पश्चिमी मेघालय में जनजातीय उग्रवादियों के हमले में पांच पुलिसकर्मियों के शहीद होने के बाद मंगलवार को सुरक्षा बलों ने व्यापक तलाशी अभियान छेड़ दिया। गारो नेशनल लिबरेशन आर्मी (जीएनएलए) के 10 से 15 उग्रवादियों ने अपने 'एरिया कमांडर' राक्कम के नेतृत्व में बांग्लादेश की सीमा से सटे दक्षिणी गारो हिल्स जिले के बंजाकोणा इलाके में पुलिस दल पर घात लगाकर हमला किया। हथियारों से लैस सदस्यों ने दक्षिणी गारो हिल्स जिले के बंजाकोना इलाके में पुलिस दल पर हमला किया।
बंजाकोणा मेघालय की राजधानी शिलांग से करीब 400 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। उग्रवादी पुलिसकर्मियों की के तीन एके-47 राइफल और एक कर्बाइन ले गए। उग्रवादियों ने दो बम फेंके जिसमें से एक नहीं फट सका। इसके बाद उन्होंने पुलिस दल पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस दल पश्चिी गारो हिल्स जिले के मुख्यालय तुरा स्थित जेल से दक्षिणी गारो हिल्स जिले में पेशी के लिए एक कैदी को लाने जा रहे थे।
अभी तक किसी उग्रवादी गुट ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन पुलिस को इस हमले में जीएनएलए के उग्रवादियों के शामिल होने का संदेह है। मेघालय के पुलिस प्रमुख पीटर जेम्स प्यांगरोपे हनमान ने आईएएनएस से कहा, "हमें सूचना मिली थी कि जीएनएलए के उमग्रवादी अपने मुखिया सोहन डी. शिरा के घर की तलाशी लिए जाने का बदला लेने की योजना बना रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "आज उनका दिन था, लेकिन वे (जीएनएलए) को यह याद रखना होगा कि हम उनसे ज्यादा दूर नहीं रह गए हैं।" शिरा के घर से भारतीय और बांग्लेशी मुद्रा, सेटेलाइट फोन और डेटोनेटर बरामद होने के बाद मेघालय पुलिस ने 27 अगस्त को सुरक्षा अलर्ट जारी किया था। इस छापेमारी के बाद शिरा ने बदला लेने की घोषणा की थी। पुलिस ने शिरा के साले को भी उग्रवादी संस्था के लिए काम करने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
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