भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानंमत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की उप्र में होने वाली रैलियों को लेकर भाजपा में असमंजस बरकरार है। भाजपा ने अब कानपुर जिला प्रशासन से अनुरोध किया है कि मोदी की रैली के लिए फूलबाग मैदान की बजाए बुद्घा पार्क मुहैया कराया जाए। प्रशासन ने हालांकि पहले फूलबाग मैदान में रैली की मंजूरी दे दी थी। कानुपर में मोदी की रैली 19 अक्टूबर को होने वाली है। भाजपा के अनुरोध पर जिला प्रशासन ने पहले कानपुर के फूलबाग में रैली की मंजूरी दी थी। भाजपा नेता उस पर सहमत भी हो गए थे।
भाजपा सूत्रों के मुताबिक मोदी के करीबी और पार्टी के उप्र मामलों के प्रभारी अमित शाह शुक्रवार को लखनऊ पहुंचे। उन्हें जब फूलबाग मैदान के बारे में जानकारी दी गई, तब वह स्थानीय नेताओं पर भड़क उठे। शाह ने कहा कि रैली को लेकर नेता जिस तरह की लापरवाही बरत रहे हैं, वह ठीक नहीं है। फूलबाग मैदान में अधिकतम 40 हजार लोग ही आ सकते हैं, जबकि रैली में करीब तीन लाख कार्यकर्ताओं के आने की सम्भावना है।
शाह ने स्थानीय नेताओं को निर्देश दिया कि तत्काल नए मैदान के लिए जिला प्रशासन से मंजूरी ली जाए। इस बैठक के बाद भाजपा की प्रदेश इकाई की ओर से रात में ही जिला प्रशासन से बुद्घा पार्क के लिए अनुरोध किया गया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा, "जो मैदान पहले लिया गया था वह आने वाली भीड़ को देखते हुए काफी छोटा है। उसमें बमुश्किल 30 से 40 हजार लोग ही आ सकते हैं।"
उन्होंने कहा, "हमें उम्मीद है कि जिला प्रशासन ने जिस तरह नरेंद्र मोदी की रैली के लिए फूलबाग मैदान दिया था, उसी तरह बुद्घा पार्क की भी मंजूरी मिल जाएगी।" उल्लेखनीय है कि उप्र में नरेंद्र मोदी की कुल आठ रैलियां होनी हैं और इसकी शुरुआत 19 अक्टूबर को कानपुर से होगी। अंत में राजधानी में कार्यकर्ता महाकुम्भ का आयोजन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस पर किया जाएगा।
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