रेप के आरोप से घिरे तहलका के पूर्व संपादक तरुण तेजपाल जेल जाएंगे या उन्हें बेल मिलेगी, इसका फैसला 4.30 बजे आएगा। अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई पूरी हो गई है। डिस्ट्रिक्ट एवं सेशन जज अनुजा प्रभु देसाई ने फैसला शाम 4.30 बजे तक के लिए सुरक्षित रखा है। प्रॉसिक्यूशन ने तेजपाल के लिए 14 दिन की कस्टडी मांगी है।
तेजपाल के वकील ने कहा है कि वह हर शर्त मानने के लिए तैयार हैं इसलिए उनके क्लाइंट को जेल भेजने की जरूरत नहीं है। सरकारी पक्ष की दलील है कि तेजपाल गिरगिट की तरह रंग बदल रहे हैं इसलिए उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता।
बचाव पक्ष के वकील ने दलील देते हुए तेजपाल की गिरफ्तारी को गैरजरूरी बताया। उन्होंने कहा कि इस मामले में तेजपाल की गिरफ्तारी आखिरी विकल्प ही होना चाहिए। वकील ने कहा कि तेजपाल इस मामले में पुलिस का पूरा सहयोग कर रहे हैं। वह जांच में मदद के लिए गोवा आने को भी तैयार हैं। तेजपाल अपना मोबाइल नंबर दे देंगे और मुंबई (पीड़ित वहीं रहती हैं) नहीं जाएंगे। कोर्ट ने शुक्रवार को सुनवाई टालते हुए गिरफ्तारी पर शनिवार सुबह 10 बजे तक रोक लगा दी थी।
प्रॉसिक्यूशन के वकील ने तेजपाल पर लगे आरोपों को गंभीर अपराध बताते हुए तेजपाल को 14 दिन की कस्टडी में देने की मांग की। वकील ने कहा कि तेजपाल लगातार अपना बयान बदल रहे हैं, जबकि विक्टिम अपने बयान पर कायम है। उसका पहला और आखिरी बयान एक जैसा है। यही नहीं लिफ्ट के बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज से भी उसके बयान की पुष्टि होती है। वकील ने कहा कि तेजपाल शर्तों के साथ जांच में हिस्सा लेना चाहते हैं। कोर्ट से राहत मिलने के बाद ही वह गोवा आए हैं। इस मामले का पूरा सच सामने लाने के लिए तेजपाल की कस्टडी जरूरी है।
जमानत याचिका पर सुनवाई से ठीक पहले तरुण तेजपाल शनिवार सुबह गोवा क्राइम ब्रांच के दफ्तर गए। उन्होंने क्राइम ब्रांच के दफ्तर के बाहर कहा, 'मुझसे जांच में सहयोग के लिए कहा गया और मैंने ऐसा ही किया। मेरे वकील जो भी हमारे लिए बेहतर समझेंगे हम वही करेंगे। हम जांच में पूरा सहयोग करेंगे।' तेजपाल के वकील ने दलील दी है कि उनके मुवक्किल अपना पासपोर्ट जमा कराने को भी तैयार हैं और हर शर्त के लिए राजी हैं। इसलिए उन्हें गिरफ्तार करने की जरूरत नहीं है।
गौरतलब है कि तेजपाल दिल्ली में 'लुकाछिपी' के खेल के बाद शुक्रवार शाम को गोवा पहुंचे थे। गोवा पुलिस फ्लाइट से उतरने के बाद सीधे उन्हें अपने साथ ले गई थी। एयरपोर्ट के बाहर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने तेजपाल के खिलाफ प्रदर्शन किया और उस गाड़ी को रोकने की कोशिश की जिसमें पुलिस उन्हें बैठाकर ले जा रही थी।
गौरतलब है तरुण तेजपाल पर गोवा में साथी पत्रकार के यौन उत्पीड़न का आरोप है। गोवा में उन पर रेप का केस दर्ज किया गया है। गैर जमानती वॉरंट जारी होने के बाद गोवा पुलिस ने दिल्ली में उनके घर पर छापा मारा था। घर पर न मिलने के बाद रिश्तेदारों के घर पर भी छापे मारे गए थे। पुलिस के दवाब और गोवा कोर्ट से गिरफ्तारी पर अंतरिम राहत के बाद तेजपाल पहली बार सामने आए थे।
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