पाकिस्तान की कोट लखपत जेल में हुए हमले में मारे गए भारतीय कैदी सरबजीत सिंह का सामान गुरुवार को उनके परिवार को सौंप दिया गया। सरबजीत की बहन दलबीर कौर, उनकी पत्नी सुखप्रीत और बेटियों पूनम तथा स्वपनदीप को उनसे जुडी 36 से अधिक चीजें सौंपी गई । इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों ने भारत-पाक सीमा पर तीन संदूकों में रखा सामान सरबजीत के परिवार के सुर्पद किया।
दलबीर ने कहा कि वह अगले महीने से अपने घर के निकट सरबजीत का स्मारक बनाने का काम आरंभ करेंगी तथा सरबजीत के सामान को सुरक्षित रखा जाएगा ताकि आगे की पीढ़ियां इसे देख सकें।
सरबजीत के परिवार को जो सामान दिए गए हैं उनमें हनुमान चालीसा, शनि चालीसा, कुरान की एक प्रति, चाय की पुरानी केतली, थरमस, चश्मा, शाल, कंबल, जूते, घड़ी, परिवार की कुछ तस्वीरें और एक सीलबंद संदूक शामिल था। बीते 25 नवंबर को पाकिस्तान ने सरबजीत का सामान भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों के हवाले किया था। दलबीर ने कहा कि वह भिखिविंड पहुंचकर सीलबंद संदूक खोलेंगी। भिखिविंड में ही सरबजीत ने अपनी जिंदगी का एक बड़ा अरसा गुजारा था।
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