आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु पुलिस द्वारा चलाए गए 11 घंटे के संयुक्त अभियान के बाद आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में एक घर में छिपे दो आतंकवादियों को गिरफ्तार कर लिया गया। आतंकवादियों के खिलाफ जारी अभियान में तमिलनाडु का एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। यह जानकारी पुलिस ने दी। अपुष्ट सूत्रों से मिली खबरों में कहा गया है कि तमिलनाडु पुलिस के एक इंस्पेक्टर की गोलीबारी में मौत हो गई है। पुत्तूर कस्बे के रिहायशी इलाके में संदिग्ध आतंकवादियों के खिलाफ चलाए गए तलाशी अभियान के दौरान तमिलनाडु के पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया गया। यह स्थान तिरुपति से 30 किलोमीटर दूर है और तमिलनाडु सीमा से सटा हुआ है।
कमांडो अभियान में घायल एक आतंकवादी को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि दूसरे को तमिलनाडु पुलिस चेन्नई ले गई है। पुलिस के अनुसार संदेह है कि वे दोनों अल-उमर आतंकवादी समूह के बिलाल और मुन्ना हैं। पुत्तूर के निवासियों के मुताबिक, इन लोगों ने एक महीने पहले किराए पर यह मकान लिया था। आंध्र प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते के कमांडो ने उस मकान को घेर लिया था, जहां आतंकवादी छिपे हुए थे। पुलिस ने प्रतिरोध कर रहे आतंकवादियों को बाहर निकालने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। अंतत: उन्होंने समर्पण कर दिया।
तमिलनाडु पुलिस शुक्रवार को ही एक खुफिया सूचना के आधार पर कस्बे में तलाशी अभियान चलाने आ गई थी। उसने एक रिवाल्वर और दो बम एक घर से बरामद किए लेकिन आतंकवादियों ने पुलिस पर दूसरे घर से गोली चलाई। सलेम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता वी.रमेश और तमिलनाडु में अन्य नेताओं की हत्या के मामले में चल रही जांच के दौरान आतंकवादियों के छिपे होने की जानकारी मिली।
इधर, तमिलनाडु पुलिस ने शुक्रवार को फकरुद्दीन को गिरफ्तार किया, जो भाजपा नेता एल.के.आडवाणी के मदुरई दौरे के वक्त कथित रूप से बम लगाने के मामले में वांछित है।
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