जयललिता ने विश्व चेस चैम्पियनशिप का उद्घाटन किया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 7 नवंबर 2013

जयललिता ने विश्व चेस चैम्पियनशिप का उद्घाटन किया


j jayalalitha
 तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने गुरुवार को कहा कि राज्य की राजधानी में विश्व चेस चैम्पियनशिप की मेजबानी से देश में खेल की लोकप्रियता को नई ऊंचाई प्रदान करेगा। जयललिता ने फिडे विश्व चैम्पियनशिप-2013 के अंतर्गत मौजूदा चैम्पियन विश्वनाथन आनंद और नार्वे के मैग्नस कार्लसन के बीच पहले मैच की घोषणा की।

जयललिता ने एक डिब्बे से आनंद की फोटो निकाली और दूसरे डिब्बे से काला टुकड़ा निकाला, जिसका आशय यह है कि आनंद पहले मैच में काले मोहरों से खेलेंगे। इस अवसर पर दोनों खिलाड़ियों के अतिरिक्त फिडे अध्यक्ष किरसन इल्यूमझीनोव, राज्य के खेल मंत्री के. वी. वीरामणि एवं अखिल भारतीय शतरंज महासंघ के अध्यक्ष जे. सी. डी. प्रभाकरण उपस्थित थे।

जयललिता ने इस अवसर पर कहा, "खेल इतिहास में इस दौर को शतरंज के स्वर्ण युग के रूप में जाना जाएगा।" उन्होंने कहा कि भारत दुनिया के इस सबसे बौद्धिक खेल का जनक रहा है। जयललिता ने कहा कि शतरंज के सबसे प्राचीन प्रचलित खेल की शुरुआत भारत में ही छठी शताब्दी में हुआ।

इस अवसर पर जयललिता ने तमिलनाडु शतरंज संघ एवं आखिल भारतीय शतरंज महासंघ के सहयोग से एक स्मारक चिह्न का भी उद्घाटन किया। फिडे के अध्यक्ष इल्यूमनिझोव ने जयललिता को इस अवसर पर फिडे की मानद सदस्यता प्रदान की।

कोई टिप्पणी नहीं: