आपदा प्रभावित क्षेत्र में अब विधवाओं और बच्चों की हो रही है मानव तस्करी
- विधानसभा अध्यक्ष के पत्र का संज्ञान लिया होता तो रूक सकती थी मानव तस्करी
देहरादून, 1 अक्टूबर। आपदा के बाद यदि विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल द्वारा मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र का प्रदेश सरकार ने संज्ञान लिया होता, तो महाप्रलय में विधवा हुई महिलाओं को आपदा प्रभावित क्षेत्रों से बिकने से बचाया जा सकता था, लेकिन सबसे दुखद बात यह है कि विधानसभा अध्यक्ष के इस पत्र को राजनैतिक पत्र समझते हुए प्रदेश सरकार ने नजरअंदाज कर डाला और आपदा प्रभावित क्षेत्र की कई महिलाएं आज अपने घरों से गायब है। उनको कौन खरीद ले गया, उनको मिलने वाला मुआवजा कौन हड़प ले गया इसकी जानकारी न तो प्रदेश सरकार के पास है और न ही जिला प्रशासन के पास। एक जानकारी के अनुसार प्रभावित क्षेत्र की नौ महिलाएं इस तरह की मानव तस्करी की शिकार बताई गई हैं। गौरतलब हो कि आपदा प्रभावित जिलों से पूर्व में भी मानव तस्करी की बातें सामने आती रही हैं, इस मामले पर आठ जुलाई को विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने मुख्यमंत्री को आपदा के बाद लिखे एक पत्र में इस बात की शंका जाहिर कर दी थी। उन्होंने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में साफ तौर पर लिखा था कि ‘‘सांस्कृतिक संरक्षण एवं किसी अप्रिय व्यवस्था के अंतर्गत होने वाले सामाजिक दुष्कर्मो से सजग्र रहने के उद्देश्यार्थ गैर स्थानीय व्यक्तियों/कार्मिको के आवागमन पर तत्काल विराम लगाया जाए तथा अधिकतम स्थानीय लोगों को आपदा राहत कार्यों में सम्मिलित किया जाए‘‘। उन्होंने लिखा था कि आपदा प्रभावित क्षेत्र से प्रभावित महिलाओं और बच्चों की मानव तस्करी की जा सकती है और सुझाव दिया था कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में अधिक से अधिक स्थानीय लोगों को राहत कार्य में लगाया जाए, लेकिन प्रदेश सरकार ने उनके पत्र में दिए गए सुझावों का संज्ञान नहीं लिया और मानव तस्करी की यह घटना सामने आ गई है। इससे यह साफ होता है कि प्रदेश सरकार ने विधानसभा अध्यक्ष के पत्र को महज एक राजनैतिक पत्र समझकर फाईलों के अंबार के बीच अन्य पत्रों की तरह धूल फांकने छोड़ दिया है, यदि विधानसभा अध्यक्ष के पत्र का प्रदेश सरकार ने संज्ञान लिया होता, तो आज आपदा प्रभावित क्षेत्र की महिलाओं और बच्चों को कोई खरीदने की हिमाकत नहीं कर पाता। प्राप्त जानकारी के अनुसार आपदा प्रभावित क्षेत्र में मानव तस्करी पर कार्य कर रहे एक एनजीओ ‘‘इम्पावर पीपुल‘‘ ने ऊखीमठ क्षेत्र के कई गांवों का सर्वे किया, इस सर्वे के बाद आई रिपोर्ट काफी चौंकाने वाली है, जिसमें कहा गया है कि रूद्रपुर गांव की दो महिलाएं जिनके पति केदारनाथ में पूजा करते थे और जिनकी उम्र 22-23 वर्ष की है पति के आपदा में लापता हो जाने के बाद विधवा हो गई, जिनको पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दो युवकों द्वारा शादी का झांसा देकर अपने साथ ले जाया गया, लेकिन न तो उन विधवाओं का कहीं पता चल पा रहा है और न ही उन युवकों का। ठीक इसी तरह यह भी जानकारी सामने आई है कि आपदा के महाप्रलय के बाद कुछ ऐसे बच्चों और लड़कियों को सेना द्वारा बचा लिया गया था, लेकिन वे आज तक न तो अपने घर ही पहुंचे हैं और न ही प्रदेश सरकार के पास उनका कोई रिकार्ड ही मौजूद है। संस्था द्वारा कराए जा रहे सर्वे में यह बात भी सामने आई है कि प्रभावित क्षेत्र के कई और भी ऐसी विधवा महिलाएं हैं, जिनको बहला फुसलाकर अन्यत्र ले जाया गया है। इतना ही नहीं आपदा के बाद प्रभावित क्षेत्रों के कई बच्चे भी गायब बताए गए हैं, जिनको सेना ने आपदा के बाद बचा लिया था। सबसे दुखद पहलू इस बात का यह है कि जब विधानसभा अध्यक्ष ने आठ जुलाई को मुख्यमंत्री को सुझाव पत्र दिया था, तो उस पर कार्यवाही क्यों नहीं की गई। आपदा प्रभावित क्षेत्र में केदारघाटी आपदा पीड़ित विस्थापन एवं पुर्नवास संघर्ष समिति के अध्यक्ष अजेन्द्र अजय का कहना है कि प्रदेश सरकार द्वारा प्रभावित क्षेत्र में विधवा हुई महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी किसको नहीं दी गई, जिससे इस तरह की घटनाओं को बढ़ावा मिल रहा है।
मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री खेल से सरकार को गंभीर खतरा
देहरादून, 1 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। उत्तराखण्ड की कांग्रेस सरकार में शह मात का खेल जारी है । मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री खेलने को कंाग्रेस के सभी धड़े तैयार हैं । इसके लिए कांग्रेसी नेता लगातार दिल्ली दरबार तक दौड़ लगा रहे हैं । अधिकारिक सूत्रों की माने तो वर्तमान सीएम विजय बहुगुणा के प्रयासों के बावजूद उनके सिर पर विकास का सेहरा सजता नहीं दिखता । ऐसा नही है कि मुख्यमंत्री विकास कामों को तरजीह नहीं दे रहे हैं अथवा विकास कार्यो से मुह मोड़ रहे हैं पर जून की जल प्रलय ने इनके सारे किये कराए पर पानी फेर दिया । अब तक विकास की लहर जो दौड़नी चाहिए थी वह नहीं दौड़ी । जिसके कारण स्थिति गंभीर हो रही है । विकास के कामों को न कर पाना और विकास को प्रचारित प्रसारित न कर पाना इस सरकार की प्रमुख नाकामयाबी है। पिछले दिनों हल्द्वानी में सरकार द्वारा राष्ट्रीय खाद्यय सुरक्षा योजना 2013 के लिए एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया । इस संगोष्ठी में सीएम समेत सभी वरिष्ठ नेताओं को पहुंचना था पर ऐसा नही हो पाया । कई प्रमुख और प्रभावकारी नेता इस गोष्ठी ने नहीं पहंचे । इसके पीछे लोगों को नाराजगी मानी जा रही है । कहा जा रहा है कि कांग्रेस के कुछ नेता मुख्यमंत्री के कार्य व व्यवहार से संतुष्ठ नहीं हैं जो उनके अभियान को भी सफल नहीं होने देना चाहते । इसमें हर गुट के नेता शामिल है जो चाहते है कि मुख्यमंत्री की योजनआए सफल हो पर उसमें उनको भी पूरा महत्व मिले। इस आयोजन में क्षेत्रीय संासद केसी सिंह बाबा भी नही आए । बाबा की छवि दबंग और प्रभावकारी नेताओं में से है । कई विधायक भी इस कार्यक्रम में नहीं पहुंचे । हां सह प्रभारी संजय कपूर जरूर गोष्ठी में उपस्थित थे जिन्होंने पहले से ही वर्तमान मुख्यमंत्री के कार्यकाल के बारे में आलाकामान को विरोधी रिर्पोट दे रखी है । इसके साथ ही साथ इस कार्य्रक्रम में प्रदेश प्रभारी अंबिका सोनी भी नहीं पहुंची । साथ ही साथ अल्मोड़ा सासंद प्रदीप टम्टा भी गोष्ठी से नदारद रहे । कई विधायकों ने भी कार्यशाला में पहुंचने की जहमत नहीं उठाई । राहुल और सोनिया के स्वपनिल परियोजना में इन दिग्गजों का न पहंुचना यह कहने को काफी है कि कही ना कही प्रदेश नेतृत्व को लेकर सबकुछ ठीकठाक नहीं है । राजनीतिक जानकारों की माने तो उत्तराखण्ड सरकार और संगठन से प्रभारी अंबिका सोनी संतुष्ठ नही है । इसके पीछे आपदा समेत कई प्रमुख मुद्दों पर सरकार का विफल होना है। आपदा प्रबंधन में जिस लचर नीति का परिचय यहां के सरकार और संगठन ने दिया उससे पूरे देश में कांग्रेस की छीछालेदर हुई । जिसका आभास आलाकमान को भी है और पार्टी प्रभारी को भी है । वैसे भी पार्टी में जिस तरह सिर फुटव्वल हो रही है मुख्यमंत्री बहुगुणा, प्रदेश अध्यक्ष यशपाल आर्य, कैबिनेट मंत्री हरीश रावत के बीच जिस तरह से वाक यूद्व चल रहा है । कभी यह लोग एक दूसरे की तारीफ करते है तो कभी ये लोग दो बैलों की जोड़ी त्रिशुल अथवा हल का फाल बन जाते हैं । कौन दो बैलों की जोड़ी कौन हल का फाल है कौन त्रिशुल है । इसका निर्णय जनता करेंगी पर इस वाक् युद्व से भी जनता में भला संदेश नहीं गया है। अभी हाल में ही डा. हरक सिंह रावत के यहां हुई पार्टी में कुवंर प्रणव सिंह चैंपियन द्वारा कथित रूप से चलाई गई गोली पर भले ही घायलों ने मुंह सी लिये है पर विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कंुजवाल की बेवाक राय से कुंवर प्रणव सिंह चैपिंयन को जमानत को करानी ही पड़ गई । संसदीय कार्य मंत्री डा. इंदिरा ह्दयेश पहले गोली चलाने की स्वीकार पर बाद में मुकर गई । अब चैंपियन ने इसे पटाखेबाजी बताया । एक के बाद एक घटनाक्रमों से आलाकमान भी चिंतित हुआ है । गोलीबारी की घटना से पूर्व हरक सिंह रावत के पीआरओं युद्ववीर सिंह रावत हत्याकांड में मंत्री निवास का उपयोग तथा वहां से आरोपी का पकड़ा जाना भी सरकार तथा शासन दोनों को असहज करने वाला रहा है । ठीक यहीं स्थिति गन्ना किसानों का बकाया भगुतान में रही । जहां दोनों गुटों में लगातार तलवारे खिचीं रही ।
एक के बाद एक ऐसे घटनाक्रम हुए जिससे सरकार की इमेज पर प्रभाव पड़ा है । फिलहाल दोनों दलों के नेता मुख्यमंत्री बचाने या सीएम बनाने के लिए लगातार दिल्ली दरबार की दौड़ लगा रहे है । जिससे स्थिति गंभीर बनी हुई है कब कहा क्या हो जाए । इस पर कोई भी टिप्पणी करने बच रहा है ं। वैसे तो सरकार से जुड़े लोगों ने साफ कह दिया है कि ये अफवाहें है इनमें कोई दम नहीं है पर नौकरशाही इन अफवाहों पर ही सही काम में मन नही लगा रही है जिसके कारण सारी योजनाएं प्रभावकारी नही हो रही है । इन व्यवस्थाओं को देखा जाए तथा विधायकों की दिल्ली दरबार दौड़ को देखा जाए तो लगता है कि सत्ता, संगठन और नौकरशाही एक दूसरे के पूरक नही हैं । जिसके कारण सरकार की स्थिरता पर लगातार प्रश्नचिन्ह् लग रहा है । भेड़िया आया भेड़िया आया की तर्ज पर मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री खेल रहे कांग्रेस के नेताओं के अंदरूनी झगड़े के कारण विकास कार्य तो प्रभावित हो ही रहा है इससे सरकार की स्थिरता को भी खतरा है ।
‘‘भारतीय सेना देश का गौरव है: राज्यपाल‘‘
देहरादून, 1 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। उत्तराखण्ड के राज्यपाल डॉ0 अज़ीज़ कुरैशी ने कहा कि अपने अदम्य साहस और शौर्य के लिए विश्व की श्रेष्ठतम् सेनाओं में गिनी जाने वाली भारतीय सेना हमारे देश का गौरव है जिस पर देश का प्रत्येक नागरिक गर्व करता है। उसके लिए देश की सुरक्षा, सम्मान और कल्याण सर्वोपरि है। देश-विदेश की सेना को त्रेपन हजार पॉच सौ इकहत्तर युवा सैन्य अफसरों की टोली दे चुके आई.एम.ए.के ऑठ गौरवशाली दशकों के पूर्ण होने पर पूरे देश को नाज़ है। राज्यपाल ने भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून की स्थापना के 81 वर्ष पूर्ण होने की पूर्व संध्या पर अकादमी मे आयोजित अनेक कार्यक्रमों के मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय सेना के प्रति अपने सम्मान और श्रद्धा को अत्यंत विनम्र और उत्साही शब्दों में व्यक्त किया। उन्होनें इस अवसर पर विशेष रूप से आयोजित गोल्फ कप और रॉक कन्सर्ट ग्रुप के खिलाडियों/विजेताओं तथा कलाकारों को पुरस्कार भी वितरित किए। राज्यपाल ने समारोह में आये सैन्य अधिकारियों उनके परिजनों तथा कैडेट्स से भी वार्तालाप किया। राज्यपाल का गरिमापूर्ण स्वागत आई.एम.ए. कमाण्डेंट ले.ज. मानवेन्द्र सिंह द्वारा पूर्ण सैन्य परम्परानुसार किया गया। राज्यपाल के साथ उनके परिसहाय मेजर पी.पी.राय चौधरी मौज़ूद थे। वहीं गॉधी जयंती के अवसर पर 02 अक्टूबर को प्रातः 09.45 बजे राजभवन में राज्यपाल डा0 अजीज कुरैशी राष्ट्रपिता महात्मा गॉधी तथा स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमाओं को अनावृत कर माल्यार्पण करेगें।
आने वाला समय युवाओं का: खण्डूडी
देहरादून, 1 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मेजर जनरल (सेनि) भुवन चन्द्र खंडूडी ने अपने 80वें जन्मदिवस को सादगी से मनाया और इस दौरान पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने उनके आवास पर जाकर उनके दीर्घायु की कामना की। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक सहित अन्य वरिष्ठ भाजपाईयों ने उन्हें शुभकानायें दी और इस दौरान मिष्ठान्न वितरित भी किया गया। मंगलवार को यहां यमुना कालोनी स्थित पूर्व मुख्यमंत्री खंडूडी के जन्मदिन पर सुबह से ही उनके सगे संबंधियों एवं भाजपा पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं का जमावडा लग गया और सभी ने उन्हें जन्मदिन की बधाई देते हुए दीर्घायु की कामना की, वहीं मोबाइल एवं टेलीफोन पर लोगों ने खंडूडी को जमकर बधाई दी और खंडूड़ी ने सहर्ष स्वीकार की, इस दौरान कई कार्यकर्ताओं ने खंडूडी के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। इस दौरान खंडूड़ी ने देश के युवाओं का आहवान किया है कि वह अपने भविष्य के लिए स्वयं ही जागरूक होकर आगे आये, क्योंकि आने वाला समय युवाओं का है। उनका कहना है कि आज जिस प्रकार से राज्य का निर्माण किया जाना चाहिए था, वह नहीं बन पाया है और शहीदों की भावनाओं के अनुरूप राज्य का निर्माण किये जाने की आवश्यकता है इसके लिए सरकार को त्वरित गति से कार्य करना होगा। उनका कहना है कि आज भी कई ऐसे आंदोलनकारी है जिनका चिन्हिकरण नहीं हो पाया है, सरकार को इस दिशा में भी कार्य करना होगा। देश एवं प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर पनप रहा है लेकिन सरकारें इस पर अंकुश नहीं लगा पा रही है, राज्य को भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश बनाये जाने की आवश्यकता है और इसके लिए सभी को मिलकर कार्य करना होगा। उनका कहना है कि प्रदेश में आई आपदा के चलते हुए वह अपना जन्मदिन सादगी के साथ मना रहे है। इस अवसर पर भाजपा महामंत्री नरेश बंसल, मीडिया प्रभारी उमेश अग्रवाल, नीलम सहगल, मधु चौहान, पी के अग्रवाल, लक्ष्मी अग्रवाल, पुनीत मित्तल, सौरभ थपलियाल, राजेन्द्र ढिल्लो, संदीप रावत, सुनील काला, सुरेन्द्र घेल, दीप गुप्ता, सोनू कुमार, महेन्द्र सिंह, संतोख नागपाल, नवीन मेहंदीरत्ता, राजीव कक्कड, अजीत सिंह सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद थे। समाचार लिखे जाने तक खंडूडी को जन्म दिन पर बधईयां देने वालों का तांता लगा रहा।
सीएम ने राज्य आंदोलनकारियों को दी श्रद्धांजलि
देहरादून, 1 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने मुजफ्फरनगर कांड की बरसी पर उत्तराखण्ड राज्य निर्माण के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले अमर शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि इन शहीदों की कुर्बानियों को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य को देश का आदर्श राज्य बनाने के लिए हमें एकजुट होकर कार्य करना है, जिससे राज्य आन्दोलन के शहीदों के सपनों के अनुरूप प्रदेश का चहुंमुखी विकास किया जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शहीदों के आश्रितों एवं राज्य आन्दोलनकारियों के कल्याण के लिए वचनबद्ध है। मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा बुद्धवार 2 अक्टूबर, 2013 को रामपुर तिराहा, मुजफ्फरनगर स्थित शहीद स्मारक जायेंगे। इस अवसर पर उत्तराखण्ड निर्माण के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले अमर शहीदों को श्रद्धाजंलि अर्पित करेंगे।
मुख्यमंत्री राहत कोष के में चैक भेंट किया
देहरादून, 1 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। मंगलवार को सचिवालय में उत्तराखण्ड कांग्रेस श्रम प्रकोष्ठ के अध्यक्ष जे. पी. शर्मा ने मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा से भेंट कर मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए रूपये 1,24,800/- (रूपये एक लाख चौबीस हजार आठ सौ) मात्र के चैक भेंट किये। इस अवसर पर दिनेश कौशल, विनोद कुमार, आनन्द जगूड़ी, किशोर उनियाल मौजूद थे। इसी के साथ उत्तरांचल समाज सुधार संस्थान द्वारा भी मुख्यमंत्री राहत कोष में रूपये 45 हजार का चैक भेंट किया गया।
फैक्ट्री में लाखों की चोरी
देहरादून, 1 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। चोरांे ने सहसपुर स्थित एक फैक्ट्री में लाखों के माल पर हाथ साफ कर, दो दिन पहले हुई इस घटना का खुलासा मंगलवार किया किया गया है। पुलिस द्वारा मामले की रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है, वहीं छानबीन जारी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जसवीर सिंह की यहंा लागा रोड सहसपुर में जेके फूडस प्राइवेट लिमिटेड के नाम से एक कंपनी है। बीते 29 सितम्बर को फैक्ट्री की छुटटी थी और फैक्ट्री में फैक्ट्री के ही चार कर्मचारी रुके हुए थे। बताया जाता है कि यह सभी कर्मचारी दिल्ली और मेरठ के रहने वाले हैै। छुटटी के अगले दिन सुबह को जब फैक्ट्री के मालिक जसवीर सिंह पफैक्ट्री पहुंचे तो यह देखकर हैरान रह गये थे कि फैक्ट्री की कीमती मशीनों के कई मंहगे पार्टस गायब थे वहीं फैक्ट्री में लगे सीसी टीवी कैमरे और कंम्पयूटर तथा 18 गैस सिलेंडर गायब थे। फैक्ट्री स्वामी के अनुसार इस सामान की कीमत 11-12 लाख रुपये के बीच आंकी गयी है। इस मामले की सूचना फैक्ट्री स्वामी द्वारा पुलिस को दिये जाने पर पुलिस ने घटनास्थल पर मौका मायना किया है हालांकि इस मामले की अभी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गयी है पुलिस का कहना है कि इस मामले मे वह पहले छानबीन कर रही है इसके बाद एपफआईआर दर्ज की जायेगी। पफैक्ट्री के मालिक द्वारा इन चार कर्मचारियों के नामों का भी खुलासा नहीं किया गया है जो छुटटी वाले दिन पफैक्ट्री में थे। घटना के बाद से ही यह चारों कर्मचारी फरार है और उनका कोई अता पता नहीं है। जबकि पुलिस उनके ठिकानों पर उनकी तलाश कर रही है मामले की जांच जारी है। पुलिसकर्मियों का कहना है कि घटना का सच जल्दी सामने आ जायेगा।
अंतर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस मनाया
देहरादून, 1 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। मंगलवार को पर्यावरण एवं सामाजिक सुधार समिति के तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस मनाया गया। संस्था द्वारा आज इस मौके पर पांच वृद्धों का सम्मान भी किया गया। समिति के कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में वृद्धों का सम्मान समारोह किया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि केन्द्र और प्रदेश सरकार को वृद्धों के लिए सुविधायुक्त आश्रम खोलने चाहिए। वृद्धों का सम्मान और आर्शीवाद लेने से जीवन सफल होता है। उनका मार्ग दर्शन भी सदैव लेते रहना चाहिए। इस अवसर पर प्रभात डंडरियाल, सचिन गौनियाल, विजय पाहवा, प्रदीप कुकरेती, बालेश बवानिया, नवनीत गोसाईं व सुशील विरमानी आदि मौजूद थे। वहीं दूसरी ओर दिशा सामाजिक संस्था ने विश्व रक्तदान दिवस के अवसर गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पैथोलोजिस्ट डा.प्रमोद पाल ने बताया कि एक यूनिट रक्त से तीन जानें बचायी जा सकती हैं। रक्त दान करने का कोई दुष्परिणाम नहीं होता है और तीन माह में स्वयं रक्त की आपूर्ति हो जाती है। इस अवसर पर नीरज यादव, सतीश कुमार, बृजमोहन विजन, अनुज गुप्ता तथा पंकज नेगी आदि मौजूद थे।
भाजपा विधायकों ने सीएम आवास पर दिया धरना
देहरादून, 1 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। भाजपाई नेताओं द्वारा शिक्षकों के तबादलों को लेकर रुद्रपुर में मुख्यमंत्री को काले झंडे़ दिखाये जाने के बाद मंगलवार को राजधानी दून पहुंच जिले के छह विधायक यहां मुख्यमंत्री आवास पर धरने पर बैठ गये है। उधमसिंह नगर के राजकीय इंटर कालेज में शिक्षकों की कमी को मुददा बनाकर भाजपा के विधायकों ने आंदोलन शुरु कर दिया है इन विधायकों ने सरकार पर आरोप लगाया है कि शिक्षा सत्र के बीच में शिक्षकों के तबादलों सरकार छात्रों के भविष्यों के साथ खेल रही है, जिससे छात्रांे को भारी नुकसान हो सकता है। वहीं मुख्यमंत्री द्वारा उन्हंे वार्ता करने के लिए आमंत्रित करने के बाद भी यह विधायक वार्ता करने को सीएम से मिलने को तैयार नहीं है। सत्ता पक्ष का कहना है कि शिक्षकों के तबादले नियम संयत किये गये हैं। मंगलवार को छह विधायक जिनमे राजकुमार ठकराल, राजेश शुक्ला, पुष्कर सिंह, अरविन्द पांडे आदि शामिल है, सीएम आवास पर धरने पर बैठे है। उल्लेखनीय है कि क्षेत्र के चार सौ के अलावा शिक्षकों के तबादलों का यह विधायक विरोध कर रहे है। रुद्रपुर में कांग्रेस की कार्यशाला के दौरान भी इन भाजपा नेताओं द्वारा मुख्यमंत्री को काले झंडे़ दिखाये गये थे।
निगम की जमीनों पर अवैध कब्जे को लेकर दिया ज्ञापन
देहरादून, 1 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। भू-माफियाओं द्वारा नगर निगम की जमीन पर अवैध कब्जों को लेकर उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। मंगलवार को कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव विनोद सिंह चौहान के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय में प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि केनाल रोड किशनपुर राजपुर के आंशिक भाग में मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक वृक्षारोपण किया था। जिसके अंतर्गत 200 वृक्ष रोपित किये गये थे। वर्तमान में इस भूमि पर भू-माफियाओं द्वारा वृक्षों को काट कर अवैध रूप से कब्जा किया जा रहा है। उनका कहना था कि राजपुर किशनपुर में निर्माण कार्य कर बिल्डरों द्वारा भी नाले पर अतिक्रमण कर सड़क दर्शाकर मानचित्र प्राधिकरण से पास कराया गया। जबकि 1934 के नक्शे के अनुसार 25 फिट का बरसाती नाला अंकित है। प्राधिकरण के कर्मचारियों की मिलीभगत से इन बिल्डरों को लाभ पहंुचाया जा रहा है। कांग्रेसियों ने इस मामले की जांच कर कार्यवाही की मांग की है। प्रदर्शनकारियों में अर्पण सैलवाल, प्रमोद शर्मा, उर्मिला देवी, उषा, चम्पा, अनीता धस्माना, कविन्द्र, पंकज, मंगल रावत, राहुल शर्मा व अलमास आदि शामिल थे।
विश्व वृद्ध दिवस वृद्धों को किया सम्मानित
देहरादून, 1 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। वरिष्ठ नागरिक कल्याण समिति ने मंगलवार को विश्व वृद्ध दिवस के अवसर पर सामाजिक क्षेत्र में श्रेष्ठ कार्य करने वाले वृद्धों को ‘उत्तराखण्ड गौरव’ से सम्मानित किया गया। मंगलवार को सहारनपुर रोड स्थित एक होटल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सामाजिक क्षेत्रा में श्रेष्ठ कार्य करने के लिए ब्रिगेडियर केजी बहल(सेनि), आरके शर्मा महासचिव फैडरेशन ऑफ सीनियर सिटीजन, सीपी ओबराय योगाचार्य, आनंद प्रकाश गेरा योगाचार्य व शिक्षित सुमित्रा धूलिया को
उत्तराखण्ड गौरव से सम्मानित किया गया। इस दौरान समिति के अध्यक्ष आरबी अग्रवाल, संरक्षक डीसी बंसल व पंजाब नेशनल बैंक के उप महाप्रबंधक अशोक अनेजा को भी स्मृति चिन्ह भेंट किये गये। इस अवसर पर श्रीमति अनेजा ने गरीब महिलाओं को साड़ी/सूट व बच्चों को छात्रवृत्ति वितरित किये। कार्यक्रम में महासचिव राजेन्द्र सिंह सहगल ने वृद्धा की विभिन्न समस्याओं और उनकी सुरक्षा व स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों को भी उठाया। इस अवसर पर सावित्री काला, सतीश भण्डारी, डा.एनएस विरधि, धनप्रकाश गोयल, वीके गोयल व अशोक वशिष्ठ आदि मौजूद थे।
नगर निगम प्रकरण में निष्पक्ष जांच की मांग
देहरादून, 1 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। नगर निगम में मुख्य नगर अधिकारी और पार्षदों के प्रकरण पर मंगलवार को भाजपाईयों ने पुलिस उपमहानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र से निष्पक्ष जांच कर कार्यवाही की मांग की। मंगलवार को भाजपा महानगर अध्यक्ष नीलम सहगल के नेतृत्व में भाजपा पार्षदों व कार्यकर्ताओं ने डीआईजी अमित सिन्हा से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा। भाजपाईयों का कहना था कि 26 सितंबर को नगर निगम बोर्ड की प्रस्तावित बैठक में मुख्य नगर अधिकारी अशोक कुमार ने जनप्रतिनिधियों के साथ अभद्र व्यवहार किया। जिस पर पार्षद अमिता सिंह ने सदन में इसका विरोध किया तो एमएनए ने अपनी गलती मानने की बजाय वहां से जाने लगे जिस पर पार्षदों ने उनसे सदस्यों की बात सुनने के लिए कहा इससे वे भड़क गये और विपिन चंचल के साथ जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया। भाजपाईयों का कहना था कि एमएनए ने इसके बाद कर्मचारियों के द्वारा पार्षदों के साथ बदतमीजी व मारपीट करवायी और कर्मचारियों पर दबाव बना कर उनके हस्ताक्षरों से भाजपा पार्षदों के विरूद्ध मारपीट व सरकारी कार्य में बाधा पहंुचाने के झूठे मुकदमें थाना कोतवाली में दर्ज करवाये। पार्षदों ने भी इस संबंध में थाना कोतवाली में मारपीट की सूचना दी थी लेकिन इस पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। यह सभी मुकदमें राजनीतिक दबाव में जन प्रतिनिधियों को तंग करने की नीयत से दर्ज किये गये हैं। उन्होंने मांग की है कि इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच करवा कर उचित कार्यवाही की जाये। प्रतिनिधि मण्डल में राजेन्द्र नवानी, राजेन्द्र सिंह ढिल्लो, परमानंद कण्डवाल, सूरज भाटिया, कमला रावत, उषा लखेड़ा, सुधा बड़थ्वाल आदि शामिल थे।
ब्रिटेन ने जताई पुर्ननिर्माण में मदद की इच्छा
देहरादून, 1 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। ब्रिटिश हाई कमिश्नर जेम्स डेविड बेवन ने मंगलवार को सचिवालय में मुख्य सचिव सुभाष कुमार से मुलाकात कर उत्तराखण्ड के आपदा प्रभावित क्षेत्रों के पुर्ननिर्माण में मदद करने की इच्छा जताई। इसके साथ ही ब्रिटेन सरकार राज्य में शिक्षा, पर्यटन, आदि क्षेत्रों में पूंजी निवेश करना चाहती है। हाई कमिश्नर ने मुख्य सचिव को बताया कि उनके देश के एनजीओ और वित्तीय संस्थाएं उत्तराखण्ड में अवस्थापना विकास में मदद करना चाहती हैं। इसके साथ ही ब्रिटिश यूनिवर्सिटी राज्य में अध्यापकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम, खासतौर पर अंग्रेजी भाषा शिक्षण का प्रशिक्षण देना चाहती है। उच्च और तकनीकी शिक्षा के साथ ही पर्यटन विकास में भी योगदान दिया जायेगा। इस सिलसिले में डिप्टी हाई कमिश्नर अगले हफ्ते उत्तराखण्ड आकर रोडमैप तैयार करेंगे। ब्रिटिश हाई कमिश्नर ने आपदा के दौरान उत्तराखण्ड सरकार द्वारा किये गये ऐतिहासिक बचाव व राहत कार्य की सराहना की। इससे पूर्व मुख्य सचिव ने ब्रिटिश हाई कमिश्नर को तबाही के मंजर का तफसील से बयां किया। आपदा में फंसे लगभग 1.50 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुॅचाया गया। इनमें से 39000 लोगों को एयरलिफ्ट कर बचाया गया। तेजी से राहत राशि का वितरण किया गया। राहत के 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो गये हैं। सड़कों, पुलों, स्कूल भवनों, ऊर्जा, पेयजल आदि बुनियादी सुविधाओं के क्षतिग्रस्त होने से लगभग 7000 करोड़ रूपये की क्षति की भरपाई केन्द्र सरकार करेगी। विश्व बैंक से 1500 करोड़ रूपये, एडीबी से 2000 करोड़ रूपये, योजना आयोग की विशेष सहायता के रूप में 1500 करोड़ रूपये मिलेंगे। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में इंटर मिनिस्ट्रीयल ग्रुप (आईएमजी) बनाया गया है। कैबिनेट सेक्रेटरी और योजना आयोग के साथ लगातार बैठकें हो रही हैं। उन्होंने अवगत कराया कि उत्तराखण्ड में अन्य राज्यों की तुलना में कानून व्यवस्था बेहतर है। बिजली की आपूर्ति और कनेक्टिविटी भी निवेश के अनुकूल है। इसलिए राज्य में पूंजी निवेश का स्वागत है।
सरकार ने जनप्रतिनिधियों का अपमान किया: ध्यानी
देहरादून, 1 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रकाश सुमन ध्यानी ने कहा कि पंचायतों में सरकारी अधिकारियों को प्रशासक बनाकर सरकार ने जनप्रतिनिधियों का अपमान किया है। विदित हो कि सितम्बर में पंचायतों का कार्यकाल समाप्त हो गया है और सरकार ने 6 माह के लिए कार्यकाल बढ़ा दिया है। लेकिन जनप्रतिनिधियों का कार्यकाल नही बढ़ाया गया है। ध्यानी ने कहा कि ग्राम प्रधान संगठन, ब्लाक प्रमुख संगठन आदि तमाम चुने हुए जनप्रतिनिधियों के संगठनों ने सरकार से मांग की कि पंचायतों के साथ चुने हुए जनप्रतिनिधियों का भी आगे कार्यकाल बढ़ाया जाय या उन्हें ही प्रशासक बनाया जाय। सरकार यदि चुने हुए जनप्रतिनिधियों की बात नही सुन रही है तो आम जनता की क्या बात सुनेगी। पूरी न्याय पंचायत का प्रशासक एक व्यक्ति को बनाया गया है। यदि उस न्याय पंचायत में 12 गांव हैं तो एक प्रशासक 12 गांवों का कार्य कैसे करेगा। इससे जनता के कार्यो में व्यवधान होगा और जनता परेशान होगी। लगता है सरकार को लोगों की चिन्ता ही नही है। भाजपा, सरकार के इस अलोकतांत्रिक कार्य की निन्दा करती है।
लोक निर्माण विभाग ने राष्ट्रीय राजमार्ग से हटाया अतिक्रमण
देहरादून, 1 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। ऋषिकेश-हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित गुमानीवाला श्यामपुर क्षेत्र के नागरिकों ने अतिक्रमण हटाने के मामले में लोक निर्माण विभाग पर दोहरा मानक अपनाने का आरोप लगाते हुए तहसील में प्रदर्शन किया। उन्होने विभाग से सड़को को अतिक्रमण मुक्त रखने के लिए समान रूप से कार्यवाही की मांग की। गुमानीवाला के प्रधान जयप्रकाश यादव के नेतृत्व में तहसील पहुंचे क्षेत्रवासियों का कहना था कि श्यामपुर क्षेत्र में हाईवे की पर्याप्त चौड़ाई के बावजूद सड़क के किनारे किए गए निर्माण को बलपूर्वक हटाया गया। जबकि नगर क्षेत्र में विभाग अभियान में शिथिलता बरतकर रसूखदारों को सड़के घेरने की छूट दे रहा है। उनका कहना है कि न्यायालय द्वारा सभी स्थानों पर अतिक्रमण के खिलाफ समान कार्यवाही की बात कही गई है। नगर क्षेत्र मंे अतिक्रमण के कारण अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है। मगर यहां रसूखदारों को बचाने के लिए तरह-तरह के मानक बताए जा रहे हैं। उन्होने कहा कि सड़के अतिक्रमण मुक्त होनी चाहिए। इसके लिए मानको में एकरूपता जरूरी है। इस मौके पर राजेश व्यास, ज्योति सजवाण, ओपी टैगोर, धर्म सिंह खत्री, बबली, चंचल, धर्म खत्री, भगवती देवी, अंजना, राजबाला जोशी आदि शामिल थे।
भालू के हमले में महिला घायल
ऋषिकेश/देहरादून, 1 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। जनपद टिहरी गढ़वाल के नरेन्द्रनगर विकास खंड अंतर्गत दोगी पट्टी में भालू के हमले में एक महिला गंभीर घायल हो गई। महिला घर के समीप खेत में मवेशियों के लिए घास पत्ती लेने गई थीं परिजनों ने उसे सरकारी अस्पताल ऋषिकेश में भर्ती कराया है। कमला देवी 45वर्ष पत्नी टेक सिंह निवासी ग्राम मिंडाथ दोगी पट्टी गांव की महिलाओं के साथ घर के समीप खेत में मवेशियों के लिए घास पत्ती लेेन गई थी। जंगल से सटे खेत में महिलाएं घास पत्ती तोड़ रही थी इसी बीच एक भालू ने कमला पर हमला बोल दिया। जब तक वह भागने का प्रयास करती भालू ने जख्मी कर दिया। साथी महिलाआंे द्वारा शोर मचाने पर भालू जंगल की ओर भाग गया। शोर सुनकर परिजन मौके पर पहुंचे और 108 सेवा से महिला को लहूलुहान हालत में ऋषिकेश सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि गांव में भालू की आमद से खतरा बना रहता है और ग्रामीण वन विभाग से कई बार सुरक्षा के इंतजाम की मांग कर चुके हैं।
गाँधी जयन्ती पर राज्यपाल ने दी बधाई
देहरादून, 1 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। उत्तराखण्ड के राज्यपाल डॉ0 अज़ीज़ कुरैशी ने राज्य के सभी नागरिकों को राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की 144वीें जयन्ती पर बधाई दी है। गाँधी जयन्ती की पूर्व संध्या पर जारी अपने सन्देश में राज्यपाल ने कहा कि ’’बापू ने देश की आजादी के लिए इस उद्देश्य से आन्दोलन छेड़ा था कि आजाद भारत का प्रत्येक व्यक्ति समान रूप से देश की समृद्धि और विकास में हकदार बन सके। उन्होंने ऐसे भारत के सपने साकार करने हेतु संघर्ष किया जहां समाज के अन्तिम छोर का अन्तिम व्यक्ति भी राष्ट्र निर्माण में अपनी आवाज के महत्व को अनुभव कर सके। धर्म, जाति, सम्प्रदाय, वर्ग या लिंग के आधार पर कोई भेद-भाव न हो, सबके समान अधिकार हों, सबको समान अवसर मिले। सुख, शांति, प्रेम, ज्ञान और संतुष्टि से समृद्ध भारत निर्माण का उनका सपना पूरा करने के लिए हमें अहिंसा, अलगाव, अराजकता, मतभेद तथा नफरत की भावनाओं पर विजय पानी होगी इसी में सबकी भलाई है। हमें यह भी याद रखना होगा कि गाँधी जी केवल शब्दों से ही नहीं बल्कि अपने विचार और व्यवहार से देश के प्रेरणास्रोत बने। बापू ने अपने जीवन के अनुभवों के आधार पर कहा था कि भावना शुद्ध हो तो प्रत्येक संकट का सामना करने के लिए सेवक/सहयोगी और साधन मिल ही जाते हैं। आज इस महान अवसर पर उनके दिखाये मार्ग पर चलने का संकल्प लेकर उनके प्रति हार्दिक सम्मान व श्रद्धा व्यक्त करें।’’
सीएम ने दी गांधी जंयती व लाल बहादुर जयंती की शुभकामनाएं
देहरादून, 1 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने गांधी जयंती के शुभ अवसर पर राज्यवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। गांधी जयंती पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी जी के घर-घर सुराज के सपने को साकार करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि गांधी जी के सत्य, अंहिसा और शांति के सिद्धांतों को अपनाकर ही प्रदेश एवं देश की उन्नति हो सकती है और इसके द्वारा हम समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति की सच्ची सेवा कर सकते है। मुख्यमंत्री ने सामाजिक कुरीतियों को दूर करते हुए सामाजिक समरसता कायम रखने का आह्वान करते हुए कहा कि गांधी जी के सपनों के अनुरूप राष्ट्र एवं राज्य के विकास एवं जन-जन के उत्थान के कार्यक्रमों को हमें प्राथमिकता में लेना होगा। ग्रामीण क्षेत्रों के विकास एवं पंचायतीराज व्यवस्था को सुदृढ़ करने जैसे कार्यो को भी समयबद्धता के साथ जनसहयोग द्वारा पूरा करने का हमारा प्रयास रहेगा। वहीं मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर जारी अपने संदेश में कहा है कि शास्त्री जी के सिद्धांत एवं आदर्शों का अनुसरण कर हम देश और प्रदेश को उन्नति के पथ पर तेजी से आगे बढ़ा सकते है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शास्त्री जी ने सार्वजनिक जीवन में सादगी, सत्यनिष्ठा, लगन, नैतिकता व राष्ट्र के प्रति समर्पण की जो अदभुत मिसाल कायम की, वह हम सबके लिए प्रेरक है। उन्होंने कहा कि शास्त्री जी ने ‘जय जवान जय किसान’ का नारा देकर राष्ट्र को संकट की घड़ी में स्वाभिमान और एकजुटता के साथ मजबूती से खड़े होने का रास्ता दिखाया। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में उच्च आदर्शों और नैतिकता को सर्वोच्च स्थान दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि शास्त्रीजी का व्यक्तित्व व कृतित्व देश की युवापीढ़ी के लिये सदैव प्रेरणा का स्रोत रहेगा।
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