क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद सचिन तेंदुलकर दक्षिण एशिया के लिए यूनिसेफ के पहले ब्रांड एंबेसडर बन गए है। सचिन इस क्षेत्र में स्वच्छता और सफाई को बढ़ावा देने के लिए काम करेंगे। तेंदुलकर ने कहा, ‘मुझे मेरी जिंदगी की इस शानदार दूसरी पारी शुरू करने का मौका देने के लिये शुक्रिया। मैं यूनिसेफ के लिये ब्रांड एंबेसडर बनकर उत्साहित हूं और अपनी सर्वश्रेष्ठ योग्यता के हिसाब से सेवा करूंगा। यह पारी मेरे लिये वास्तव में बेहद महत्वपूर्ण है और इसलिए मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करूंगा।’
यह स्टार बल्लेबाज पिछले आठ-दस साल से इस वैश्विक संगठन से जुड़ा है। उन्हें आज दो साल के लिये दक्षिण एशिया क्षेत्र के लिये एंबेसडर नियुक्त किया गया। 40 वर्षीय तेंदुलकर ने कहा कि वह इन आंकड़ों से हैरान हैं कि अधिकतर बच्चों की जान स्वच्छता की कमी की वजह से होती है। सचिन ने कहा, ‘एक अन्य आंकड़ा जिससे मैं चकरा गया और मुझे यह जानकर दुख हुआ कि प्रतिदिन 1600 बच्चे डायरिया संक्रमण बीमारियों के कारण अपनी जान गंवाते हैं। मैं अधिक से अधिक लोगों को आगाह करने के लिए यूनिसेफ की मदद करना चाहता हूं। यह केवल साबुन से अपने हाथ धोने से जुड़ा हुआ है।’
तेंदुलकर ने कहा कि यदि वह पेचिस से संबंधित बीमारियों के कारण मरने वाले बच्चों की संख्या में कमी लाने में सफल रहते हैं तो उन्हें लगेगा कि उन्होंने दूसरी पारी में कुछ हासिल किया है। उन्होंने कहा, ‘मैं जिन आंकड़ों की बात कर रहा हूं, मेरी एक ही इच्छा है कि यदि हम इनकी संख्या में जितना संभव हो सके कमी कर सकें तो फिर हम कुछ हासिल करेंगे। मैं खुद को लेकर बात कर सकता हूं कि मैंने अपने क्रिकेटिया दिनों में कुछ हासिल किया। मेरी जिंदगी की दूसरी पारी मैं यूनिसेफ के साथ खेल रहा हूं जो कि काफी महत्वपूर्ण है और यह मेरे लिये काफी मायने रखती है।’
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