भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के छत्तीसगढ़ प्रदेशाध्यक्ष रामसेवक पैकरा ने कांग्रेस के घोषणा-पत्र को झूठ का पुलिंदा बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के यह पुरानी आदत है कि वह सत्ता में आने के लिए जनता से झूठे वादे करती रही है। लेकिन जनता अब कांग्रेस को खूब पहचान चुकी है और वह उसके जाल में नहीं फंसने वाली है। पैकरा ने कहा कि कांग्रेस ने स्वतंत्रता के बाद से आज तक अपने घोषणा-पत्र में जितनी भी घोषणाएं की हैं, मात्र 20 प्रतिशत घोषणाएं उन्होंने पूरी की हैं, शेष घोषणाओं को उन्होंने रद्दी की टोकरी में फेंक दिया है।
कांग्रेस के घोषणा-पत्र पर कटाक्ष करते हुए मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेसी इतने बढ़-चढ़कर वादे इसलिए कर रहे हैं कि उन्हें मालूम है कि वे उनकी सत्ता में वापसी असंभव है, इसलिए झूठे वादे करने से उन्हें कोई परहेज नहीं है और वैसे भी झूठे वादे करना तो करना तो कांग्रेस की पुरानी आदत और फितरत दोनों है। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस धान का समर्थन मूल्य 2 हजार करने की बात कर रही है, जबकि यह मूल्य केंद्र घोषित करता है तथा इसके लिए इन्होंने केंद्र से इजाजत नहीं ली है।
वहीं, रामविचार नेताम ने कहा कि कांग्रेस द्वारा विधान परिषद के गठन की घोषणा अपने बागियों को लॉलीपाप देने जैसा है। यदि कांग्रेस इस मामले में गंभीर थी तो उसने इतने वर्षों तक सत्ता में रहने के बावजूद 320 सीटों वाले मध्यप्रदेश में विधान परिषद की घोषणा क्यों नहीं की। भाजपा प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने ने कहा कि जिस तरह कोई ठग 10-20 रुपये सड़क पर गिराकर आपका ध्यान भंग करते हैं और आपकी जेब का सारा रुपया खींच ले जाते हैं। उसी तरह कांग्रेस अपने घोषणा-पत्र के माध्यम से ठगी की कोशिश करती रही है।
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