और सचिन के आउट होते ही छा गया सन्नाटा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 7 नवंबर 2013

और सचिन के आउट होते ही छा गया सन्नाटा


ईडन गार्डन्स स्टेडियम में अपना अंतिम टेस्ट मैच खेल रहे महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर जब गुरुवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ 10 के निजी योग पर शेन शिलिंगफोर्ड द्वारा पगबाधा आउट किए तो चारों ओर सन्नाटा छा गया। दर्शकों को एक पल यकीन नहीं हुआ कि सचिन आउट हो गए लेकिन जब सच का सामना हुआ तो निराशा के भाव उनके चेहरों पर देखा जा सकते थे। दर्शक सचिन से बड़ी पारी की उम्मीद कर रहे थे।

इसके बाद दर्शक पवेलियन लौट रहे सचिन के सम्मान में खड़े हो गए। सचिन सिर झुकाए अपने स्ट्रोक चयन पर अफसोस करते पवेलियन लौटे। हर नजर पवेलियन छोर की ओर थी और हर नजर में सचिन की बल्लेबाजी लम्बे समय तक नहीं देख पाने का अफसोस दिख रहा था। इसके बावजूद दर्शकों ने इस महान खिलाड़ी का तालियों के साथ अभिनंदन दिया।

sachin tendulkar at eden garden 199 test match
सचिन जब विकेट पर आए थ, तब का नजारा इससे बिल्कुल उलट था। मुरली विजय का विकेट गिरने के बाद जैसे ही सचिन बल्लेबाजी के लिए मैदान पर आए तो पूरा ईडन गार्डन्स स्टेडियम मानो जी उठा। सुबह के सत्र के शुरुआती 45 मिनट भारत के लिए ठीक नहीं रहे। शिखर धवन और मुरली के सस्ते में आउट होने के बाद चेतेश्वर पुजारा का साथ देने सचिन विकेट पर आए। उस समय ईडन में मौजूद लगभग 40 हजार दर्शकों को मानो इसी पल का इंतजार था।

दर्शकों ने सचिन के विकेट पर आते ही जोरदार गर्जना की। यह गर्जना स्टेडियम से एक किलोमीटर दूर एस्पलानेड मेट्रो स्टेशन तक सुनाई दी। मेट्रो और बसों से स्टेडियम तक पहुंच रहे दर्शक इससे उत्साहित हो गए। जो दर्शक स्टेडियम के बाहर थे, वे समझ गए कि सचिन का आगमन हो चुका है। किसी को भारत के दो विकेट गंवाने का गम नहीं था।

स्टेडियम के प्रवेश द्वारों पर तैनात सुरक्षाकर्मी लोगों को जल्दी-जल्दी प्रवेश करने के लिए उत्साहित कर रहे थे। किसी ने मराठी में कहा-सचिन आला रे, तो दर्शकों का एक समूह जोरों से हंस पड़ा। शुरुआती छह गेंदों पर सचिन ने एक रन बनाया। इसके बाद ड्रिंक्स तक उन्होंने दो चौके लगाए। उनके हर रन पर दर्शकों का उत्साह देखने लायक था। चौकों पर तो मानों पूरा स्टेडियम जी उठता था।

सचिन अगर भोजनकाल तक विकेट पर रहे होते तो फिर ईडन के खचाखच होने की उम्मीद थी।। बंगाल क्रिकेट संघ के अधिकारियों ने भी बुधवार को कहा था कि वे गुरुवार को ईडन के लिए सबसे बड़े दिन की उम्मीद कर रहे थे। पहली पारी में भारत की खराब स्थिति को देखते हुए सचिन को दूसरी पारी में भी बल्लेबाजी के लिए आने के आसार हैं और यही उम्मीद दर्शको्ं को तीसरे या फिर चौथे दिन ईडन तक आने को मजबूर करेगी।

सचिन अपने अंतिम रणजी मैच में भी सात रनों पर आउट हो गए थे लेकिन फिर उन्होंने हरियाणा के रोहतक में हरियाणा के खिलाफ 79 रनों की नाबाद पारी खेलकर मुम्बई को जीत दिलाई थी। ईडन में भी दर्शकों को सचिन से कुछ ऐसी ही पारी की उम्मीद होगी।

कोई टिप्पणी नहीं: