झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आज समाज में इतनी तेजी से बदलाव हुए हैं कि अब तो ‘ईमानदार होना भी खतरे से खाली नहीं है.’ झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आदर्शों को याद करते हुए कहा कि आज समाज में इतनी तेजी से बदलाव हुए हैं कि अब तो ‘ईमानदार होना भी खतरे से खाली नहीं है.’
सोरेन ने महात्मा गांधी और लालबहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर ‘सरकार, समाज और मीडिया, कितने दूर और कितने पास’, इस विषय पर बुधवार को रांची में आयोजित एक गोष्ठी में यह बात कही.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज समाज में इतनी तेजी से बदलाव आया है कि सबकुछ बाजार आधारित हो गया है. मीडिया भी पूरी तरह व्यापार आधारित हो गया है ऐसे में अकेले मीडिया से समाज के भले की आशा करना शायद बेमानी होगी.
सोरेन ने कहा कि यह कहावत है कि ‘‘सीधा पेड़ और सीधा आदमी सबसे पहले काटा जाता है,’’ यह आज ईमानदार आदमी पर पूरी तरह चरितार्थ होती है. उन्होंने कहा कि इसीलिए आज की दुनिया में खालिस ईमानदार होना भी खतरे से खाली नहीं है. अब इन परिस्थितियों को कैसे बदला जाय यह एक बड़ा विचारणीय प्रश्न है. सोरेन ने मीडिया और समाज के अन्य वगरें के लोगों को एक साथ बैठकर वर्तमान स्थितियों से निपटने की रणनीति बनाने की अपील की.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार, मीडिया और समाज यदि एकजुट होकर किसी भी व्यवस्था को बदलने का प्रयास करे तो उसमें अवश्य बदलाव हो सकता है. लेकिन मुद्दा यह है कि यह तीनों अच्छे उद्देश्य से एकजुट कैसे हों? सोरेन ने कहा कि एक बार इसका रास्ता यदि निकाल लिया जाये तो झारखंड को विकसित होने से कोई रोक नहीं सकता है.
मुख्यमंत्री ने मीडिया को किसी भी घटना की रिपोर्टिंग करते समय तथ्यों की पुष्टि अवश्य कर लेने की सलाह दी. इस अवसर पर राज्य की समाजकल्याण मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने भी मीडिया पर सिर्फ नकारात्मक खबरें देने का आरोप लगाया और कहा कि आजकल अनेक मामलों में मीडिया तथ्यों की जांच के बगैर ही खबर दे देता है जिसका खमियाजा कई बार जन प्रतिनिधियों और नेताओं को भुगतना पड़ता है.
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