भारी बारिश और बाढ़ से हुई तबाही के बाद लगभग चार महीने से थमी उत्तराखंड की वार्षिक चार धाम यात्रा पांच अक्टूबर को फिर शुरू होने जा रही है। श्रद्धालु अब केदारनाथ व बद्रीनाथ मंदिरों की धार्मिक यात्राएं कर सकते हैं। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पहले जहां छोटे वाहनों को बद्रीनाथ मंदिर तक जाने की इजाजत थी वहीं अब इन्हें केदारनाथ के मार्ग में आने आने वाले सोनप्रयाग में ही रोक लिया जाएगा। श्रद्धालुओं को केदारनाथ मंदिर पहुंचने के लिए 24 किलोमीटर की चढ़ाई करनी होगी।
राज्य सरकार तीर्थयात्रियों की संख्या नियंत्रित करेगी और यात्रियों के लिए स्वास्थ्य परीक्षण कराना भी अनिवार्य होगा। एक अधिकारी ने बताया, "राज्य सरकार अब से तीर्थयात्रियों को यात्रा पास उपलब्ध कराएगी।" पूर्व में धार्मिक समूहों, संतों, मंदिर प्रबंधन सदस्यों, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा और उनके अधिकारियों की बैठक में निर्णय लिया गया था कि भारी तबाही के बाद ये मंदिर 17 जून से आम नागरिकों के लिए बंद रहेंगे। इन्हें पांच अक्टूबर को दोबारा खोलने की बात कही गई थी।
अधिकारियों ने कहा कि पहले मंदिर खोलने के लिए एक अक्टूबर का दिन तय किया गया था लेकिन मौसम कार्यालय की चार अक्टूबर तक बारिश की चेतावनी और पितृपक्ष के चलते इसके लिए पांच अक्टूबर की तिथि निर्धारित की गई। अधिकारियों ने बताया कि बस जैसे भारी वाहनों को इजाजत नहीं दी जाएगी क्योंकि राज्य सरकार अभी वाहनों की भारी भीड़भाड़ से निपटने के लिए तैयार नहीं है।
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