जड़ी-बूटी कृषिकरण पर कार्यशाला आयोजित
देहरादून, 8 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। जिला भेषज विकास ईकाई एंव चिराग देवभूमि सेवा संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में जडी-बूटी कृषिकरण व ओषधिरोपण पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन रायपुर विकास खण्ड के ग्राम अपर तलाई में किया गया। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री व विधायक डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि कहा कि राज्य कृषकों के विकास के लिए सुनयोजित तरीके से कृषिकरण को अमल में लाना होगा। कृषि से जुडे़ उन सभी पहलुओं की जानकारी एंव उसके विषय में जागरूक होना आवश्यक है। उन्होने कहा कि यदि इसी तरह किसानों को समय-समय पर खेती के बारे में जागरूक किया जाये तो निश्चित ही ग्रामीण क्षेत्रों में किसानो को अच्छी फसल की सही कीमत मिलेगी और विकास के नये आयाम स्थापित होगें तथा किसान की आर्थिकी मजबूत होगी। उन्होने भेषज विकास ईकाई के अधिकारियों और वैज्ञानिकों को निर्देश दिये की क्षेत्र की भूमि का अध्ययन कर जो जड़ी बूटी कम समय में कम भूमि पर अधिक मात्रा में हो सके उसका रोपण किया जाये। इस अवसर पर ग्रामीणों ने अवगत कराया कि ग्राम अपर तलाई से भोपाल पानी के लिए रोड़ की मांग पिछले 12 वर्षो से की जा रही है, जिसकी स्वीकृति मिलने के बाद सड़क कर सर्वे का कार्य भी हो चुका था, परन्तु उसके बाद आगे की कोई कार्यवाही नही हुई। क्षेत्रीय ग्रामीणो ने बताया कि थानो से धारकोट आने वाले मार्ग की स्थिति भी खराब है। हाल ही मे उक्त सड़क का डामरीकरण का कार्य किया गया परन्तु वो भी आधा अधूरा किया गया। इस पर डा. निशंक ने सज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री से बात कर उक्त पर जल्द ही कार्यवाही करने का भरोसा दिया। उन्होने तलाई में बारात घर के निर्माण हेतु 4 लाख रू. विधायक निधि से दिये जिसका निर्माण कार्य जल्द शुरू किया जायेगा। कार्यशाला में स्कंध पोधा केन्द्र के वैज्ञानिक डा0 सुशील शाह ने कृषकों से अपने अनुभव बांटते हुए संगध पौधों की कृषि की तकनीकी की जानकारी दी। इस अवसर पर भेषज विकास ईकाई के समन्वयक संजीव कुमार के अलावा संस्था अध्यक्ष निशीथ सकलानी, जड़ी बूटी पर्यवेक्षक विमल कुमार, एके सक्सेना, जीवन सिंह बिष्ट, विनोद बहुगुणा, ऊषा कोठारी, वाचस्पति बडोनी, डिमलेश्वर बडोनी आदि मुख्य रूप से मौजूद थे।
दो चोर चढ़े पुलिस के हत्थे, चोरी का माल बरामद
देहरादून, 8 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। राजधानी में लगातार हो रही चोरी की वारदातों पर अकंुश लगाने के लिए एसएसपी ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दे रखे है। जिसके चलते नेहरू कॉलोनी पुलिस ने दो शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से चोरी का माल बरामद हुआ है तथा तीन थाना क्षेत्रों में हुई चोरी की वारदातों को कबूल किया है। पुलिस इनका आपराधिक इतिहास खंगालने में जुट गई है। नेहरू कॉलोनी पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि क्षेत्र में पिछले दिनों हुई चोरी की वारदातों को अन्जाम देने वाले चोर क्षेत्र में देखे गए है। यह खबर मिलते ही थाना प्रभारी ने अबूल कलाम ने पुलिस कर्मियों को चोरों की धरपकड़ के निर्देश दिए। जिसके बाद पुलिस ने चैकिंग अभियान चलाते हुए गए संदिग्ध को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की तो उसने खुलासा किया कि चोरी की वारदात को उसने अपने एक साथी के साथ मिलकर अन्जाम दिया था। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने दुसरे आरोपी को रायपुर से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में इनकी पहचान अजीम पुत्र रईस व अरशद पुत्र इदरीश निवासी कोटकादर थाना नगीना ,रायपुर शादात जिला बिजनौर के रूप में हुई। यह दोनों रायपुर भगत सिंह कॉलोनी में किराए का कमरा लेकर रह रहे थे। इनकी निशानदेही पर पुलिस ने एक मोबाईल, नकदी, घड़ी, चेन, पाजेब, टॉप्स अंगूठी व अन्य सामान बरामद किया है। इन चोरों ने रायपुर में एक,नेहरूकॉलोनी में दो व डालनवाला में चोरी की वारदातें कबूली है। पुलिस इनका आपराधिक इतिहास खंगालने में जुट गई है।
बाईक सवारों ने महिला की चेन लूटी
देहरादून, 8 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। रायपुर क्षेत्र के सहस्त्रधारा रोड पर बीती रात बाईक सवार बदमाशों ने घर जा रही महिला की चेन लूट ली। इससे पहले की महिला कुछ समझ पाती बदमाश फरार हो गए। घटना के बाद सूचना मिलते ही पुलिस ने बदमाशों की तलाश में अभियान चलाया लेकिन कोई सफलता नही मिल पाई। मिली जानकारी के अनुसार रायपुर थाना क्षेत्र के सहस्त्रधारा रोड स्थित बैंक कॉलोनी के पास बीती रात एक महिला जब अपने घर जा रही थी तो इसी दौरान बाईक पर सवार दो बदमाश आए और झपट्टा मारकर महिला के गले से सोने की चेन लूट ली। इससे पहले की महिला कुछ समझ पाती बदमाश अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए। महिला ने जब शोर मचाया तो आसपास के लोग मौके पर पहंुचे और महिला ने अपने साथ हुई घटना के बारे में उन्हे बता दिया। जिसके बाद लोगों ने 100 नंबर पर फोन करके पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहंुची और महिला से पूछताछ कर बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है। पर कुछ हासिल न हुआ।
मांगे न पूरी होने पर क्रमिक अनशन जारी
देहरादून, 8 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। जिला ग्राम्य विकास अभिकरण कार्मिकों को भारत सरकार की मंशा के अनुरूप राजकीय कर्मी बनाते हुए नियुक्ति तिथि से पेंशन दिये जाने सहित अनेक मांगों को लेकर डीआरडीए के कार्मिकों ने पूरे प्रदेश में क्रमिक अनशन मंगलवार को भी जारी रहा। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगों का निदान नहीं होता है तब तक आंदोलन को जारी रखा जायेगा। सोमवार को डीआरडीए इम्पलाईज यूनियन से जुड़े हुए कर्मचारी विकास भवन में एकत्रित हुए और वहां पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए कार्य बहिष्कार कर क्रमिक अनशन शुरू कर दिया। इस दौरान राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद द्वारा अपनी पूर्ण भागीदारी करते हुए अन्य घटक संगठनों द्वारा भी क्रमिक अनशन आरंभ कर दिया गया। इस दौरान क्रमिक अनशन पर यूनियन के प्रांतीय अध्यक्ष बीडी जोशी, प्रदीप कोहली, रवि पचौरी, शक्ति भट्ट, उमेश थपलियाल, नंद किशोर त्रिपाठी, अनिलबांगा, आर पी सेमवाल, राजीव शुक्ला, अमन गुप्ता, आर एस पंवार, संजीव कुमार सहित अनेक कर्मचारी मौजूद थे।
वैक्टर जनित रोग के नियंत्रण को बैठक आयोजित
देहरादून, 8 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी)। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी की अध्यक्षता में विधान सभा कक्ष में वैक्टर जनित रोग के नियंत्रण एवं रोकथाम विषयक अर्न्तविभागीय समन्यव बैठक सम्पन हुई। स्वास्थ्य मंत्री नेगी ने समस्त विभागों के सचिवों/अपर सचिव एवं विभागाध्यक्षों को निर्देश दिये कि वे अपने-अपने विभाग में वैक्टर जनित रोग के नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए दी गई जिम्मेदारी को निभाने हेतु विभागीय अधिकारियों के साथ ठोस कार्ययोजना बनाएँ, और उसे धरातल पर क्रियान्वित करें। उन्होंने कार्य योजन की एक प्रति स्वास्थ्य विभाग को भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिये व राज्य कार्यक्रम अधिकारी (वैक्टर जनित रोग) को निर्देश दिये कि वे सम्बन्धित विभागों को उक्त रोगों के रोकथाम और नियंत्रण सम्बन्धित जानकारी शीघ्र उपलब्ध करा दें। उन्होंने कहा कि आगामी वर्ष में वैक्टर जनित रोग के नियंत्रण एवं रोकथाम को माह जनवरी से ही रणनीति के तहत सभी सम्बन्धित गतिविधियाँ शु कर दें ताकि उक्त रोगों पर यथा समय प्रभावी नियंत्रण पाया जा सके। उन्होंने वैक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के रिक्त/आवश्यक पदों को भरने/नियुक्ति के लिए प्रमुख सचिव को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये। बैठक में निर्णय लिया गया कि वैक्टर जनित रोग के नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए जनसामन्य/निजी प्रैक्टिशनर/ प्राइवेट चिकित्सालयों आदि का सहयोग लेते हुए एपिडैमिक एक्ट को सक्रिय किया जाय। तथा समस्त निजी अस्पतालों में अनिवार्यता की गई कि वैक्टर जनित रोग चिन्हित होने पर इसकी सूचना अनिवार्यतः अविलम्ब सम्बन्धित मुख्य चिकित्सा अधिकारी को उनके द्वारा उपलब्ध करा दी जाय। बैठक में नगर निगम द्वारा मच्छर रोधक वातावरण बनाये जाने हेतु निरोधात्मक कार्रवाई करने, वैक्टर डिजीज कन्ट्रोल हेतु नियमावली लागू कराने, जनजागरण बैठक आयोजन करने की अपेक्षा की गई। परिवहन विभाग को अन्तर्राज्यीय बस अड्डों में होल्डिगं पैनल पोस्टर लगाने, पुराने टायरों को रोड टोपिंग में उपयोग करने, सिंचाई विभाग को डैम कैनाल के किनारों में पनपने वाले स्थानों की निगरानी हेतु नोडल अधिकारी चिन्हित करने, कृषि विभाग को किसानों के विहेवियरल चैंज हेतु, वैक्टर जनित रोग नियंत्रण हेतु गोष्ठियों का आयोजन करने, मत्स्स विभाग से लारवा खाने वाली गम्बुजिया और पोएसिला रेटी कुलेटा प्रजाति की मछलियों को तालाबों में डलवाने के उपाय अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया। प्रस्तुतीकरण के दौरान स्वास्थ्य मंत्री के संज्ञान में लाया गया कि वर्ष 2013 में अब तक प्रदेश में मलेरिया के 648 केस चिन्हित किये गये जबकि वर्ष 2010 में 1672 केस प्रकाश में आये थे। प्रदेश में डेंगू के के 352 केस चिन्हित किये गये जिनमें से हरिद्वार नगर क्षेत्र में 3 डेंगू रोगियों की मृत्यु हुई। बैठक में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एस. रामास्वामी, महानिदेशक सूचना आर. मीनाक्षी सुन्दरम, अपर सचिव ग्राम विकास इन्दु धर बौड़ाई, अपर सचिव सी.एस.नपलच्याल, अपर सचिव स्वास्थ्य पियूष सिंह, अपर सचिव परिवहन चन्दशेखर भट्ट, महानिदेशक स्वास्थ्य डा. गौरी शंकर जोशी, सयुक्त निदेशक मत्स्य डा.एस. आर चन्याल, डा. किरन विष्ट सहित सम्बन्धित विभागों के विभागाध्यक्ष उपस्थित थे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें