शकुंतला देवी पर गूगल का डूडल - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

सोमवार, 4 नवंबर 2013

शकुंतला देवी पर गूगल का डूडल


google koodle
प्रमुख सर्च इंजन गूगल ने सोमवार को भारत की प्रख्यात गणितज्ञ शकुंतला देवी पर डूडल बनाकर उन्हें सम्मानित किया। यह डूडल शकुंतला देवी के 84वें जन्म दिवस पर बनाया गया है। शकुंतला देवी मानव कंप्यूटर के नाम से विख्यात हैं। उनमें बचपन से गणित के कठिन सवालों को बिना कागज कलम के हल कर लेने की विलक्षण प्रतिभा थी। गूगल ने कैलकुलेटर फोंट और शकुंतला देवी की हंसती हुई मुखाकृति के साथ उन्हें सम्मानित किया। 

शकुंतला देवी एक गरीब परिवार में पैदा हुई थीं। उन्होंने कोई औपचारिक शिक्षा नहीं ली थी। उनके पिता सर्कस के कलाकार थे। जब शकुंतला देवी तीन वर्ष की थीं, तभी उनके पिता ने उनकी गणितीय प्रतिभा पहचान ली थी। उसके बाद उन्होंने सर्कस छोड़ कर रोड शो में उनकी संख्या याद करने की क्षमता का प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।

1977 में अमेरिका में शकुंतला देवी ने 188132517 का घनमूल निकालने में कंप्यूटर को पछाड़ दिया था।

अद्भुत गणितीय क्षमता के कारण शकुंतला देवी का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज किया गया है। उन्होंने कई किताबें लिखीं हैं, जिनमें शामिल हैं : 'फन विद नंबर्स', 'एस्ट्रॉलॉजी फॉर यू', 'पज्ल टू पज्ल यू' और 'मैथाब्लिट'।

शकुंतला देवी का जन्म चार नवंबर 1929 को बेंगलुरू में हुआ था। हाल ही में 83 वर्ष की अवस्था में हृदय और किडनी संबंधी बीमारी के कारण 21 अप्रैल 2013 को बेंगलुरू के एक अस्पताल में उनका निधन हो गया।

कोई टिप्पणी नहीं: