भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने आज आरोप लगाया कि आगामी लोकसभा चुनाव में सपा, बसपा और कांग्रेस की तिकड़ी के बजाय सीबीआई और इंडियन मुजाहिदीन उनकी तरफ से चुनाव का मोर्चा सम्भालेंगे, ताकि कांग्रेस का किला बच सके. ‘ब्रहमा की तपोभूमि’ बहराइच में बीजेपी की विजय शंखनाद रैली में मोदी ने कहा कि ,"एक के बाद एक जिस तरह की घटनाएं हो रही हैं, ऐसा लगता है कि जो लोग मोदी को गुजरात में परास्त नहीं कर पाये और जिन्हें लगता है कि लोकतांत्रिक तरीके से तो बीजेपी और मोदी को अब रोका नहीं जा सकता, उन्होंने दूसरे तौर-तरीके अपनाये हैं. कभी सीबीआई को पीछे लगा दो, कभी इंडियन मुजाहिदीन को खुली छूट दे दो."
उन्होंने कहा "मुझे लगता है कि अगले चुनाव में सपा, बसपा और कांग्रेस की तिकड़ी चुनाव के मैदान में नहीं आयेगी. अगले चुनाव में तो मुझे लगता है कि सीबीआई, आईएम... यही लोग चुनाव का मोर्चा सम्भालेंगे, ताकि वे कांग्रेस का मोर्चा बचा सकें." मोदी ने चेतावनी के अंदाज में कहा "बम, बंदूक और पिस्तौल के सहारे राजनीति करने वाले कान खोलकर सुन लें, हम दूसरी मिट्टी की पैदावार हैं. ना हम आतंकवादियों से झुके हैं, ना झुकने वाले हैं. हम आतंकवादियों को झुकाकर रहेंगे, जड़ से साफ करके रहेंगे."
उन्होंने कहा, "पिछली 15 अगस्त की घटना पर यह एडवाइजरी अभी हफ्ते भर पहले ही दी गयी है. केन्द्र सरकार को प्रधानमंत्री की गरिमा की चिंता नहीं थी बल्कि परेशानी इस बात की हुई कि 27 अक्तूबर को पटना में जब राजनाथ सिंह और मोदी भाषण दे रहे थे, तभी दिल्ली में उनके शहजादे भाषण कर रहे थे. मीडिया वालों ने गलती यह की कि शहजादे को दिखा तो रहे थे लेकिन वहां मोदी ही दिखते और सुनायी देते थे. इससे कांग्रेस बौखला गयी." मोदी ने कहा "यह सवाल मोदी या बीजेपी की रैली का नहीं बल्कि लोकतंत्र की रक्षा का है. यह हमारा गला घोंटने का काम है. हम टीवी की स्क्रीन पर भले ना दिखायी दें लेकिन अवाम के दिलों में जगह बना चुके हैं."
उत्तर प्रदेश की राजनीति में खास प्रभाव रखने वाली सपा और बसपा पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान के अंदर दो दल ऐसे हैं जिनकी आपसी स्पर्धा चलती है कि सबसे ज्यादा अपराधी किसके खेमे में हैं. इनके बीच भ्रष्टाचार की स्पर्धा चल रही है. मोदी ने कहा कि सपा और बसपा केन्द्र की सरकार को बचाये हुए हैं. उनके पास इतनी ताकत है कि दिल्ली की सरकार को झुका सकते हैं. वे चाहें तो बहराइच के लिये एयरपोर्ट या रेल मांगें तो वह मिल सकता है, लेकिन यह नहीं मांग रहे. वे कुछ नहीं मांगते सिवाय सीबीआई से मुक्ति के.
गत सितम्बर में मुजफ्फरनगर में हुए साम्प्रदायिक दंगों के मामले में बीजेपी विधायकों संगीत सोम तथा सुरेश राणा पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की तामील किये जाने पर सवाल उठाते हुए मोदी ने कहा, "जिस तरह से वोट बैंक की राजनीति की जा रही है, मैं उत्तर प्रदेश के सत्ता में बैठे शहंशाहों से पूछना चाहता हूं कि क्या कारण था कि आपने बीजेपी को बदनाम करने के लिये हमारे दो विधायकों को जेल में बंद कर दिया और जब न्यायपालिका ने उनको छोड़ दिया तो दूसरे कानून लगाकर दोबारा जेल भेज दिया."
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर गरीबों की परवाह न करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, "अभी आपके नवजवान मुख्यमंत्री के क्षेत्र इटावा में तो बिजली मिलती है, उन्हें बाकी प्रदेश को बिजली देने की जरूरत नहीं लगती. खां साहब (नगर विकास मंत्री आजम खां) के यहां बिजली मिलती है बाकी जगह नहीं. शासक वह जो पहले जनता तक पहुंचाये, बाद में जब बचे तो खुद उपयोग करे." उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने उन्हें पत्र लिखकर प्रदेश में लायन सफारी के लिये शेर मांगे. वह लायन सफारी बना रहे हैं. काश अच्छा होता, अगर मुख्यमंत्री सिर्फ शेर नहीं बल्कि किसानों के लिये गीर की गाय भी मांगते. बिजली मांगते, अमूल जैसे डेरी नेटवर्क की समझ मांगते, लेकिन नहीं मांगा. इसके लिये भी तो समझ चाहिये."
प्रदेश के गन्ना किसानों की नब्ज पर हाथ रखते हुए मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में किसानों के छह हजार करोड़ रुपए बकाया हैं. गुजरात में विजयदशमी से पेराई कार्य शुरू हो जाता है लेकिन हमें पता लगा कि यहां दीपावली गुजर गयी लेकिन चीनी मिलें चलना शुरू नहीं हुईं. उन्होंने देश में बदलाव की लहर चलने का इशारा करते हुए कहा "मौसम बदल रहा है. सिर्फ बहराइच में ही नहीं, कश्मीर से कन्याकुमारी, पूरे हिन्दुस्तान का मौसम बदल रहा है. जो लोग सत्ता के नशे में डूबे हुए हैं और जिन्होंने सत्ता का उपयोग अपने ऐशोआराम के लिये किया है, ऐसे सब लोगों को भारी संकट का एहसास हो गया है."
मोदी ने सवाल किया "हमारा इतना विरोध क्यों हो रहा है, इसलिये कि उनकी सत्ता जाने वाली है. सिर्फ यही कारण नहीं है, उनको यह भी पता है कि अगर इस बार दिल्ली में बीजेपी की सरकार बन गयी तो इस देश को तबाह बर्बाद करने वालों का ठिकाना कहां होगा." उन्होंने पटना में गत 27 अक्तूबर को हुए बम धमाकों को भी लोकतंत्र पर हमले की संज्ञा देते हुए कहा, "हमारे बिहार के भाई-बहन छठ पूजा मनाते हैं लेकिन उसी के पहले आतंकवादियों ने निर्दोषों को मौत के घाट उतार दिया. किसी ने अपना पति खोया तो किसी ने अपना बाप और लाडला खोया. वह छठ पूजा कैसे मनाएंगी. उनका गुनाह यह है कि वे भारत मां की जय बोलते थे और इसलिये उनको मौत के घाट उतार दिया जाए."
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