झारखंड उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर कर कहा गया है कि लालू प्रसाद जब जेल में आराम नहीं कर रहे होते हैं तो वह एक दरबार लगाकर काफी अधिक लोगों से मुलाकात करते हैं। जनहित याचिका में कहा गया है कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख जेल में आरामदायक जीवन बिता रहे हैं जो बिहार जेल मैनुएल का उल्लंघन है। जनहित याचिका दायर करने वाले वकील राजीव कुमार ने बताया, "हमने उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की है। लालू प्रसाद दोषी हैं और उन्हें पांच साल कैद और 25 लाख रुपये जुर्माने की सजा हुई है। लेकिन वह जेल के नियमों का उल्लंघन कर आराम की जिंदगी जी रहे हैं।" उन्होंने कहा, "लालू जेल में एक दरबार लगा रहे हैं। उन्होंने जेल के कर्मचारियों को धमकी भी दी है।"
कुमार ने कहा कि जेल मैनुएल का उल्लंघन किया जा रहा है। हर रोज सैकड़ों लोग लालू से मुलाकात कर रहे हैं। यह भी पता चला है कि लालू जेल अधीक्षक के कक्ष में बैठ रहे हैं। खबर यह भी है कि लालू के रांची के बिरसा मुंडा कारागार में पहुंचने के बाद वहां एयरकंडीशनर लगाया गया है।
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