प्रबंधन द्वारा करोड़ो की हेराफेरी, सिजनल कर्मचारी पर गिरी गाज
नरकटियागंज(पच) स्थानीय न्यु स्वदेशी सुगर मिल में कंपनी के आला अधिकारियों द्वारा कितना घालमेल किया गया है। इसका खुलासा मिल के गन्ना विभाग में कार्यरत एक पेराईसत्र कर्मी(मौसमी कर्मचारी) ने भारत के एक बड़े अंकेक्षण कम्पनी मेसर्स एस.आर.बाटलीबाय कोलकाता को भेजे अपने पत्र में किया है। जिसके अनुसार नरकटियागंज स्थित अवध सुगर की इकाई न्यु स्वदेशी सुगर मिल्स की वर्ष 2009-2010 में की गयी अंकेक्षण के दौरान एक केन कैशियर पवन कुमार शर्मा के नाम पर सात करोड़ नौ लाख नौ हजार एक सौ इकसठ रूपये बयालिस पैसे का भुगतान केन पेमेन्ट के नाम पर किये गये समायोजन को सही ठहराया है। श्री शर्मा ने मेसर्स बाॅटलीबाय को भेजे पत्र में स्पष्ट किया है कि उनके द्वारा उपर्युक्त पेराई सत्र में उतनी राशि का भुगतान नहीं किया हैं। उनके द्वारा उठाये गये राशि जो प्रबंधन ने दिखाया है, पर श्री शर्मा को आपत्ति है। अंकेक्षण कंपनी को भेजे पत्र में मिल के लिपिक ने बताया है कि अंकेक्षण कंपनी के कर्मियों के कृत्य से उनके समाजिक प्रतिष्ठा को क्षति पहंुची है तथा मिल प्रबंधन ने उसी आधार पर मुझे नौकरी से निकाल दिया है। इस आशय से जुड़ा पत्र श्री शर्मा ने में एसआर बाटलीबाय को अगस्त 2013 में प्रेषित किया। उधर पवन शर्मा पर चीनी मिल प्रबंधन ने घरेलु जाँच के दौरान 19 मार्च 2012 को बताया कि पेराई सत्र 2009-2010 में पवन शर्मा को उपर्युक्त राशि करीब सात करोड़ नौ लाख भुगतान के लिए दिया गया, जिसका वितरण कर उन्होंने मिल प्रबंधन को लेखा-जोखा दे दिया। जिन कर्मियों का लेखा गड़बड़ रहता है, प्रबंधन उनसे आगे काम नहीं लेता है। पुनः पवन शर्मा ने 2010-11 में पाँच करोड़ उन्नतीस लाख नौ सौ सताईस रूपये उन्सठ पैसे का भुगतान किया। उपर्युक्त आंकड़े बकौल पवन शर्मा लेखा पदाधिकारी सुरेश राजगढि़या ने घरेलू जाँच के दौरान 19 मार्च 2012 को जाँच अधिकारी बी.के.सिंह के समक्ष प्रस्तुत किया। गौरतलब है कि 26 अगस्त 2010 को शिकारपुर थाना में पत्रांक जेन 152 दिनांक 26 08 10 द्वारा कार्यपालक अध्यक्ष ने एक सनहा दर्ज कराया है। जिसके अनुसार मिल के सभी महत्वपूर्ण कागजात पूर्णतः नष्ट हो गये है। इतना होने के बाद अब मिल प्रबंधन पवन शर्मा व अन्य से 2008-09, 2009-10, 2010-2011 के करीब 15 करोड़ रूपये का विपत्र(वाउचर) की मांग कर रहा है। वाउचर नहीं जमा करने को आधार बनाकर प्रबंधन ने पत्रांक जेन 213 दिनांक 1 अक्टूबर 2013 द्वारा पवन शर्मा और विनोद कुमाकी सेवा तत्काल पप्रभाव से समाप्त कर दिया है। जिससे सेवामुक्त कर्मी के परिजन भुखमरी के कागार पर पहंुच गये है।
पण्डई पुल ध्वस्त, आवागमन ठप्प
नरकटियागंज(अवधेश कुमार शर्मा).................आखिरकार पण्डई नदी का स्क्रूपाईल पुल ध्वस्त हो गया। नरकटियागंज को सिकटा-मैनाटांड से जोडने वाली विश्व बैंक के सौजन्य से निर्मित नरकटियागंज-बल्थर सड़क मार्ग पर स्थित पण्डयी नदी स्क्रूपाईल पुल काफी अर्से से जर्जर हो क्षतिग्रस्त था। युवा जद य प्रखण्ड उपाध्यक्ष मनान अंसारी ने प्रशासन के प्रति अपनी नाराजगी का इजहार करे हुए कहा है कि क्या प्रशासन लोकप्रिय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की छवि को क्षेत्र की जनता के बीच खराब कर ही दम लेगा। पंडयी नदी स्क्रूपाइल पुल की मरम्मत जिला प्रशासन उसी वक्त करेगी जब यह खबर मिलेगी की उक्त पुल पर दर्जनों लोग मरे! प्रतिदिन जोखिम उठाकर लोग उक्त पुल को पार करते है। करीब प्रत्येक सप्ताह उक्त पुल की मरम्मत के लिए शहर व क्षेत्र के आम वो खास लोगांे ने सरकार व प्रशासन का ध्यान आकृृष्ट करने का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं मिली। युवा जनता दल यूनाइटेड के नरकटियागंज प्रखण्ड उपाध्यक्ष मनान अंसारी ने सांसद, विधायक और जिला प्रशासन से अनुरोध किया है कि यथाशीघ्र जनहित में पुल कीं मरम्मत कराए। मंगलवार की सुबह एक भारी वाहन गुजर रहा था कि अचानक पुल का बेस खिसक गया। ये तो अच्छी बात है कि संयोगवश कोई क्षति नहीं हुई। गौरतलब है कि उक्त पुल का उपयोग कर हजारों छात्र-नौजवान शिक्षा ग्रहण करने व रोजी की तलाश में प्रतिदिन नरकटियागंज आते है और जिला मुख्यालय बेतिया जाते है। लोग उक्त पुल को पार करने के समय जान हथेली पर लेकर चलते है। गाडि़यों के चालक बड़ा जोखिम लेकर यात्री को उतार कर गाड़ी पार कराते रहंे है, उनकी रोजी रोटी भी आज से बन्द हो गयी। मंगलवार से वाहन चालक अब गाड़ी उस पार लगा देते है यात्री पैदल जान हथेली पर लेकर पार करते है। उस पार पुनः यात्री अन्य सवारी वाहन में बैठ कर यात्रा पूरी करते है। यदि अभी पुल की मरम्मत जिला प्रशासन व सरकार नहीं कराती है तो किसी भयंकर दुर्घटना कभी हो सकती है। युवा जद यु के नेता मनान अंसारी, बरवा-बरौली के म. एस रहमान, बेलवा के म. जावेद, राजद के ओम प्रकाश तुफानी कहते हंै कि अब उस पुल पर पैदल चलना भी दुश्वार हो गया है। उस क्षेत्र के न जाने कितने मजदूर उस पुल पर जख्मी हुए है, लेकिन प्रशासन को इसकी फिक्र नहीं है। आवाम चुनाव के दौरान पण्डयी पुल के मामले को एक मुद्दा बनाएगी।
नरकटियागंज रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा जाँच, लोग भयभीत
नरकटियागंज(पच) क्षेत्र में आतंक की बयार बहने लगी है, इसके मद्देनजर जी आर पी नरकटियागंज के थानाध्यक्ष बासुदेव राय ने बताया कि एहतियात के तौर पर नरकटियागंज प्लेटफार्म व रेल परिसर के विभिन्न इलाकों की जाँच मेटल डिटेक्टर से की गयी। इस जाँच के दौरान थानाध्यक्ष श्री राय के अलावे रमाशिष पासवान उल्लेखनीय है कि रक्सौल रेलवे स्टेशन को आतंकियों के निशाने पर होने की खबर खुफिया जानकारी के अनुसार है। ऐसा समझा जाता है कि नरकटियागंज भी उनके लिए साॅफ्ट टारगेट हो सकता है। क्योंकि अनुमण्डल के कई ऐसे इलाके है, जहाँ भारत-नेपाल की खुली सीमा पर कोई जाँच चैकी नहीं है। सूत्र बताते है कि विगत दिनों सीमावर्ती इलाका होकर आतंकियों की एक टीम ने पश्चिम चम्पारण में प्रवेश किया है। जिसके कारण जिला समेत नरकटियागंज अंनुमण्डल के कई इलाके आतंकी निशाने पर हो सकते है। इस खबर से क्षेत्र के लोगो में अज्ञात भय घर कर गया है।
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