी और ग्रामीण उद्योग मंत्री बाबू लाल नागर पर एक शादीशुदा महिला द्वारा दुष्कर्म का आरोप लगाए जाने के बाद उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया है। यह जानकारी सूत्रों ने मंगलवार को दी। नागर के खिलाफ सदोला पुलिस थाने में 19 सितंबर को प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। नागर (53) ने इसके दो दिन बाद मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। राजस्थान में मौजूद एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने कहा, "अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) ने उनके खिलाफ लगे गंभीर आरोपों को देखते हुए पार्टी से उनके निलंबन के संबंध में निर्देश जारी किए हैं।" उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस समिति ने निर्देश के आधार पर नागर को सोमवार शाम निलंबित कर दिया है।
राज्य सरकार ने इस मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा जांच कराए जाने की सिफारिश की है और सीबीआई अगले एक दो दिनों में इसकी जांच शुरू करेगी। सूत्रों ने हालांकि, सीबीआई जांच की शुरुआत के बाद नागर की गिरफ्तारी की संभावना से इंकार नहीं किया है। नागर की एक चिकित्सकीय जांच जयपुर स्थित एसएमएस अस्पताल में शनिवार को की गई। चिकित्सकों ने नागर के रक्त और वीर्य के नमूने ले लिए हैं जिन्हें महिला के कपड़ों से मिले नमूने से मिलाया जाएगा।
महिला (34) ने अपनी प्राथमिकी में नागर पर यह आरोप लगाए हैं कि उन्होंने नौकरी का लालच देकर 11 सितंबर को उनके सरकारी आवास में उसके साथ दुष्कर्म किया था। नागर के अतिरिक्त कांग्रेस के दो अन्य विधायकों मलखान सिंह और महिपाल सिंह मदेरणा को दिसंबर 2011 में सरकारी नर्स भंवरी देवी के साथ यौन शोषण और उसकी हत्या के मामले में निलंबित कर दिया गया था।
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