फ्रांस में हुए एक अध्ययन के मुताबिक इस सदी के मध्य तक भारत पड़ोसी राष्ट्र चीन को पछाड़ कर दुनिया का सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश बन जाएगा। इस नए अध्ययन के मुताबिक वर्ष 2050 तक दुनिया की जनसंख्या 9.7 अरब पहुंचने की संभावना है।
फ्रेंच इंस्टीट्यूट ऑफ डेमोग्राफिक स्टडीज (आईएनईडी) की रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है कि वर्ष 2050 तक भारत 1.6 अरब जनसंख्या के साथ विश्व में जनसंख्या के लिहाज से पहले स्थान पर पहुंच जाएगा जबकि चीन 1.3 अरब जनसंख्या के साथ दूसरे स्थान पर खिसक जाएगा।
रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया की वर्तमान जनसंख्या 7.1 अरब बढ़कर वर्ष 2050 तक 9.7 अरब तक पहुंच जाएगी। वर्तमान में जनसंख्या के मामले में दुनिया में पहले स्थान पर चीन है, जिसकी जनसंख्या 1.3 अरब है। दूसरे स्थान पर है भारत (1.2 अरब) उसके बाद क्रमश: अमेरिका (31.62 करोड़), इंडोनेशिया (24.85 करोड़) और ब्राजील (19.55 करोड़) का नंबर आता है। यह अध्ययन संयुक्त राष्ट्र और विश्व बैंक के जनसंख्या पूर्वानुमान की पुष्टि करता है। जून में संयुक्त राष्ट्र ने अपने एक अध्ययन में अनुमान लगाया था कि वर्ष 2050 तक दुनिया की जनसंख्या बढ़कर 9.6 अरब हो जाएगी।
फ्रेंच इंस्टीट्यूट के वरिष्ठ अनुसंधानकर्ता गिल्लस पिसन ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पिछले दो सौ वर्षों में दुनिया की जनसंख्या में सात गुना वृद्धि हुई है और 21वीं सदी के अंत तक इसके 10 या 11 अरब पहुंचने की संभावना है। रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2050 तक दुनिया के अन्य देशों की जनसंख्या स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी नाइजीरिया (44.4 करोड़), अमेरिका (40 करोड़), इंडोनेशिया (36.6 करोड़), पाकिस्तान (36.3 करोड़), ब्राजील (22.7 करोड़), बांग्लादेश (20.2 करोड़), कांगो (18.2 करोड़), इथोपिया (17.8 करोड़) रहे्गी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें