डीजल की बढ़ती कीमतों, कर्मचारियों के वेतन और बोनस भुगतान के दबाव में रेलवे ने एकबार फिर यात्री किराया बढ़ाने का मन बनाया है। उच्च श्रेणी के टिकटों में इसी महीने से पांच से दस फीसदी तक बढ़ोतरी करने का प्रस्ताव रेलवे ने किया है।
रेल मंत्री ने एफएसी (फ्यूल एडजस्ट कंपोनेट) नीति के तहत जल्द ही किराये में वृद्धि के प्रस्ताव को हरी झंडी दे सकते हैं। रेल मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज एक बयान में कहा कि वे रेल किराये में वृद्धि पर जल्द ही फैसला लेंगे।
गौरतलब है कि रेल टैरिफ अथॉरिटी के गठन से पहले तक रेलवे में किराया और मालभाड़ा तय करने के लिए ईंधन की कीमतों में तेजी व कमी के आधार पर फैसला लेने का नियम बनाया गया था। इस आधार पर पहली अक्टूबर को किराया में संशोधन कर नई दर को लागू करना था। राजनैतिक कारणों से अभी तक यह मामला अधर में लटका हुआ है। इस बीच लगातार डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है। रेलवे ने पिछले साल की तुलना में इस बार बोनस भी दस फीसदी अधिक देने का फैसला लिया है। इसका भी भार यात्री और माल भाड़े पर डाला जाएगा।
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