जिले मे बनते बिगडते राजनितिक समीकरण की समीक्षा
- जिले मे कांग्रेस हूई नेतृतव विहीन
झाबूआ--- जिले के तिनो विधानसभा झाबूआ, थांदला व पेटलावद क्षेत्र मे तेजी से समीकरण बदल रहे हे इन्ही बनते बिगडते समीकरण ओर राजनितिक उठापटक के चलते आदीवासी बहूल इस क्षेत्र मे दानो ही प्रमूख राजनितिक दल कांग्रेस व भाजपा मे कडी टक्कर हे दोनो ही दलो ने तिनो निर्वाचन क्षेत्र से अपने सभी उम्मीदवार धोशित कर दिए। वही पार्टी का टिकट न मिलने पर दोनो ही दलो के महात्वाकांक्षी नेताओ ने बगावत कर निर्दलिय के रूप मे अपना अपना नामांकन दाखील किया हे जिससे कांग्रेस का समिकरण गडबडा गया हे ओर उस की हालत नेतृत्व विहीन हो गई हे।
ग्ूारूवार को नामनिर्देश पत्र जमा कराने के बाद जिले के राजनितिक दलो की स्थिति अब स्पश्ट होने लगी हे जिले की तिनो विधानसभा मे नामांकन दाखील करने के पश्चात भाजपा को नूकसान कम हे भाजपा मे एक मात्र थांदला क्षेत्र के विधायक कलसिह भाबर ने बगावत कर निर्दलिय के रूप मे अपना नामांकन दाखील किया वही कांग्रेस का हालत पतली हो कर नेतृत्व विहीन की हो गई हे। कांग्रेस को झाबूआ ओर थांदला दो विधानसभा क्षेत्र मे बागीयो का सामना करना पड रहा हे। कांग्रेस ने थांदला विधानसभा मे अपने टिकट वितरण मे फेर बदल करते हूए वर्तमान विधायक को टिकट न देते हूए जिला पंचायत के सदस्य गेंदाल डामोर को अपना प्रत्याशी धोशित किया हे जिस के बाद वर्तमान विधायक विरसिह भूरीया ने अपने समर्थको के साथ दोपहर को निर्दलिय रूप मे अपना नामांकन दाखील किया
वही जिले की कांग्रेस नेत्री पूर्व जिलाध्यक्ष प्रदेश सचिव व गत 13 वर्शो से जिला पचंायत अध्यक्ष कलावती भूरीया ने अपने समर्थको सहीत पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्याग पत्र देते हूए निर्दलिय प्रत्याशी के रूप मे अपना नामांकन दाखील किया हे कलावती भूरीया के त्याग पत्र के बाद कांग्रेस के जिला अध्यक्ष सूरेस चंद्र जेन उर्फ पप्पू भय्या ने भी पार्टी के अध्यक्ष पद से त्याग पत्र देदीया। इन तमाम त्याग पत्रो के कारण जिले की राजनितिक बाजार अचानक गरम हो गया जनता व नेता अलग अलग अपने अभिमत दे रहे के वही जिले मे कांग्रेस नेतृत्व विहिन होगई हे। गूरूवार को जिले भर मे कांग्रेस प्रत्याशीयो द्वारा नामांकन दाखील करते वक्त कांग्रेस को कोंई भी बडा नेता किसी भी अभ्यार्थी के साथ मोजूद नही था। कूल मिला कर वर्तमान स्थिति पर गोर करे तो जिले मे आज कांग्रेस हाशीए पर आगई हे जिस का लाभ भाजपा को मिलना तय हे ऐसे मे किसी बडे उलट फेर से ईनकार नही किया जासकता हे वही भाजपा के एक मात्र बागी थांदला विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक कलसिह भाबर के बागी होकर निर्दलिय चूनाव लडने से थांदला मे भाजपा को नूकसान हे लेकीन कांग्रेस द्वारा धोशीत प्रत्याशी गेंदाल डामोर के सामने आने से कमजोर प्रत्याशी का लाभ भाजपा के प्रत्याशी गोरसिह वसूनिया को मिलेगा। फिर भी किसी भी परिणाम के बारे कहना भविश्य के गर्त की बात हे। अस्तू परिणाम की प्रतिक्षा किजिए।
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