प्रधानमंत्री के लिए कुर्सी से चिपके रहना आत्मसम्मान से अधिक महत्वपूर्ण. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 2 अक्तूबर 2013

प्रधानमंत्री के लिए कुर्सी से चिपके रहना आत्मसम्मान से अधिक महत्वपूर्ण.

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इस्तीफा देने से मना करने पर प्रतिक्रिया करते हुए भाजपा ने कहा कि उनके लिए कुर्सी से ‘चिपके’ रहना अपने आत्मसम्मान से अधिक महत्वपूर्ण है. प्रधानमंत्री के दोषी सांसदों से संबंधित अध्यादेश पर हुए विवाद के मद्देनजर इस्तीफा देने की किसी भी संभावना से इंकार करने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा ने कहा कि उनके लिए कुर्सी से ‘चिपके’ रहना अपने आत्मसम्मान से अधिक महत्वपूर्ण है.

राज्यसभा में भाजपा के उपनेता रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘‘अब विदेश सचिव का अंत:करण भारत के प्रधानमंत्री से अधिक बड़ा है.  तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी द्वारा सार्वजनिक तौर पर झिड़कने के बाद उस वक्त के विदेश सचिव ने एक घंटे के भीतर इस्तीफा दे दिया था लेकिन भारत जैसे महान देश के प्रधानमंत्री ने कुर्सी से चिपके रहने को चुना है.’’उन्होंने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा सार्वजनिक तौर पर अपमानित किए जाने और झिड़के जाने के बावजूद प्रधानमंत्री ने पद पर बने रहना चुना है. प्रसाद ने कहा, ‘‘मैं और क्या कह सकता हूं कि प्रधानमंत्री सिंह के लिए कुर्सी से चिपके रहना आत्मसम्मान से अधिक महत्वपूर्ण है.’’

राहुल ने अचानक संवाददता सम्मेलन में पहुंचकर दोषी सांसदों और विधायकों को अयोग्यता से बचाने वाले अध्यादेश को बकवास बताते हुए कहा था कि इसे फाड़कर फेंक दिया जाना चाहिए. विपक्ष ने मांग की थी कि इस अपमान के बाद प्रधानमंत्री को पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.

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