अमेरिका के साथ रक्षा सह-उत्पादन करेगा भारत : प्रधानमंत्री - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 1 अक्तूबर 2013

अमेरिका के साथ रक्षा सह-उत्पादन करेगा भारत : प्रधानमंत्री


manmohan obama
अमेरिकी दौरे से विमान से लौट रहे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मंगलवार को कहा कि भारत खरीदार-विक्रेता संबंध को खत्म कर अमेरिका के साथ रक्षा क्षेत्र में सह-अनुसंधान और सह-उत्पादन आधारित संबंध स्थापित करने का प्रयास करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग पर हुई बातचीत दोनों देशों के संबंधों को एक कदम आगे ले गई है।

मनमोहन सिंह ने कहा, "रक्षा सहयोग मामले पर हम खरीदार-विक्रेता वाले संबंधों को सह-अनुसंधान एवं सह-उत्पादन के आधार पर समाप्त करने का प्रयास कर रहे हैं, तथा रक्षा सहयोग पर हुई बातचीत का परिणाम हमारी अपनी सोच के अनुरूप रहा।" उन्होंने कहा कि रक्षा उत्पादन क्षेत्र में भारत 26 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की भी अनुमति देगा।

मनमोहन सिंह ने आगे कहा, "हम अपने घरेलू उद्योगों को घरेलू उत्पादन से जोड़े रखना चाहेंगे। हम रक्षा उत्पादन में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को भी 26 फीसदी तक बढ़ाना चाहेंगे। इसलिए मैं समझता हूं कि यह रक्षा सहयोग कि दिशा में देश को एक कदम आगे ले गया है।"

कोई टिप्पणी नहीं: