अमेरिकी दौरे से विमान से लौट रहे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मंगलवार को कहा कि भारत खरीदार-विक्रेता संबंध को खत्म कर अमेरिका के साथ रक्षा क्षेत्र में सह-अनुसंधान और सह-उत्पादन आधारित संबंध स्थापित करने का प्रयास करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग पर हुई बातचीत दोनों देशों के संबंधों को एक कदम आगे ले गई है।
मनमोहन सिंह ने कहा, "रक्षा सहयोग मामले पर हम खरीदार-विक्रेता वाले संबंधों को सह-अनुसंधान एवं सह-उत्पादन के आधार पर समाप्त करने का प्रयास कर रहे हैं, तथा रक्षा सहयोग पर हुई बातचीत का परिणाम हमारी अपनी सोच के अनुरूप रहा।" उन्होंने कहा कि रक्षा उत्पादन क्षेत्र में भारत 26 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की भी अनुमति देगा।
मनमोहन सिंह ने आगे कहा, "हम अपने घरेलू उद्योगों को घरेलू उत्पादन से जोड़े रखना चाहेंगे। हम रक्षा उत्पादन में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को भी 26 फीसदी तक बढ़ाना चाहेंगे। इसलिए मैं समझता हूं कि यह रक्षा सहयोग कि दिशा में देश को एक कदम आगे ले गया है।"
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