चंपारण (बिहार) की खबर (06 नवम्बर) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 6 नवंबर 2013

चंपारण (बिहार) की खबर (06 नवम्बर)

सिविल सर्जन पर अनियमिमता व भ्रष्टाचार का आरोप

नरकटियागंज (प.च.) ।  पश्चिम चम्पारण के सिविल सर्जन डा. गोपाल कृष्ण पर अनियमिमता व भ्रष्टाचार का गम्भीर आरोप लगाते हुए राजद के वरीय जिलाउपाध्यक्ष डा. राम प्रकाश कुशवाहा ने  प्रशासन से उच्च स्तरीय जाँच की मांग किया है। उन्होने बताया कि सिविल सर्जन प.चम्पारण अब तक के भ्रष्टतम् सिविल सर्जन साबित हो रहे है। उनका कार्यालय भीषण लूट-खसोट उच्चाधिकारियो के आदेशो की खुली अवहेलना, कर्मचारियो के शोषण दोहन के अड्डे में परिणत करने में अपनी अग्रणी भूमिका निभा रहा है। जिसके कारण पूरे जिले के कर्मवारी उनके शोषण-दोहन स्व आतंक की आग में धूं-धूं कर जल रहे हैं। उा. कुशवाहा की माने तो डज्ञ. गोपाल कृष्ण अपने-आप को मजबुत खुअे से बंधे होने का दम्म भरते हुए कर्मचारियो के अनियमित निलम्बन स्थानान्तरण, वेतन अवरोध में गम्भीर रूप से संलिप्त है। मुख्य सचिव बिहार पटना के पत्रांक 6902 दिनांक 04.06.87 जो जिला स्थापना उप समहार्ता बेतिया के ज्ञापांक 1134 खा दिनांक 27.08.87 के द्वारा इस जिले के सभी विभाग के कार्यधीन प्रधानो को अनुपालनार्थ संसुचित है। की कंडिका 1 से 9 में अंकित निदेशो के विपरित बिना कारण पृक्षा प्रापत किये बिना विहित प्रक्रिया अपनाए कर्मचारियो का निलम्बन-बिलम्ब अवधि में अमानवीस ढ़ग से सुदुरवर्ती प्रखण्डो में मुख्यलय का निर्धारण एवं बिना विहित प्रक्रिया अपनाए निलम्बन अवधि के वेतन केअवरोध एवं दण्ड तथा आर्थिक लेन-देन के तहत निलम्बन की वापसी इनकी दिनचार्या में शामिल है। डज्ञ कुशवाहा ने बताया कि सिविल सर्जन प.चम्पारण द्वारा माह जुन 12 में लिपिक, ए.एन.एम पुरूष प.क. कार्यरत कर डा. मोहम्मद मुसताक, आडीडी स्वास्थ्य तिरहुत प्रमण्डल मुजफ्फरपुर की सांठ-गांठ से आर्थिक लेन-देन के आधार पर उक्त सम्पर्ग के 90 प्रतिशत कर्मियों को पुनः पूर्व पदस्थापित स्थान पर ही जुन 13 एवं जुलाई 13 मेंवापस कर स्थानान्तरण। पदस्थापन की प्रक्रिया का माखौल उड़ायार गया है जो स्थानान्तरण, पदस्थापन की संचिका की गहन जांच से प्रमाणित होगा। विदित हो कि निदेयशक प्रमुख स्वस्थ्स सेवाएं बिहार पटना के पत्रांक 1553 (4) दिनाक 26.08.11 के द्वारा संसुचित प्रधान सचिव स्वज्ञस्थ्य विभाग बिहार पटना के पत्रांक 1485 (4) दिनांक 16.08.11 की कंडिका 1, 2 एवं उनके द्वारा रामाशीष बैठा लपिक को एमएसडी दवा घोटाले के आरोप में निलम्बन से मुक्ति के पश्चात् क्रमशः निन्दन, संचयात्मक प्रभाव से दो वेतन वृद्धि पर रोक एवं निलम्बन अवधि में जीवन निर्वाहन भत्ते के अतिरिक्त कुछ भी देय नही की सजा दी गई थी किन्तु डज्ञ. कृष्ण के द्वारा इन तमाम तथ्यो की अवहेलना कर रामशीष बैठा को वापस प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से सिविल सर्जन कार्यालय बेतिया में स्थानान्तरित करने के पश्चात् पुनः एमएसडी दवा घोटाला के आरोप में बगहा-1 वापस कर पुनः प्रा.स्वा.केन्द्र मैनाटाड में स्थानान्तरित कर दिया और पुनः अपने कार्यालय में प्रतिनिक्त कर बैठा से दवा क्रय की संचिका का प्रभार दे दिया गया है। इतना ही नही निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य सेवाएं बिहार राज्य के पत्रांक 958(4)दिनांक 31 5 2013 की कण्डिका 6 में यह स्पष्ट कर दिया गया है कि किसी भी परिस्थिति में किसी कर्मी की पदस्थापना पुनः कार्यालय में नहीं किया जाए। पलट इसके सिविल सर्जन कार्यालय बेतिया द्वारा कथित फर्जी नियुक्ति एवं दवा घोटाला के आरोप में आरडीडी मुजफ्फरपुर के आदेश से सिविल सर्जन कार्यालय बेतिया से माह जून 12 मंे कुमार शंभूशरण सिंह, लिपिक को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गौनाहा के अतिरिक्त स्वास्थ्य केन्द्र लक्षनौता में स्थानान्तरण के उपरान्त पुनः सिविल सर्जन कार्यालय में प्रतिनियुक्त कर उच्चाधिकारियों के आदेश का माखौल उड़ाया जा रहा है। श्री कुशवाहा ने यह भी बताया कि अपनी शक्तियों का दुरूपयोग कर सिविल सर्जन फरवरी 13 में सीएस कार्यालय में योगदान देने वाले आशुटंकक मनोज कुमार शाही एवं विशेष कृपा प्राप्त सलमा संतोषी एएनएम आर को विगत डेढ वर्ष से बिना कार्य आवंटन  एवं बिना कार्य संपादित कराये प्रतिमाह नियमित रूप से वेतन/मानदेय का भुगतान कर सरकारी राजस्व को चुना लगाने का काम कर रहे है। गौरतलब है कि डाॅ. गोपालकृष्ण द्वारा कर्मचारियों के एसीएसी/हस्तांतरित एसीपी के मामले को वर्षो से लटकाकर उन्हे आर्थिक क्षति पहुंचाई जा रहीे है। उपर्युक्त पदाधिकारी द्वारा निहित स्वार्थवश संकल्प संख्या 242दिनांक 12 फरवरी08 एवं अनुवर्ती पत्रांक 786प दिनांक 11 जून 2008 के निहित निर्देशों के विपरीत कर्मचारियों के सामान्य भविष्य निधि से विभिन्न प्रावधानो हेतु अप्रत्ययर्परणीय अग्रीम निकासी के आवेदन पत्रो को टोकरी में फेंक कर सरकारी आदेशो की धज्ज्यिाँ उड़ाते हुए कर्मचारियों को आर्थिक व मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जा रहा है। क्या वर्तमान डीएम बेतिया अभय कुमार सिंह मामले की जाँच कराकर दोषी लोगो को दण्डित कराकर अपनी प्रशासनिक सूझबूझ का परिचय देना चाहेेंगे। यह यक्ष प्रश्न आम लोगों व विभागीय कर्मियों के दिल वो दिमाग में गूंज रहा है। गौरतलब है कि डाॅ रामप्रकाश कुशवाहा के ऐतिहासिक जनहित याचिका सीडब्लूजेसी 4036/99 के तहत जिला के अन्तर्गत 20 वर्ष से पदस्थापित चिकित्सकों के तबादला का आदेश माननीय उच्च न्यायालय पटना ने दिया था। इस संबंध में जब सिविल सर्जन के मोबाईल सं. 94700032201 सम्पर्क किया गया तो मोबाईल स्वीच आॅफ था इस लिए उनका पक्ष नही मिल पाया है।

एक व्यक्ति की शव मिलने से सनसनी (बेतिया-01)

narkatiaganj news
नरकटियागंज (प.च.) ।  बेतिया  नगर थाना क्षेत्र अन्तर्गत एक व्यक्ति का शव मिलने से सनसनी फैल गई है। मिली जनकारी के अनुसार नगर के गुधवार की सुबह नगर के कमलनाथ नगर स्थित शिवनाथ प्रसाद के घर के पिछे से पुलिस ने एक युवक का शव बरामद किया है। जिसके शरीर जख्म के कई निशान पाये गये हैं। शव की पहचान स्थालीय राज गुरू चैक निवासी सुरज पटेल 50 वर्ष पिता स्व सहदेव पटेल के रूप में की गई है। पुलिस ने शव को मे ले एमजेके अस्पताल में पोसट मार्टम करार कर शव को परिजनों को सौप दिया है। पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है।

मूर्ति चोरी

नरकटियागंज (प.च.) ।  मझौलिया थाना क्षेत्र के रतनमाला पंचायत स्थित प्रसिद्ध गढ़ीमाई मंदिर से  अज्ञात चोरो ने गढ़ी माई की मर्ति, गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति, माँ दुर्गा की ममर्ति, माँ काली की मूर्ति आदि शामिल है। चोरी गई मूर्तियो की संख्या 10 बताई जाती है। जिसमें सात पीतल की तथा तीन अष्ठधातु की मूर्तियों है। जिनकी कीमत लगभग साठ लाख बताई जाती है। इस संबंध में थानाध्यक्ष हिमान्शु कुमार सिंह ने बताया कि मंदिर का ग्रील काट कर चोरो ने चोरी की है। मंदिर के आस-पास पिलास व पेचकस फेंका हुआ पाया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। पुजारी प्रेमचन्द्र ने चोरी की सूचना पुलिस को दी थी।

इन्दिरा आवास मामले में बीडीओ जायेगे जेल

नरकटियागंज (प.च.) । आर्थिक अपराध इकाई के आईजी प्रवीण वशिष्ठ ने मझौलिया प्रखण्ड के बहुअरवा पंचायत के इन्द्राराअवास सूची में हेरा-फरी को लेकर तत्कालीन बीडीओ दीनेश कुमार को गिरफ्तार करने का आदेश जारी कर दिया है। इस मामले में बीडीओ दीनेश कुमार, पंचायत साचिव पारस साह, लिपिक रवि कुमार तथा मुखिया अर्चना  श्रीवास्तव, को दोषी पाया गया है। इधर पंचायत सचिव, लिपिक तथा मुखिया ने पूर्व में ही जमानत ले ली है।

कोई टिप्पणी नहीं: