जिले मे बनते बिगडते राजनितिक समीकरण, झाबूआ विधानसभा क्षेत्र की राजनितिक समीक्षा
झाबूआ--- जिले के तिनो विधानसभा झाबूआ, थांदला व पेटलावद क्षेत्र मे तेजी से समीकरण बदल रहे हे इन्ही बनते बिगडते समीकरण ओर राजनितिक उठापटक के चलते आदीवासी बहूल इस क्षेत्र मे दानो ही प्रमूख राजनितिक दल कांग्रेस व भाजपा मे कडी टक्कर हे जहॅा तक तिनो ही विधानसभा झाबूआ,थांदला व पेटलावद क्षेत्र की बात करे तो दोनो ही प्रमूख दलो मे से भाजपा ने अपने सभी उम्मीदवार धोसित कर दिए वही कांगे्रस मे अभितक स्थिति स्पश्ट नही हे हाला की कांग्रेस ने भी सारे प्रत्याशी धेासित किए पर टिकिट को लेकर अभीभी धमासान मचा हे जिसे लेकर जिले मे कांग्रेस का समिकरण गडबडा गया हे।
झाबूआ विधानसभा क्षेत्र की बात करे तो वर्तमान मे यहा से कांग्रेस के विधायक जेवियर मेडा हे विगत आम चूनाव मे उनको अचानक राहूल गांधी व मिनाक्षी नटराजन के सोजन्य से मिला था वर्तमान मे भी कांग्रेस ने जेवियर मेडा को ही अपना प्रत्याशी फिर से धोसित किया हे क्रिसचन समूदाय के भरोसे लाबिंग करने वाले मेडा को जिले के करिब 50 हजार धर्मपरिर्वतित आदीवासीयो के वोट बेंक का भरोसा हे बावजूद इसके क्षेत्र मे जेवियर मेडा की कोई खास पकड नही हे।
वही झाबूआ से ही कांगे्रस की एक ओर महिला प्रत्याशी कलावती भूरीया हे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की भतिजी होने के साथ ही कलावती अविभजित झाबूआ जिले की अध्यक्ष रहने के साथही जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर पिछले 13 साल से काबिज हे झाबूआ से अपनी दावेदारी जताने के बाद व उन्हे प्रत्याशी नही बनाए जाने पर निर्दलीय चूनाव लडने का फेसला किया हे जमिनी पकड रखने वाली कलावती का जिले मे खासा सर्मथन हे वही कलावती ने दो सेट मे नामांकन फार्म लिया हे सूत्रो के अनूसार वे एक आवेदन निर्दलिय व दूसरा पार्टी के नाम से भरने का मन बना चूकी हे ऐसे मे पार्टी यदी उन्हे बी फार्म देति हे तो वे पार्टी से ही मेदान मे रहेगी।पार्टी टिकट के लिए उनके व सर्मथको द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हे कूल मिला कर झाबूआ विधानसभा के लिए कांग्रेस का असमंजस अभी भी बरकरार हे स्थिति नाम वापसी के बाद ही स्पस्ट होगी।
वही भाजपा ने झाबूआ विधानसभा सिट के लिए अपना प्रत्याशी एक दम नया चेहरा शान्ती लाल बिलवाल को बनाया हे लेकिन क्षेत्र वसीयो के लिए यह अनजान नही हे बिलवाल के प्रत्याशी बनाए जाने से कार्यकर्ताओ मे हर्स हे पार्टी मे बिलवाल मिलनसार कर्मठ व योग्य अविवादीत नेता माने जाते हे सभी गूटो से उनका नाता हे जमीनी व जातिगत वोट मे उनकी पकड सहर से लेकर ग्रामिण अंचल तक मे हे कलावती कि बगावत के बाद उनके जितने के पूरे आसार हे ।वही अगर कलावती को कांगेस पार्टी का टिकट मिलता हे तो भोपाल जाने के लिए बिलवाल की राह आसन नही हे।
फोटो-1-सूश्री कलावती भूरीया।
फोटो-2- जेवियर मेडा।
फोटो-3-शांतिलाल बिलवाल।
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