कभी सड़क पर चला करो मुख्यमंत्री जी: जितेन्द्र सिंह
देहरादून, 4 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। मुख्यमंत्री जी कभी सड़क से भी यात्रा किया करो, क्या अभी तक आप सड़क से कहीं गए हो, इस सवाल पर मुख्यमंत्री बगलें झांकने लगे। यह सवाल मुख्यमंत्री पर दागा केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री जितेन्द्र सिंह ने। रक्षा राज्य मंत्री ने सचिवालय के चतुर्थ तल पर स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में यह सवाल दागा। इतना ही नहीं इस सवाल के बाद कुछ देर सन्न रहने के बाद मुख्यमंत्री बोले उपर से ही देखा है, किन्तु अब तो कुछ ठीक हो गई है सड़क। इस पर केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह ने फिर चुटकी लेते हुए कहा कि एक बार सड़क से जाकर देखिए तब कहीं आपको पता चलेगा कि स्थितियां क्या है। इस सारे वाक्ये से पहले मुख्यमंत्री सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के सड़क निर्माण कार्यों की सुस्त रफ्तार पर बीआरओ को कई बार जितेन्द्र सिंह के सामने कोस चुके थे, लेकिन जब जितेन्द्र सिंह ने उनसे ये सवाल किए तो उन्होंने अचानक यू टर्न ले लिया और वे भी जितेन्द्र सिंह के सुर में सुर मिलाने लगे। वहीं जितेन्द्र सिंह ने प्रैस वार्ता में बीआरओ की जमकर पीठ ही नहीं थपथपाई, बल्कि उन्होंने यह तक कहा कि आपदा के दौरान जिन विकट परिस्थितियों में बीआरओ ने काम किया है देश की कोई और एजेंसी नहीं कर सकती थी। वहीं मुख्यमंत्री को एक और असहज स्थिति का सामना तब करना पड़ा, जब पत्रकार वार्ता में यह सवाल उठा कि जब बीआरओ इतना अच्छा कार्य कर रही है, तो राज्य सरकार आखिर क्यांे उसकी मुखालफत कर रही है, इस पर जितेन्द्र सिंह के साथ बैठे मुख्यमंत्री बगलें झांकने लगे और सकपकाते हुए उन्होंने सफाई दी कि बीआरओ ने काबिले तारीफ काम किया है, इतना ही नहीं उन्होंने यहां तक कह दिया कि राज्य सरकार को बीआरओ से कोई शिकायत नहीं है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि आपदा के बाद जब राहत कार्यों की समीक्षा बैठकें हुई, इन तमाम बैठकों में एक चर्चित प्रमुख सचिव सहित मुख्यमंत्री बीआरओ के सुस्त रफ्तार और उसकी कार्यप्रणाली पर शिकायत ही करते रहे, इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने तो कई बार बीआरओ के केंद्र के नियंत्रण में होने की बात कहकर अपना पल्ला भी झाड़ा था। मुख्यमंत्री के अचानक बदलें सुरों से पत्रकार वार्ता में मौजूद बीआरओ अधिकारियों की समझ में यह माजरा नहीं आया कि आखिर मुख्यमंत्री के सुर अचानक क्यों बदल गए हैं।
गृहमंत्री व मुख्यमंत्री 7 को सितारगंज में जिलाधिकारी ने लिया व्यवस्थाओं का जायजा
देहरादून, 4 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। सितारगंज में केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे और मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के आगामी 7 अक्टूबर के आगमन कार्यक्रम को देखते हुए जिलाधिकारी बृजेश कुमार संत ने आज हैलीपेड सहित सभास्थल आदि का व्यापक निरीक्षण किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी संत ने कहा कि गृहमंत्री व मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में भी प्रकार की कोताही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मौसम को देखते हुए हैलीपेड की सतह पूर्णरूप से पक्की कराई जाए। ताकि किसी प्रकार की परेशानी न आने पाए। सुरक्षा की दृष्टि से भी लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता योगेश लाल को निर्देश देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि बैरिकेटिंग आदि मानकों के अनुरूप तथा मजबूत बनाए जाएं। डीएम ने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से पर्याप्त मात्रा में सभास्थल तथा हेलीपेड पर भारी पुलिस बल तैनात रहेगी। विदित हो कि आगामी 7 अक्टूबर को सितारगंज में सीमा सुरक्षा बल, सशस्त्र सीमा सुरक्षा बल का वाहिनी मुख्यालय स्थापना के साथ ही सिरसा-सिडकुल मार्ग का शिलान्यास एवं बिज्टी सड़क का लोकार्पण कार्यक्रम निर्धारित है। डीएम संत ने केंद्रीय गृहमंत्री एवं मुख्यमंत्री के आगमन पर व्यवस्थाओं में तैनात सभी अधिकारियों को निर्देश दिए है कि उन्हें सौंपी गई जिम्मेदारियों को निष्ठा से पूर्ण करें। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी हरीश चंद्र कांडपाल, उप जिलाधिकारी मनीष कुमार, पुलिस क्षेत्राधिकारी राजेंद्र सिंह हयांकी, अपर उपजिलाधिकारी ऋचा सिंह, कांग्रेस जिलाध्यक्ष नारायण सिंह बिष्ट, तहसीलदार आरसी गौतम, एसएसआई आरसी मखोलिया, सिडकुल चौकी इंचार्ज दिनेश बल्लभ आदि लोग उपस्थित थे।
अनियमितताओं पर उक्रांद का प्रदर्शन
देहरादून, 4 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। जिलापूर्ति कार्यालय में अनियमितताओं को लेकर उत्तराखण्ड क्रांति दल ने प्रदर्शन किया। जिला पूर्ति कार्यालय में प्रदर्शन के दौरान उक्रांद कार्यकर्ताओं ने कहा कि दूनवासियों के लम्बे समय से राशन कार्ड नहीं बन पाये हैं। एक ओर जहां लोगों को कई दिनों तक चक्कर काटने पड़ते हैं वहीं कुछ लोग पैसे दे कर एक-दो दिन में ही राशन कार्ड बनवा लेते हैं। जिसमें विभाग के कुछ लोगों व राशन डीलरों के सम्मिलित होने की सूचनाएं मिल रही हैं। कुछ डीलर दिनभर सरकारी कर्मचारियों की कुर्सियों पर बैठ कर अपने क्षेत्र के लोगों से पैसे लेकर कार्ड बनाते हैं इस पर तत्काल रोक लगायी जानी चाहिए। उनका कहना था कि सरकारी राशन विक्रेता अपना कार्य निर्वाहन ठीक तरह से नहीं कर रहे हैं। न तो समय पर दुकानें खोलते हैं न ही जनता को राशन वितरित किया जाता है। इन विक्रेताओं पर तुरंत अंकुश लगना चाहिए। ऐसे विक्रेताओं के यहां समय-समय पर छापे पड़ने चाहिए और दुकानें खुलने व बंद होने के समय का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए। यह भी जांच की जानी चाहिए कि जिस व्यक्ति के नाम का परमिट है वही दुकान का संचालन किया जाना चाहिए। उन्होंने मांग की है कि राशन की दुकानों के आगे बीपीएल कार्ड धारकों की लिस्ट लगी होनी चाहिए। सभी दुकानों में एक से 15 तारीख के बीच राशन उपलब्ध होना चाहिए। राशन विक्रेताओं द्वारा घटतौली पर तुरंत रोक लगानी चाहिए। राशन कार्ड बनाने की समय सीमा तय होनी चाहिए। खाद्य सुरक्षा योजना के फार्म अभी कुछ क्षेत्रों में नहीं बांटे गये हैं। ये फार्म शीघ्र बांटे जायें। प्रदर्शन करने वालों में विरेन्द्र सिंह बिष्ट, अजीत शर्मा, अतुल राणा, पुष्पा ममगाई, कैलाश भट्ट, प्रमोद कुमार, प्रमिला शर्मा, अरविंद, विजयपाल, काशी राम, सुनील ध्यानी तथा सचिन टंडन आदि शामिल थे।
राष्ट्रीय खाद्य योजना को लेकर बैठक आहूत
देहरादून, 4 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। जनपद देहरादून के नगर निगम क्षेत्रार्न्तगत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में पात्र व्यक्तियों के चयन हेतु जिलाधिकारी देहरादून बीवीआरसी पुरूषोतम की अध्यक्षता में कैप कार्यालय में नगर निगम एवं जिला प्रशासन के नोडल अधिकारियों के साथ बैठक आहूत कर इस योजना में पात्र लाभार्थियों का चयन करने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। बैठक में उन्होने अपर मुख्य नगर अधिकारी नगर निगम उदय सिंह राणा को 6 बिन्दुओं पर सूचना उपलब्ध कराने के निर्देश दिये है कि नगर निगम के 60 वार्डो में बी.पी.एल., अन्त्योदय, तथा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में चयनित किये जाने वाले पात्र व्यक्तियों की सूची तथा वार्डवार कितने फार्म वितरित किये गये है तथा कितने फार्म प्राप्त हुए है एवं नये पात्र लाभार्थियों का चिन्हीकरण तथा नगर निगम द्वारा इस कार्य में लगाये गये सुपरवाईजरों के सम्बन्ध में जानकारी कि कौन कमर्मचारी सही ढंग से कार्य कर रहा है तथा कौन कार्य में लापरवाही बरत रहा है उसकी जानकारी तथा कितने पात्र व्यक्तियों का चयन किया गया है तथा कितने पात्र व्यक्ति वंचित रह गये है तथा इस योजना में पात्र व्यकितयों के चयन में आ रही समस्या के सम्बन्ध में सांय 6 बजे तक सूचना उपलब्ध कराने केे निर्देश दिये है। उन्होने अपर जिलाधिकारी प्रशासन हरक सिंह रावत को भी निर्देश दिये है कि इस कार्य में लगाये गये प्रशासन के 10 कर्मचारियों के सम्बन्ध में जानकारी संाय तक उपलब्ध कराने को कहा है तथा जिला पूर्ति अधिकारी को भी निर्देश दिये है कि उनके स्तर से इस योजना में कार्य कर रहे कर्मचारियों को संाय को होने वाली बैठक में उपस्थित होने के निर्देश दिये है। उन्होने सभी अधिकारियों को निर्देश दिये है कि इस योजना के क्रियान्वयन में यदि कहीं कोई समस्या एवं दिक्कत आ रही है तो उससे उन्हे तत्काल अवगत कराया जाये ताकि इस योजना में आ रही समस्या का तुरन्त समाधान किया जा सके । उन्होने कहा कि यह योजना भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण व महत्वकांक्षी योजना है इसके सफल क्रियान्वयन के लिए भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुसार इस योजना में पात्र लाभार्थियों का चयन किया जाना है। बैठक में जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी सदर को निर्देश दिये है कि वे शहर से लगे ग्र्रामीण क्षेत्रों में पात्र व्यक्तियों के चयन हेतु सम्बन्धित अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ बैठक आहूत कर पात्र व्यक्तियों का चयन करना सुनिश्चित करे। उन्होनेे उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिये इस योजना में प्राप्त हो रहे आवेदन पत्रों की जांच 10 दिन तक अनिवार्य रूप से कराना सुनिश्चित करें। तथा जो पात्र व्यक्ति वंचित रह गये है उनका चिन्हीकरण करना सुनिश्चित करें। उन्होेने निर्देश दिये है कि इस योजना में दिये गये दिशा निर्देशो के आधार पर ही पात्र व्यक्तियों का चयन किया जाये। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ज्योति नीरज खैरवाल, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व झरना कमठान, अपर जिलाधिकारी प्रशासन हरक सिंह रावत, अपर मुख्य अधिकारी नगर निगम, उदय सिंह राणा, उप जिलाधिकारी सदर राम जी शरण, जिला पूर्ति अधिकारी श्याम आर्य सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।
एक लाख की हेरोइन और चार पेटी अंग्रेजी शराब पकड़ी
देहरादून, 4 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। पुलिस ने शुक्रवार को एक लाख रूपये की हेराइन के साथ तीन व्यक्तियों को दबोचा है, जबकि कार में ले जाई जा रही हजारों रूपये की अंग्रेजी शराब के साथ भी एक युवक को गिरफ्तार किया है। पुलिस द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस को सूचना मिली थी कि कैनाल रोड़ के पास स्कूटर से तीन आरोपी एक लाख रूपये की हेरोइन लेकर आ रहे हैं और वह उसे किसी अन्य का देंगे। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और वाहनों की जांच शुरू कर दी, इस बीच ईसी रोड़ पर स्कूटर व स्कूटी पर युवक आते दिखाई दिए और उन्होंने पुलिस को देखकर अपने वाहनों की गति तेज कर दी, लेकिन उन्हें भागने का कोई मौका नहीं मिल पाया। पुलिस ने उनके वाहन की तलाश ली तो उनके पास से दस ग्राम हेरोइन बरामद की है, जिसकी अंतर्राष्ट्रीय कीमत एक लाख रूपये बताई जा रही है। पकड़े गए आरोपियों ने अपने नाम शुभम सेमवाल निवासी विजय पार्क, अमन निवासी सहसपुर तथा राहुल थापा निवासी डोभालवाला बताए। वहीं दूसरी ओर पुलिस ने रेस्टकैंप के पास एक सेंट्रो कार नंबर डीएल 3 सी 5955 में से चार पेटी अंग्रेजी शराब बरादम की और व्यक्ति अजायत सिंह पुत्र जोविंद्र सिंह निवासी रेस्टकैंप को गिरफ्तार कर लिया।
भाई ने भाई को चाकूओं से गोदा
देहरादून, 4 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। बड़े भाई को अपने छोटे भाई को गुंडागर्दी न करने की सलाह देना भारी पड़ गया। अपने दो साथियांे के साथ मिलकर छोटे भाई ने अपने ही बड़े भाई को चाकुओं से गोद दिया जिसकी हालत बेहद गंभीर बनी हुई है। दून अस्पताल में घायल को भर्ती किया गया है जबकि तीनों आरोपी फरार बताए जा रहे हैं। कोतवाली पुलिस के अनुसार आरोपियों की तलाश में छापे मारे जा रहे हैं। दो भाईयों के बीच चल रही पुरानी रंजिश का परिणाम बेहद भयावह बन कर सामने आया है। शुक्रवार सुबह एक भाई ने दूसरे भाई को कांवली रोड पर चाकुओं से गोद कर लहुलुहान कर दिया। पुलिस द्वारा मिली जानकारी के अनुसार दीपक निवासी कांवली रोड एवं सोनू निवासी कांवली रोड, दोनेां भाई अपना-अपना कारोबार करते हैं। दीपक कुमार कांवली रोड पर गैस चूल्हे ठीक करने का काम करता है जबकि सोनू ब्याज पर पैसे देने का धंधा करता है। बताते हैं कि ब्याज का पैसा लेने के लिए सोनू पैसे समय पर वापस न मिलने पर किसी भी हद तक चले जाता था और अपने साथियों के साथ मिलकर पार्टी से मारपीट तक करने में उतारू हो जाता था। सोनू से पैसा लेने वाले कुछ लोगों ने दीपक को इस बारे में अवगत कराया तो दीपक ने अपने भाई को समझाने का प्रयास किया और धंधे केा सौहार्द और संयम से चलाने की सलाह दी। इसी बात को लेकर सोनू अपने भाई से रंजिश रखने लगा और उसे उसके धंधे में दखल ने देने की धमकी दी। वहीं दीपक द्वारा बार-बार अपने भाई सोनू को समझाने का प्रयास किया जाता रहा, जिससे सोनू ने तंग आकर ऐसा कदम उठाने का फैसला कर लिया जिससे उसके भाई की जान पर बन आई है। आज सुबह जब दीपक अपने काम पर आ रहा था तो उसी वक्त सोनू अपने दो साथियों दीपक एवं रणजीत के साथ कांवली रोड पर आया और अपने भाई को रोक लिया। दोनों भाईयांे में किसी बात को लेकर झगड़ा होने लगा जिस पर तीनों ने मिलकर दीपक पर चाकुओं से हमला बोल दिया और उसे कई स्थानों पर गोद डाला। सरेराह इस घटना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। अपने ही भाई को चाकुओं से गोद कर दीपक साथियों सहित कार से फरार हो गया। आसपास के लोगों ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी जिसके बाद दीपक को दून अस्पताल मंें भर्ती किया गया है जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। तीनों आरोपी फरार बताए जा रहे हैं।
कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार
देहरादून, 4 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के बैनर तले विभिन्न विभागों से जुडे हुए फील्ड कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार मांगों के निस्तारण की मांग को लेकर शुक्रवार को भी जारी रहा और इस दौरान सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी गई। प्रदेश भर के लाखों कर्मचारी कार्य बहिष्कार पर है। इस दौरान कर्मचारियों ने परेड ग्राउंड में धरना देकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और समझौतों का तत्काल शासनादेश जारी किये जाने की मांग की। कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार के चलते हुए कामकाज पूर्ण रूप से ठप्प रहा और लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। यहां परिषद के बैनर तले विभिन्न विभागों से जुडे हुए फील्ड कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार करते हुए परेड ग्राउंड में इकठठा हुए और वहां से सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए ध्रना दिया। इस दौरान संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि प्रदेश के समस्त क्षेत्रीय कार्मियों ग्राम पंचायत अधिकारी कृषि विभाग, उद्यान विभाग, आबकारी विभाग, वन विभाग, परिवहन विभाग, सिंचाई विभाग, सहित अन्य विभागों के कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रही है और जिसके लिए व्यापक स्तर पर आंदोलन किया जायेगा। वक्ताओं ने कहा कि सरकार की उपेक्षापूर्ण नीति के चलते हुए कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है, और सरकार से कर्मचारियों की वार्ता हुई और उसमें समझौता हुआ लेकिन आज तक समझौता का शासनादेश जारी नहीं किया गया है जिससे कर्मचारियों में रोष बना हुआ है। फील्ड कर्मचारियों की लंबित समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है। कर्मचारियों ने आज से तीन दिन का कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है और आगे की रणनीति इसके बाद तैयार की जायेगी। वक्ताओं ने कहा कि पिछले काफी समय से कर्मचारी अपनी मांगों के निदान के लिए आंदोलनरत है लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है जिससे कर्मचारियों में रोष है कि उनकी आज तक पदोन्नति नहीं की जा रही है। फील्ड कर्मचारियों को स्तरोन्थान के स्थान पर पदोन्नति एवं ग्रेड पे प्रदान नहीं किया जा रहा है जो चिंता का विषय है। वक्ताओं ने कहा कि वर्ग एक से तीन तक के कर्मचारियों को 2400, 4200 व 4800 रूपये की ग्रेड पे अनुमन्य किया जाये जिसकी लंबे समय से मांग की जा रही है लेकिन सरकार ने अभी तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया है और कर्मचारी आज सडकों पर उतर रहे है, उन्होंने कहा कि आगामी पंचायत चुनाव एवं लोक सभा चुनाव में सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पडेगा। वक्ताओं का कहना है कि सभी राज्य कर्मचारियों को पूरे सेवा काल में तीन पदोन्नति अनिवार्य रूप से देने की व्यवस्था जाये और एसीपी में स्तरोन्यन के स्थान पर पदोन्नत ग्रेड वेतन की सुविधा लागू की जाये तथा समान पद के लिए समान ग्रेड की सुविधा प्रदान की जाये लेकिन आज तक कार्यवाही नहीं हो पाई है। इस दौरान ठाकुर प्रहलाद सिंह, प्रदीप कोहली, नंद किशोर त्रिपाठी, दीपक पुरोहित, भोपाल सिंह, अंजू बडोला, पी एल बडोनी, चौधरी ओमवीर सिंह, अरूण पांडे, शक्ति प्रसाद भटट, बी डी जोशी, यू सी थपलियाल, आर एस बिष्ट, प्रेम कुमार, जगमोहन सिंह नेगी सहित विभिन्न विभागों के कर्मचारी मौजूद थे।
भाजयुमो का जिला मुख्यालय में प्रदर्शन
देहरादून, 4 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। विकास, भ्रष्टाचार, महंगाई व लचर कानून व्यवस्था को लेकर शुक्रवार को भारतीय जनता युवा मोर्चा ने जिला मुख्यालय में जबरदस्त प्रदर्शन किया। शुक्रवार को भाजयुमो कार्यकर्ता भारी संख्या में जुलूस के रूप में जिला मुख्यालय पहुंचे और वहां जम कर प्रदर्शन किया। जिला प्रशासन के माध्यम से राज्यपाल को प्रेषित ज्ञापन के माध्यम से भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने कहा है कि सरकार ने चुनाव से पूर्व बेरोजगारों को लुभाने के लिए बेरोजगारी भत्ते की बात की थी लेकिन सरकार बनने ही अव्यवहारिक व पेचिदा नीति बना कर सरकार ने उसे शिक्षा के स्तरों में बांट दिया। राज्य की कुल बेरोजगारी के एक प्रतिशत युवा भी उस नीति से आच्छादित नहीं होते हैं। उन्होंने कहा कि जो नौजवान सरकार की नीतियों के कारण पात्रता रखते हैं उन्हें तत्काल भत्ते जारी किये जायें। प्रदेश में उद्योग चौपट हो चुके हैं और दैवीय आपदा से चारधाम यात्रा पूरी तरह समाप्त हो गयी है। इससे जुड़े युवा भूखमरी के कगार पर हैं। छोटे व्यापारी, वाहन चालक, होटल स्वाम आदि नौजवान तंगहाली में जी रहे हैं। बैंकों से ऋण लेकर जिन लोगों ने व्यापार प्रारंभ किये थे आपदा में सब कुछ गंवा के अब बैंकों का उत्पीड़न सह रहे हैं। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। पुलिस सरकारी दबाव में काम करने के कारण अपनी पेशेवर क्षमता भी खो चुकी है। भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने निजी स्कूलों की मनमानी पर प्रतिबंध लगाने की मांग भी की है।
बेरोजगार शिक्षित संगठनों ने धरना दिया
देहरादून, 4 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। शुक्रवार को उत्तराखण्ड के तमाम बेरोजगार शिक्षित संगठनों के प्रतिनिधियों ने राज्याधीन सरकारी सेवाओं व राज्य लोक सेवा आयोग के दायरे में आने वाले पदों/ आंदोलनकारियों के लिए दस प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण व उपरी आयु सीमा 40 वर्ष किये जाने की मांग को लेकर व्हाइट हाउस के समीप धरना दिया। धरने पर बैठे प्रतिनिधियों का कहना था कि राज्य सरकार ने युवाओं के हित में सरकारी सेवाओं में आयु 35 वर्ष से बढ़ा कर 40 वर्ष की थी लेकिन उच्च न्यायालय ने आयु सीमा वृद्धि संशोधित नियमावली 2012 पर रोक लगा दी है। जिसकारण युवाओं के भविष्य पर प्रश्नचिन्ह लग गया है। लोक सेवा आयोग द्वारा उच्च न्यायालय के निर्णय के अनुपालन में आयु सीमा 40 वर्ष से घटा कर 35 वर्ष कर दी हैं। उन्होंने मांग की है कि आयु सीमा पूर्व की भांति 40 वर्ष की जाये और जब तक यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है और फैसला नहीं आ जाता है तब तक समस्त विज्ञप्तियों पर रोक लगायी जाये। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा राज्य निर्माण आंदोलनकारियों को दी जा रही 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण पर उच्च न्यायालय द्वारा रोक लगा दी गयी है। जिससे उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग, प्राविधिक शिक्षा परिषद, पंतनगर विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित परीक्षाओं में सफल हुए अभ्यर्थियों की नियुक्ति पर रोक लग गयी है। इस प्रकरण को अविलम्ब आंदोलनकारियों व उनके आश्रितों के हित में स्थगन आदेश को निरस्त करते हुए उचित कार्यवाही की जाये। उन्होंने उच्च न्यायालय द्वारा कुशल खिलाड़ियों को दिये जाने वाले क्षैतिज आरक्षण पर भी रोक लगाने को खिलाड़ियों के साथ अन्याय बताया है। इसके निराकरण की भी उन्होंने मांग की है। धरने पर रविन्द्र जुगरान, दीपक नेगी, विपिन शर्मा, सुयश कुकरेती, मानवेन्द्र सिंह, प्रदीप चौहान, कैलाश रावत, आशीष, केशव उनियाल, अश्वनी डबराल तथा अल्पना आदि बैठे।
केदारनाथ में मारे गए लोगों की याद में किया गया वृक्षारोपण
ऋषिकेश/देहरादून, 4 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। केदारनाथ आपदा में मारे गए लोगों की आत्माओं की शान्ति हेतु पितृ अमावस विसर्जन के दौरान भाजपा के गंगा प्रकोष्ठ द्वारा मुनिकीरेती स्थित गंगा किनारे व जनार्दन जूनियर हाई स्कूल में वृक्षारोपण किया गया। गंगा प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय सह संयोजक प्रेमचन्द अग्रवाल के नेतृत्व में आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम के दौरान फलों के साथ पर्यावरण को बचाने के लिए पीपल, आवंला आदि के सैकड़ो पेड़ लगाए गए। इस अवसर पर प्रेमचन्द अग्रवाल ने कहा कि पर्यावरण की दृष्टि से लगाए गए यह पेड़ जहां केदारनाथ में आई प्राकृतिक आपदा में मारे गए हूतात्माओं की शान्ति हेतु उन्हे शुद्ध हवा का एहसास कराएगें वहीं पर्यावरण की दृष्टि से भी इन पेड़ो को लगाया जाना जहां अत्यनत आवश्यक है, वहीं गंगा तटों को बचाने में भी यह सहायक होगें । इस अवसर पर नगर पंचायत मुनिकीरेती अध्यक्ष शिवमूर्ति कण्डवाल, मण्डल अध्यक्ष पुष्पा देवी, जय प्रकाश कोठारी, पंकज शर्मा, शिव कुमार गौतम, दिनेश सती सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।
हजारों लोगों ने अपने पितृों की शान्ति हेतु पिण्डदान कर किया तर्पण
देहरादून, 4 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। शारदीय पितृपक्ष के दौरान अन्तिम दिन त्रिवेणी घाट पर हजारों लोगों ने अपने पितृों की आत्मा की शान्ति हेतु गंगा में पिण्डदान तर्पण कर यज्ञ में आहूति डाली। इस दौरान गढ़वाल में आई प्राकृतिक आपदा का असर पितृपक्ष पर भी दिखाई पड़ा। पहले जहां देश-विदेश से यजमान गंगा तट पर अपने पितृों के पिंडदान के लिए आते हैं। वहीं इस बार कर्मकांड कराने वाले पंडित और पुजारी बाहर से आने वाले यजमानांे की इस बार राह ताकते रह गए। पिछले 20 साल से त्रिवेणीघाट पर विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान कराने वाले पंडित मधुसूदन शर्मा बताते हैं कि पहली बार ऐसा हुआ जब बाहरी प्रांतो के श्रद्धालुओं ने पितृपक्ष में तीर्थनगरी का रूख नही किया। गंगा किनारे पिंडदान का विशेष महत्व है, यही वजह है कि पितृपक्ष में तर्पण श्राद्ध के लिए देश ही नहीं विदेशों से भी यजमान यहां आते थे लेकिन इस बार स्थानीय श्रद्धालु ही पहुंचे। पंडित मेधनीधर शुक्ल ने बताया कि थाइलैण्ड मलेशिया आसाम और दिल्ली से श्रद्धालु पितृपक्ष में अपने पितृों के निमित्त श्राद्ध तर्पण के लिए आते थे लेकिन इस बार कोई नहीं आया।15 दिन यजमानों की राह ताकते ही बीत गए। इस बार दान दक्षिणा कम मिलने से आर्थिकी गड़बड़ा गई है। हालांकि अन्तिम दिन बड़ी संख्या में स्थानीय व बाहर से आए लोगों ने अपने पितृों की आत्मा की शान्ति हेतु अनुष्ठान आदि का आयोजन कर उन्हे अपनी श्रद्धांजली व्यक्त की ।
दिल्ली से पिण्डदान व अनुष्ठान करने आया युवक गंगा में डूबा
ऋषिकेश/देहरादून, 4 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। मुनिकीरेती थाना क्षेत्र मंे स्वामी नारायण घाट पर नहाते समय पानी में डूबने से एक यात्री की मौत हो गई। वह आगरा से सपरिवार गंगा स्नान के लिए तीर्थनगरी पहुंचे थे। घटना से परिजनों में मातम छा गया। पितृ अमावस्या पर लोकेश यादव 40 वर्ष पुत्र डालचंद निवासी ग्राम ककरेटा पोस्ट सिंकदरा आगरा कार से परिजनों के साथ शीशमझाड़ी स्थित पंचवटी आश्रम पहुंचंे। पत्नी सुषमा मां फूल माला और तीन बच्चों को आश्रम में छोड़कर वह गंगा स्नान के लिए स्वामी नारायण घाट पर चले गये। घाट पर आगरा से आए कुछ यात्री पहले से नहा रहे थे। इसी बीच अचानक लोकेश का पांव फिसला और पानी के तेज बहाव में आकर बहने लगा। उन्हे संकट में देखकर घाट पर नहा रहे यात्रियों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। लेकिन जब तक लोग उसे बचाने का प्रयास करते वह बहकर काफी आगे निकल गया। सूचना पर उपनिरीक्षक दीपक सिंह रावत कांस्टेबल तेज सिंह उसे बचाने के लिए गंगा में कूदे और करीब एक किमी आगे नावघाट पर उसे पकड़कर पानी से बाहर ले आए। अचेतावस्था में उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां चिकित्सकांे ने उसे मृत घोषित कर दिया।
राज्य में भी न्यूरो की कक्षाएं शुरू करने पर विचार चल रहा है: डा. राजकुमार
ऋषिकेश/देहरादून, 4 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में शीघ्र ही न्यूरो सर्जन की कमी को पूरा कर दिया जायेगा। जिससे भारत के अन्य अस्पतालों को भी लाभ मिलेगा यह जानकारी एम्स के निदेशक डा. राजकुमार ने पत्रकारों को देते हुए बताया कि यूरो सर्जनांे की कमी से जूझ रहे देश में एक्सपर्ट सर्जनों को तैयार करने के लिए न्यूरोलाजिकल्स सर्जन्स सोसाइटी आफ इंडिया बीते कुछ वर्षों से लगातार कार्य कर रही हैे। संस्थागत स्तर पर जल्द राज्य में भी न्यूरो की कक्षाएं शुरू करने पर विचार चल रहा है। जिससे दुर्घटनाआंे में सिर की चोट से होने वाली मोैतांे को कम किया जा सके। एनएसएस के राष्ट्रीय सचिव और एम्स के निदेशक डा. राजकुमार ने बताया कि देशभर में न्यूरो सर्जरी के मामले लगातार बढ़ रहे हेैं। आबादी औेर दुर्घटना के सापेक्ष देश में विशेषज्ञ न्यूरो सर्जनों के अभाव से अधिकांश लोगों की अकाल मौत हो जाती है। एनएसएसआई ने न्यूरो सर्जरी के विकास और दक्षता के लिए विशेष क्लासे शुरू की हैंे। जयपुर मेडिकल कालेज में आयोजित होने वाली इन कक्षाओं मंे देश भर के युवा न्यूरो सर्जन और न्यूरो एक्सपर्ट भाग लेते हैं। बताया कि देश में न्यूरों सर्जरी टेªनिंग के मामले में बड़े संस्थानों और छोटे मेडिकल कालेजों में एकरूपता नहीं है। जिससे देश में न्यूरो सर्जरी एक्सपर्ट की कमी है। देशभर में महज एक हजार न्यूरो सर्जन हैे जबकि देश में छह मिनट में इंजरी से एक व्यक्ति की मौेत हो जाती है।
कुनांऊ में विद्युत सुविधा को लेकर आमरण अनशन शुरू
ऋषिकेश/देहरादून, 4 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। ऊर्जा निगम के डिवीजन दफ्तर पर कुनांऊ के ग्रामीणों का आमरण अनशन प्रारम्भ हो गया है। ज्ञात रहे कि ग्रामीणांे ने बीते 30 सितंबर को ऊर्जा निगम के अधिशासी अभिंयता को ज्ञापन सौंपकर प्राथमिक विद्यालय कुनांऊ में विद्युतीकरण की मांग की थी। उन्होने विभाग को कार्यवाही के लिए तीन दिन का अल्टीमेटम दिया था। जिसकी मियाद बृहस्पतिवार को समाप्त हो गई है। सामाजिक कार्यकर्ता चंद्रमोहन सिंह नेगी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री द्वारा करीब तीन महीने पहले विभाग को स्कूल में विद्युतीकरण के निर्देश दिए गए थे, मगर इसके बावजूद कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। उन्होने बताया कि इस बाबत कार्यवाही किए जाने तक आंदोलन जारी रहेगा।
मंत्री लगाएंगे जनता दरबार
देहरादून, 4 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। प्रदेश के ग्राम्य विकास, पंचायती राज, लघु सिंचाई, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रीतम सिंह 6 अक्टूबर को चकराता पहूॅचेंगे तथा 7 अक्टूबर 2013 को 11ः00 बजे जनता दरबार में भाग लेंगे। कभी सड़क पर चला करो मुख्यमंत्री जी: जितेन्द्र सिंह देहरादून, 4 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। मुख्यमंत्री जी कभी सड़क से भी यात्रा किया करो, क्या अभी तक आप सड़क से कहीं गए हो, इस सवाल पर मुख्यमंत्री बगलें झांकने लगे। यह सवाल मुख्यमंत्री पर दागा केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री जितेन्द्र सिंह ने। रक्षा राज्य मंत्री ने सचिवालय के चतुर्थ तल पर स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में यह सवाल दागा। इतना ही नहीं इस सवाल के बाद कुछ देर सन्न रहने के बाद मुख्यमंत्री बोले उपर से ही देखा है, किन्तु अब तो कुछ ठीक हो गई है सड़क। इस पर केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह ने फिर चुटकी लेते हुए कहा कि एक बार सड़क से जाकर देखिए तब कहीं आपको पता चलेगा कि स्थितियां क्या है। इस सारे वाक्ये से पहले मुख्यमंत्री सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के सड़क निर्माण कार्यों की सुस्त रफ्तार पर बीआरओ को कई बार जितेन्द्र सिंह के सामने कोस चुके थे, लेकिन जब जितेन्द्र सिंह ने उनसे ये सवाल किए तो उन्होंने अचानक यू टर्न ले लिया और वे भी जितेन्द्र सिंह के सुर में सुर मिलाने लगे। वहीं जितेन्द्र सिंह ने प्रैस वार्ता में बीआरओ की जमकर पीठ ही नहीं थपथपाई, बल्कि उन्होंने यह तक कहा कि आपदा के दौरान जिन विकट परिस्थितियों में बीआरओ ने काम किया है देश की कोई और एजेंसी नहीं कर सकती थी। वहीं मुख्यमंत्री को एक और असहज स्थिति का सामना तब करना पड़ा, जब पत्रकार वार्ता में यह सवाल उठा कि जब बीआरओ इतना अच्छा कार्य कर रही है, तो राज्य सरकार आखिर क्यांे उसकी मुखालफत कर रही है, इस पर जितेन्द्र सिंह के साथ बैठे मुख्यमंत्री बगलें झांकने लगे और सकपकाते हुए उन्होंने सफाई दी कि बीआरओ ने काबिले तारीफ काम किया है, इतना ही नहीं उन्होंने यहां तक कह दिया कि राज्य सरकार को बीआरओ से कोई शिकायत नहीं है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि आपदा के बाद जब राहत कार्यों की समीक्षा बैठकें हुई, इन तमाम बैठकों में एक चर्चित प्रमुख सचिव सहित मुख्यमंत्री बीआरओ के सुस्त रफ्तार और उसकी कार्यप्रणाली पर शिकायत ही करते रहे, इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने तो कई बार बीआरओ के केंद्र के नियंत्रण में होने की बात कहकर अपना पल्ला भी झाड़ा था। मुख्यमंत्री के अचानक बदलें सुरों से पत्रकार वार्ता में मौजूद बीआरओ अधिकारियों की समझ में यह माजरा नहीं आया कि आखिर मुख्यमंत्री के सुर अचानक क्यों बदल गए हैं।
गृहमंत्री व मुख्यमंत्री 7 को सितारगंज में जिलाधिकारी ने लिया व्यवस्थाओं का जायजा
देहरादून, 4 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। सितारगंज में केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे और मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के आगामी 7 अक्टूबर के आगमन कार्यक्रम को देखते हुए जिलाधिकारी बृजेश कुमार संत ने आज हैलीपेड सहित सभास्थल आदि का व्यापक निरीक्षण किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी संत ने कहा कि गृहमंत्री व मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में भी प्रकार की कोताही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मौसम को देखते हुए हैलीपेड की सतह पूर्णरूप से पक्की कराई जाए। ताकि किसी प्रकार की परेशानी न आने पाए। सुरक्षा की दृष्टि से भी लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता योगेश लाल को निर्देश देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि बैरिकेटिंग आदि मानकों के अनुरूप तथा मजबूत बनाए जाएं। डीएम ने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से पर्याप्त मात्रा में सभास्थल तथा हेलीपेड पर भारी पुलिस बल तैनात रहेगी। विदित हो कि आगामी 7 अक्टूबर को सितारगंज में सीमा सुरक्षा बल, सशस्त्र सीमा सुरक्षा बल का वाहिनी मुख्यालय स्थापना के साथ ही सिरसा-सिडकुल मार्ग का शिलान्यास एवं बिज्टी सड़क का लोकार्पण कार्यक्रम निर्धारित है। डीएम संत ने केंद्रीय गृहमंत्री एवं मुख्यमंत्री के आगमन पर व्यवस्थाओं में तैनात सभी अधिकारियों को निर्देश दिए है कि उन्हें सौंपी गई जिम्मेदारियों को निष्ठा से पूर्ण करें। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी हरीश चंद्र कांडपाल, उप जिलाधिकारी मनीष कुमार, पुलिस क्षेत्राधिकारी राजेंद्र सिंह हयांकी, अपर उपजिलाधिकारी ऋचा सिंह, कांग्रेस जिलाध्यक्ष नारायण सिंह बिष्ट, तहसीलदार आरसी गौतम, एसएसआई आरसी मखोलिया, सिडकुल चौकी इंचार्ज दिनेश बल्लभ आदि लोग उपस्थित थे।
अनियमितताओं पर उक्रांद का प्रदर्शन
देहरादून, 4 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। जिलापूर्ति कार्यालय में अनियमितताओं को लेकर उत्तराखण्ड क्रांति दल ने प्रदर्शन किया। जिला पूर्ति कार्यालय में प्रदर्शन के दौरान उक्रांद कार्यकर्ताओं ने कहा कि दूनवासियों के लम्बे समय से राशन कार्ड नहीं बन पाये हैं। एक ओर जहां लोगों को कई दिनों तक चक्कर काटने पड़ते हैं वहीं कुछ लोग पैसे दे कर एक-दो दिन में ही राशन कार्ड बनवा लेते हैं। जिसमें विभाग के कुछ लोगों व राशन डीलरों के सम्मिलित होने की सूचनाएं मिल रही हैं। कुछ डीलर दिनभर सरकारी कर्मचारियों की कुर्सियों पर बैठ कर अपने क्षेत्र के लोगों से पैसे लेकर कार्ड बनाते हैं इस पर तत्काल रोक लगायी जानी चाहिए। उनका कहना था कि सरकारी राशन विक्रेता अपना कार्य निर्वाहन ठीक तरह से नहीं कर रहे हैं। न तो समय पर दुकानें खोलते हैं न ही जनता को राशन वितरित किया जाता है। इन विक्रेताओं पर तुरंत अंकुश लगना चाहिए। ऐसे विक्रेताओं के यहां समय-समय पर छापे पड़ने चाहिए और दुकानें खुलने व बंद होने के समय का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए। यह भी जांच की जानी चाहिए कि जिस व्यक्ति के नाम का परमिट है वही दुकान का संचालन किया जाना चाहिए। उन्होंने मांग की है कि राशन की दुकानों के आगे बीपीएल कार्ड धारकों की लिस्ट लगी होनी चाहिए। सभी दुकानों में एक से 15 तारीख के बीच राशन उपलब्ध होना चाहिए। राशन विक्रेताओं द्वारा घटतौली पर तुरंत रोक लगानी चाहिए। राशन कार्ड बनाने की समय सीमा तय होनी चाहिए। खाद्य सुरक्षा योजना के फार्म अभी कुछ क्षेत्रों में नहीं बांटे गये हैं। ये फार्म शीघ्र बांटे जायें। प्रदर्शन करने वालों में विरेन्द्र सिंह बिष्ट, अजीत शर्मा, अतुल राणा, पुष्पा ममगाई, कैलाश भट्ट, प्रमोद कुमार, प्रमिला शर्मा, अरविंद, विजयपाल, काशी राम, सुनील ध्यानी तथा सचिन टंडन आदि शामिल थे।
राष्ट्रीय खाद्य योजना को लेकर बैठक आहूत
देहरादून, 4 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। जनपद देहरादून के नगर निगम क्षेत्रार्न्तगत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में पात्र व्यक्तियों के चयन हेतु जिलाधिकारी देहरादून बीवीआरसी पुरूषोतम की अध्यक्षता में कैप कार्यालय में नगर निगम एवं जिला प्रशासन के नोडल अधिकारियों के साथ बैठक आहूत कर इस योजना में पात्र लाभार्थियों का चयन करने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। बैठक में उन्होने अपर मुख्य नगर अधिकारी नगर निगम उदय सिंह राणा को 6 बिन्दुओं पर सूचना उपलब्ध कराने के निर्देश दिये है कि नगर निगम के 60 वार्डो में बी.पी.एल., अन्त्योदय, तथा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में चयनित किये जाने वाले पात्र व्यक्तियों की सूची तथा वार्डवार कितने फार्म वितरित किये गये है तथा कितने फार्म प्राप्त हुए है एवं नये पात्र लाभार्थियों का चिन्हीकरण तथा नगर निगम द्वारा इस कार्य में लगाये गये सुपरवाईजरों के सम्बन्ध में जानकारी कि कौन कमर्मचारी सही ढंग से कार्य कर रहा है तथा कौन कार्य में लापरवाही बरत रहा है उसकी जानकारी तथा कितने पात्र व्यक्तियों का चयन किया गया है तथा कितने पात्र व्यक्ति वंचित रह गये है तथा इस योजना में पात्र व्यकितयों के चयन में आ रही समस्या के सम्बन्ध में सांय 6 बजे तक सूचना उपलब्ध कराने केे निर्देश दिये है। उन्होने अपर जिलाधिकारी प्रशासन हरक सिंह रावत को भी निर्देश दिये है कि इस कार्य में लगाये गये प्रशासन के 10 कर्मचारियों के सम्बन्ध में जानकारी संाय तक उपलब्ध कराने को कहा है तथा जिला पूर्ति अधिकारी को भी निर्देश दिये है कि उनके स्तर से इस योजना में कार्य कर रहे कर्मचारियों को संाय को होने वाली बैठक में उपस्थित होने के निर्देश दिये है। उन्होने सभी अधिकारियों को निर्देश दिये है कि इस योजना के क्रियान्वयन में यदि कहीं कोई समस्या एवं दिक्कत आ रही है तो उससे उन्हे तत्काल अवगत कराया जाये ताकि इस योजना में आ रही समस्या का तुरन्त समाधान किया जा सके । उन्होने कहा कि यह योजना भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण व महत्वकांक्षी योजना है इसके सफल क्रियान्वयन के लिए भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुसार इस योजना में पात्र लाभार्थियों का चयन किया जाना है। बैठक में जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी सदर को निर्देश दिये है कि वे शहर से लगे ग्र्रामीण क्षेत्रों में पात्र व्यक्तियों के चयन हेतु सम्बन्धित अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ बैठक आहूत कर पात्र व्यक्तियों का चयन करना सुनिश्चित करे। उन्होनेे उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिये इस योजना में प्राप्त हो रहे आवेदन पत्रों की जांच 10 दिन तक अनिवार्य रूप से कराना सुनिश्चित करें। तथा जो पात्र व्यक्ति वंचित रह गये है उनका चिन्हीकरण करना सुनिश्चित करें। उन्होेने निर्देश दिये है कि इस योजना में दिये गये दिशा निर्देशो के आधार पर ही पात्र व्यक्तियों का चयन किया जाये। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ज्योति नीरज खैरवाल, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व झरना कमठान, अपर जिलाधिकारी प्रशासन हरक सिंह रावत, अपर मुख्य अधिकारी नगर निगम, उदय सिंह राणा, उप जिलाधिकारी सदर राम जी शरण, जिला पूर्ति अधिकारी श्याम आर्य सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।
एक लाख की हेरोइन और चार पेटी अंग्रेजी शराब पकड़ी
देहरादून, 4 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। पुलिस ने शुक्रवार को एक लाख रूपये की हेराइन के साथ तीन व्यक्तियों को दबोचा है, जबकि कार में ले जाई जा रही हजारों रूपये की अंग्रेजी शराब के साथ भी एक युवक को गिरफ्तार किया है। पुलिस द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस को सूचना मिली थी कि कैनाल रोड़ के पास स्कूटर से तीन आरोपी एक लाख रूपये की हेरोइन लेकर आ रहे हैं और वह उसे किसी अन्य का देंगे। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और वाहनों की जांच शुरू कर दी, इस बीच ईसी रोड़ पर स्कूटर व स्कूटी पर युवक आते दिखाई दिए और उन्होंने पुलिस को देखकर अपने वाहनों की गति तेज कर दी, लेकिन उन्हें भागने का कोई मौका नहीं मिल पाया। पुलिस ने उनके वाहन की तलाश ली तो उनके पास से दस ग्राम हेरोइन बरामद की है, जिसकी अंतर्राष्ट्रीय कीमत एक लाख रूपये बताई जा रही है। पकड़े गए आरोपियों ने अपने नाम शुभम सेमवाल निवासी विजय पार्क, अमन निवासी सहसपुर तथा राहुल थापा निवासी डोभालवाला बताए। वहीं दूसरी ओर पुलिस ने रेस्टकैंप के पास एक सेंट्रो कार नंबर डीएल 3 सी 5955 में से चार पेटी अंग्रेजी शराब बरादम की और व्यक्ति अजायत सिंह पुत्र जोविंद्र सिंह निवासी रेस्टकैंप को गिरफ्तार कर लिया।
भाई ने भाई को चाकूओं से गोदा
देहरादून, 4 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। बड़े भाई को अपने छोटे भाई को गुंडागर्दी न करने की सलाह देना भारी पड़ गया। अपने दो साथियांे के साथ मिलकर छोटे भाई ने अपने ही बड़े भाई को चाकुओं से गोद दिया जिसकी हालत बेहद गंभीर बनी हुई है। दून अस्पताल में घायल को भर्ती किया गया है जबकि तीनों आरोपी फरार बताए जा रहे हैं। कोतवाली पुलिस के अनुसार आरोपियों की तलाश में छापे मारे जा रहे हैं। दो भाईयों के बीच चल रही पुरानी रंजिश का परिणाम बेहद भयावह बन कर सामने आया है। शुक्रवार सुबह एक भाई ने दूसरे भाई को कांवली रोड पर चाकुओं से गोद कर लहुलुहान कर दिया। पुलिस द्वारा मिली जानकारी के अनुसार दीपक निवासी कांवली रोड एवं सोनू निवासी कांवली रोड, दोनेां भाई अपना-अपना कारोबार करते हैं। दीपक कुमार कांवली रोड पर गैस चूल्हे ठीक करने का काम करता है जबकि सोनू ब्याज पर पैसे देने का धंधा करता है। बताते हैं कि ब्याज का पैसा लेने के लिए सोनू पैसे समय पर वापस न मिलने पर किसी भी हद तक चले जाता था और अपने साथियों के साथ मिलकर पार्टी से मारपीट तक करने में उतारू हो जाता था। सोनू से पैसा लेने वाले कुछ लोगों ने दीपक को इस बारे में अवगत कराया तो दीपक ने अपने भाई को समझाने का प्रयास किया और धंधे केा सौहार्द और संयम से चलाने की सलाह दी। इसी बात को लेकर सोनू अपने भाई से रंजिश रखने लगा और उसे उसके धंधे में दखल ने देने की धमकी दी। वहीं दीपक द्वारा बार-बार अपने भाई सोनू को समझाने का प्रयास किया जाता रहा, जिससे सोनू ने तंग आकर ऐसा कदम उठाने का फैसला कर लिया जिससे उसके भाई की जान पर बन आई है। आज सुबह जब दीपक अपने काम पर आ रहा था तो उसी वक्त सोनू अपने दो साथियों दीपक एवं रणजीत के साथ कांवली रोड पर आया और अपने भाई को रोक लिया। दोनों भाईयांे में किसी बात को लेकर झगड़ा होने लगा जिस पर तीनों ने मिलकर दीपक पर चाकुओं से हमला बोल दिया और उसे कई स्थानों पर गोद डाला। सरेराह इस घटना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। अपने ही भाई को चाकुओं से गोद कर दीपक साथियों सहित कार से फरार हो गया। आसपास के लोगों ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी जिसके बाद दीपक को दून अस्पताल मंें भर्ती किया गया है जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। तीनों आरोपी फरार बताए जा रहे हैं।
कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार
देहरादून, 4 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के बैनर तले विभिन्न विभागों से जुडे हुए फील्ड कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार मांगों के निस्तारण की मांग को लेकर शुक्रवार को भी जारी रहा और इस दौरान सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी गई। प्रदेश भर के लाखों कर्मचारी कार्य बहिष्कार पर है। इस दौरान कर्मचारियों ने परेड ग्राउंड में धरना देकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और समझौतों का तत्काल शासनादेश जारी किये जाने की मांग की। कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार के चलते हुए कामकाज पूर्ण रूप से ठप्प रहा और लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। यहां परिषद के बैनर तले विभिन्न विभागों से जुडे हुए फील्ड कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार करते हुए परेड ग्राउंड में इकठठा हुए और वहां से सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए ध्रना दिया। इस दौरान संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि प्रदेश के समस्त क्षेत्रीय कार्मियों ग्राम पंचायत अधिकारी कृषि विभाग, उद्यान विभाग, आबकारी विभाग, वन विभाग, परिवहन विभाग, सिंचाई विभाग, सहित अन्य विभागों के कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रही है और जिसके लिए व्यापक स्तर पर आंदोलन किया जायेगा। वक्ताओं ने कहा कि सरकार की उपेक्षापूर्ण नीति के चलते हुए कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है, और सरकार से कर्मचारियों की वार्ता हुई और उसमें समझौता हुआ लेकिन आज तक समझौता का शासनादेश जारी नहीं किया गया है जिससे कर्मचारियों में रोष बना हुआ है। फील्ड कर्मचारियों की लंबित समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है। कर्मचारियों ने आज से तीन दिन का कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है और आगे की रणनीति इसके बाद तैयार की जायेगी। वक्ताओं ने कहा कि पिछले काफी समय से कर्मचारी अपनी मांगों के निदान के लिए आंदोलनरत है लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है जिससे कर्मचारियों में रोष है कि उनकी आज तक पदोन्नति नहीं की जा रही है। फील्ड कर्मचारियों को स्तरोन्थान के स्थान पर पदोन्नति एवं ग्रेड पे प्रदान नहीं किया जा रहा है जो चिंता का विषय है। वक्ताओं ने कहा कि वर्ग एक से तीन तक के कर्मचारियों को 2400, 4200 व 4800 रूपये की ग्रेड पे अनुमन्य किया जाये जिसकी लंबे समय से मांग की जा रही है लेकिन सरकार ने अभी तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया है और कर्मचारी आज सडकों पर उतर रहे है, उन्होंने कहा कि आगामी पंचायत चुनाव एवं लोक सभा चुनाव में सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पडेगा। वक्ताओं का कहना है कि सभी राज्य कर्मचारियों को पूरे सेवा काल में तीन पदोन्नति अनिवार्य रूप से देने की व्यवस्था जाये और एसीपी में स्तरोन्यन के स्थान पर पदोन्नत ग्रेड वेतन की सुविधा लागू की जाये तथा समान पद के लिए समान ग्रेड की सुविधा प्रदान की जाये लेकिन आज तक कार्यवाही नहीं हो पाई है। इस दौरान ठाकुर प्रहलाद सिंह, प्रदीप कोहली, नंद किशोर त्रिपाठी, दीपक पुरोहित, भोपाल सिंह, अंजू बडोला, पी एल बडोनी, चौधरी ओमवीर सिंह, अरूण पांडे, शक्ति प्रसाद भटट, बी डी जोशी, यू सी थपलियाल, आर एस बिष्ट, प्रेम कुमार, जगमोहन सिंह नेगी सहित विभिन्न विभागों के कर्मचारी मौजूद थे।
भाजयुमो का जिला मुख्यालय में प्रदर्शन
देहरादून, 4 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। विकास, भ्रष्टाचार, महंगाई व लचर कानून व्यवस्था को लेकर शुक्रवार को भारतीय जनता युवा मोर्चा ने जिला मुख्यालय में जबरदस्त प्रदर्शन किया। शुक्रवार को भाजयुमो कार्यकर्ता भारी संख्या में जुलूस के रूप में जिला मुख्यालय पहुंचे और वहां जम कर प्रदर्शन किया। जिला प्रशासन के माध्यम से राज्यपाल को प्रेषित ज्ञापन के माध्यम से भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने कहा है कि सरकार ने चुनाव से पूर्व बेरोजगारों को लुभाने के लिए बेरोजगारी भत्ते की बात की थी लेकिन सरकार बनने ही अव्यवहारिक व पेचिदा नीति बना कर सरकार ने उसे शिक्षा के स्तरों में बांट दिया। राज्य की कुल बेरोजगारी के एक प्रतिशत युवा भी उस नीति से आच्छादित नहीं होते हैं। उन्होंने कहा कि जो नौजवान सरकार की नीतियों के कारण पात्रता रखते हैं उन्हें तत्काल भत्ते जारी किये जायें। प्रदेश में उद्योग चौपट हो चुके हैं और दैवीय आपदा से चारधाम यात्रा पूरी तरह समाप्त हो गयी है। इससे जुड़े युवा भूखमरी के कगार पर हैं। छोटे व्यापारी, वाहन चालक, होटल स्वाम आदि नौजवान तंगहाली में जी रहे हैं। बैंकों से ऋण लेकर जिन लोगों ने व्यापार प्रारंभ किये थे आपदा में सब कुछ गंवा के अब बैंकों का उत्पीड़न सह रहे हैं। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। पुलिस सरकारी दबाव में काम करने के कारण अपनी पेशेवर क्षमता भी खो चुकी है। भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने निजी स्कूलों की मनमानी पर प्रतिबंध लगाने की मांग भी की है।
बेरोजगार शिक्षित संगठनों ने धरना दिया
देहरादून, 4 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। शुक्रवार को उत्तराखण्ड के तमाम बेरोजगार शिक्षित संगठनों के प्रतिनिधियों ने राज्याधीन सरकारी सेवाओं व राज्य लोक सेवा आयोग के दायरे में आने वाले पदों/ आंदोलनकारियों के लिए दस प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण व उपरी आयु सीमा 40 वर्ष किये जाने की मांग को लेकर व्हाइट हाउस के समीप धरना दिया। धरने पर बैठे प्रतिनिधियों का कहना था कि राज्य सरकार ने युवाओं के हित में सरकारी सेवाओं में आयु 35 वर्ष से बढ़ा कर 40 वर्ष की थी लेकिन उच्च न्यायालय ने आयु सीमा वृद्धि संशोधित नियमावली 2012 पर रोक लगा दी है। जिसकारण युवाओं के भविष्य पर प्रश्नचिन्ह लग गया है। लोक सेवा आयोग द्वारा उच्च न्यायालय के निर्णय के अनुपालन में आयु सीमा 40 वर्ष से घटा कर 35 वर्ष कर दी हैं। उन्होंने मांग की है कि आयु सीमा पूर्व की भांति 40 वर्ष की जाये और जब तक यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है और फैसला नहीं आ जाता है तब तक समस्त विज्ञप्तियों पर रोक लगायी जाये। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा राज्य निर्माण आंदोलनकारियों को दी जा रही 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण पर उच्च न्यायालय द्वारा रोक लगा दी गयी है। जिससे उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग, प्राविधिक शिक्षा परिषद, पंतनगर विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित परीक्षाओं में सफल हुए अभ्यर्थियों की नियुक्ति पर रोक लग गयी है। इस प्रकरण को अविलम्ब आंदोलनकारियों व उनके आश्रितों के हित में स्थगन आदेश को निरस्त करते हुए उचित कार्यवाही की जाये। उन्होंने उच्च न्यायालय द्वारा कुशल खिलाड़ियों को दिये जाने वाले क्षैतिज आरक्षण पर भी रोक लगाने को खिलाड़ियों के साथ अन्याय बताया है। इसके निराकरण की भी उन्होंने मांग की है। धरने पर रविन्द्र जुगरान, दीपक नेगी, विपिन शर्मा, सुयश कुकरेती, मानवेन्द्र सिंह, प्रदीप चौहान, कैलाश रावत, आशीष, केशव उनियाल, अश्वनी डबराल तथा अल्पना आदि बैठे।
केदारनाथ में मारे गए लोगों की याद में किया गया वृक्षारोपण
ऋषिकेश/देहरादून, 4 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। केदारनाथ आपदा में मारे गए लोगों की आत्माओं की शान्ति हेतु पितृ अमावस विसर्जन के दौरान भाजपा के गंगा प्रकोष्ठ द्वारा मुनिकीरेती स्थित गंगा किनारे व जनार्दन जूनियर हाई स्कूल में वृक्षारोपण किया गया। गंगा प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय सह संयोजक प्रेमचन्द अग्रवाल के नेतृत्व में आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम के दौरान फलों के साथ पर्यावरण को बचाने के लिए पीपल, आवंला आदि के सैकड़ो पेड़ लगाए गए। इस अवसर पर प्रेमचन्द अग्रवाल ने कहा कि पर्यावरण की दृष्टि से लगाए गए यह पेड़ जहां केदारनाथ में आई प्राकृतिक आपदा में मारे गए हूतात्माओं की शान्ति हेतु उन्हे शुद्ध हवा का एहसास कराएगें वहीं पर्यावरण की दृष्टि से भी इन पेड़ो को लगाया जाना जहां अत्यनत आवश्यक है, वहीं गंगा तटों को बचाने में भी यह सहायक होगें । इस अवसर पर नगर पंचायत मुनिकीरेती अध्यक्ष शिवमूर्ति कण्डवाल, मण्डल अध्यक्ष पुष्पा देवी, जय प्रकाश कोठारी, पंकज शर्मा, शिव कुमार गौतम, दिनेश सती सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।
हजारों लोगों ने अपने पितृों की शान्ति हेतु पिण्डदान कर किया तर्पण
देहरादून, 4 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। शारदीय पितृपक्ष के दौरान अन्तिम दिन त्रिवेणी घाट पर हजारों लोगों ने अपने पितृों की आत्मा की शान्ति हेतु गंगा में पिण्डदान तर्पण कर यज्ञ में आहूति डाली। इस दौरान गढ़वाल में आई प्राकृतिक आपदा का असर पितृपक्ष पर भी दिखाई पड़ा। पहले जहां देश-विदेश से यजमान गंगा तट पर अपने पितृों के पिंडदान के लिए आते हैं। वहीं इस बार कर्मकांड कराने वाले पंडित और पुजारी बाहर से आने वाले यजमानांे की इस बार राह ताकते रह गए। पिछले 20 साल से त्रिवेणीघाट पर विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान कराने वाले पंडित मधुसूदन शर्मा बताते हैं कि पहली बार ऐसा हुआ जब बाहरी प्रांतो के श्रद्धालुओं ने पितृपक्ष में तीर्थनगरी का रूख नही किया। गंगा किनारे पिंडदान का विशेष महत्व है, यही वजह है कि पितृपक्ष में तर्पण श्राद्ध के लिए देश ही नहीं विदेशों से भी यजमान यहां आते थे लेकिन इस बार स्थानीय श्रद्धालु ही पहुंचे। पंडित मेधनीधर शुक्ल ने बताया कि थाइलैण्ड मलेशिया आसाम और दिल्ली से श्रद्धालु पितृपक्ष में अपने पितृों के निमित्त श्राद्ध तर्पण के लिए आते थे लेकिन इस बार कोई नहीं आया।15 दिन यजमानों की राह ताकते ही बीत गए। इस बार दान दक्षिणा कम मिलने से आर्थिकी गड़बड़ा गई है। हालांकि अन्तिम दिन बड़ी संख्या में स्थानीय व बाहर से आए लोगों ने अपने पितृों की आत्मा की शान्ति हेतु अनुष्ठान आदि का आयोजन कर उन्हे अपनी श्रद्धांजली व्यक्त की ।
दिल्ली से पिण्डदान व अनुष्ठान करने आया युवक गंगा में डूबा
ऋषिकेश/देहरादून, 4 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। मुनिकीरेती थाना क्षेत्र मंे स्वामी नारायण घाट पर नहाते समय पानी में डूबने से एक यात्री की मौत हो गई। वह आगरा से सपरिवार गंगा स्नान के लिए तीर्थनगरी पहुंचे थे। घटना से परिजनों में मातम छा गया। पितृ अमावस्या पर लोकेश यादव 40 वर्ष पुत्र डालचंद निवासी ग्राम ककरेटा पोस्ट सिंकदरा आगरा कार से परिजनों के साथ शीशमझाड़ी स्थित पंचवटी आश्रम पहुंचंे। पत्नी सुषमा मां फूल माला और तीन बच्चों को आश्रम में छोड़कर वह गंगा स्नान के लिए स्वामी नारायण घाट पर चले गये। घाट पर आगरा से आए कुछ यात्री पहले से नहा रहे थे। इसी बीच अचानक लोकेश का पांव फिसला और पानी के तेज बहाव में आकर बहने लगा। उन्हे संकट में देखकर घाट पर नहा रहे यात्रियों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। लेकिन जब तक लोग उसे बचाने का प्रयास करते वह बहकर काफी आगे निकल गया। सूचना पर उपनिरीक्षक दीपक सिंह रावत कांस्टेबल तेज सिंह उसे बचाने के लिए गंगा में कूदे और करीब एक किमी आगे नावघाट पर उसे पकड़कर पानी से बाहर ले आए। अचेतावस्था में उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां चिकित्सकांे ने उसे मृत घोषित कर दिया।
राज्य में भी न्यूरो की कक्षाएं शुरू करने पर विचार चल रहा है: डा. राजकुमार
ऋषिकेश/देहरादून, 4 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में शीघ्र ही न्यूरो सर्जन की कमी को पूरा कर दिया जायेगा। जिससे भारत के अन्य अस्पतालों को भी लाभ मिलेगा यह जानकारी एम्स के निदेशक डा. राजकुमार ने पत्रकारों को देते हुए बताया कि यूरो सर्जनांे की कमी से जूझ रहे देश में एक्सपर्ट सर्जनों को तैयार करने के लिए न्यूरोलाजिकल्स सर्जन्स सोसाइटी आफ इंडिया बीते कुछ वर्षों से लगातार कार्य कर रही हैे। संस्थागत स्तर पर जल्द राज्य में भी न्यूरो की कक्षाएं शुरू करने पर विचार चल रहा है। जिससे दुर्घटनाआंे में सिर की चोट से होने वाली मोैतांे को कम किया जा सके। एनएसएस के राष्ट्रीय सचिव और एम्स के निदेशक डा. राजकुमार ने बताया कि देशभर में न्यूरो सर्जरी के मामले लगातार बढ़ रहे हेैं। आबादी औेर दुर्घटना के सापेक्ष देश में विशेषज्ञ न्यूरो सर्जनों के अभाव से अधिकांश लोगों की अकाल मौत हो जाती है। एनएसएसआई ने न्यूरो सर्जरी के विकास और दक्षता के लिए विशेष क्लासे शुरू की हैंे। जयपुर मेडिकल कालेज में आयोजित होने वाली इन कक्षाओं मंे देश भर के युवा न्यूरो सर्जन और न्यूरो एक्सपर्ट भाग लेते हैं। बताया कि देश में न्यूरों सर्जरी टेªनिंग के मामले में बड़े संस्थानों और छोटे मेडिकल कालेजों में एकरूपता नहीं है। जिससे देश में न्यूरो सर्जरी एक्सपर्ट की कमी है। देशभर में महज एक हजार न्यूरो सर्जन हैे जबकि देश में छह मिनट में इंजरी से एक व्यक्ति की मौेत हो जाती है।
कुनांऊ में विद्युत सुविधा को लेकर आमरण अनशन शुरू
ऋषिकेश/देहरादून, 4 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। ऊर्जा निगम के डिवीजन दफ्तर पर कुनांऊ के ग्रामीणों का आमरण अनशन प्रारम्भ हो गया है। ज्ञात रहे कि ग्रामीणांे ने बीते 30 सितंबर को ऊर्जा निगम के अधिशासी अभिंयता को ज्ञापन सौंपकर प्राथमिक विद्यालय कुनांऊ में विद्युतीकरण की मांग की थी। उन्होने विभाग को कार्यवाही के लिए तीन दिन का अल्टीमेटम दिया था। जिसकी मियाद बृहस्पतिवार को समाप्त हो गई है। सामाजिक कार्यकर्ता चंद्रमोहन सिंह नेगी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री द्वारा करीब तीन महीने पहले विभाग को स्कूल में विद्युतीकरण के निर्देश दिए गए थे, मगर इसके बावजूद कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। उन्होने बताया कि इस बाबत कार्यवाही किए जाने तक आंदोलन जारी रहेगा।
मंत्री लगाएंगे जनता दरबार
देहरादून, 4 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। प्रदेश के ग्राम्य विकास, पंचायती राज, लघु सिंचाई, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रीतम सिंह 6 अक्टूबर को चकराता पहूॅचेंगे तथा 7 अक्टूबर 2013 को 11ः00 बजे जनता दरबार में भाग लेंगे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें