कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर भाई-भाई को आपस में लड़ाने का आरोप लगाते हुए गुरुवार को कहा कि उसे काम करने की बजाय केवल बड़ी-बड़ी भ्रामक बातें करने की आदत है। गांधी ने कांग्रेस प्रत्याशियों के पक्ष में एक बड़ी चुनावी सभा को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार पर तीखे हमले करते हुए कहा कि पिछले 10 वर्षों के उसके शासनकाल में राज्य बदहाल हालत में पहुंच गया। उन्होंने कहा कि भाजपा सुशासन के बारे में बहुत बयानबाजी करती है, पर हकीकत इसके विपरीत है।
उन्होंने राज्य की नक्सली समस्या का जिक्र करते हुए कहा कि 10 वर्षों में इस समस्या ने राज्य में विकरालरूप ले लिया है। नक्सली हिंसा में बहुत बड़ी संख्या में लोग मारे गए हैं। कांग्रेस को भी कुछ माह पहले अपने कई वरिष्ठ नेताओं को खोना पड़ा। इन नेताओं और कार्यकर्ताओं की शहादत को नमन करते हुए उन्होंने कहा कि उनका नहीं होना बहुत कष्टप्रद है। उन्होंने झीरम घाटी नक्सल हमले में मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह द्वारा सुरक्षा में चूक की स्वीकरोक्ति का जिक्र करते हुए करते हुए कहा कि सिर्फ घड़ियाली आंसू बहाने से क्या फायदा। उन्होंने राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति खस्ताहाल बताते हुए कहा कि राज्य में महिलाएं एवं बच्चियां असुरक्षा के माहौल में जी रही हैं।
सोनिया गांधी ने कहा कि केन्द्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार ने नक्सली हिंसा के खात्मे एवं प्रभावित इलाकों के विकास के लिए बहुत बड़ी राशि दी और हर तरह से मदद की पर भाजपा सरकार की सुरक्षा के नाम पर बड़े-बड़े दावों की हकीकत किसी से छिपी नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल एवं बिजली सभी क्षेत्रों में गिरावट आई है। देश के कई राज्यों में ग्रामीण इलाकों में गरीबी में कमी आई है, जबकि छत्तीसगढ़ में गरीबी बढ़ी है। इसका जिम्मेदार आखिर कौन है। केन्द्र ने ग्रामीण इलाकों के विकास के लिए खूब धन दिया, लेकिन वह धन कहां गया, इसका जवाब भाजपा को देना चाहिए। गांधी ने कांग्रेस को आदिवासियों का सबसे बड़ा हितैषी बताते हुए कहा कि केन्द्र सरकार ने अब धान एवं गेंहू की तरह ही वन उपज का भी समर्थन मूल्य तय करने का निर्णय लिया है। उन्होंने नए भूमि अधिग्रहण कानून का भी उल्लेख किया और कहा कि इससे बड़ा मुआवजा ही नहीं मिलेगा, बल्कि विकास में भी लोगों की भागीदारी होगी।
सोनिया गांधी ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारन्टी योजना (मनरेगा) में लोगों को 100 दिन का रोजगार नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि पलायन रोकने की इस महत्वाकांक्षी योजना का सही क्रियान्वयन नहीं होने से राज्य में पलायन जारी है। उन्होंने कहा कि राज्य के लोग सुरक्षा, विकास एवं शान्ति चाहते हैं, पर भाजपा की भाई-भाई को लड़ाने की नीति रही है, जबकि कांग्रेस की शान्ति एवं विकास की नीति पर चलती है।
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