गया। बिहार विधान सभा के अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी शनिवार को देशभर से आये महिला किसानों का आह्वान किया कि आप अंधविश्वास को त्यागकर आगे बढ़े। अंधविश्वास के डगर से निकल कर खुद और परिवार के अपने बच्चों को शिक्षित करें।
गैर सरकारी संस्था ऑक्सफैम इंडिया के द्वारा राज्यभर की महिलाओं को संगठित करके महिला किसानों की पहचान और सम्मान दिलवाने की दिशा में कार्यशील हैं। बिहार विधान सभा के अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने आगे कहा कि आरंभ में खेतिहर भूमिहीनों,खेतिहर मजदूर और बंधुआ मजदूरों की समस्याओं को लेकर आंदोलन और चर्चा किया करते थे। इसके बाद बटाईदारों को लेकर काफी लड़ाई की गयी। अब महिला किसानों को और उनकी मांग को लेकर संघर्षशील हैं। उन्होंने भोजपुरी और हिन्दी में संभाषण कर ग्रामीण महिलाओं को समझाने का प्रयास किया। स्पष्ट तौर पर कहा कि अगर आपके बीच में एकता होती है और एकता के बल पर संगठित होकर आवास बुलंद करते हैं। तब भी सरकार भी शक्ति के बल भी भक्ति करेंगी। अगर ऐसा नहीं होता है तो हम भी दोषी होंगे। आगे कहा कि आज भी भारत में दो तरह की नागरिकता बरकरार है। आजादी के 66 साल के बाद नम्बर एक श्रेणी के नागरिकता प्राप्त करने वाले लोग मिनिरल वाटर पी रहे हैं। वहीं नम्बर दो श्रेणी के नागरिकता वाले लोग गड्डा,पोखरा,कुआं आदि के गंदे पानी पीने को बाध्य हैं। उसी तरह कोई 12 सौ करोड़ के मकान में रहते हैं तो कोई सुअर के बखोरनुमा झोपड़ी में रहने को बाध्य हैं।
इस अवसर पर ऑक्सफैम इंडिया के द्वारा महिला किसानों के ऊपर थीम सॉग तैयार किया गया है। ‘आधी आबादी को पूरा मान चाहिए,हर भागीदारी की एक पहचान चाहिए’। नामक गीत का सीडी का विमोचन किया। इस अवसर पर एक्शन एड के क्षेत्री प्रबंधक,विनय ओहदार, एकता परिषद के राष्ट्रीय समन्वयक प्रदीप प्रियदर्शी, गया में कार्यशील संस्था प्रयास ग्रामीण विकास समिति के सचिव कपिलेश्वर राम, महिला सामाख्या की नेत्री पुष्पा लकड़ा, सेन्टर फॉ, सेन्टर फॉर वर्ल्ड सोलिडरिटी के अयज कुमार आदि ने भी महिला किसानों को संबोधित किया। इसके पहले ऑक्सफैम इंडिया के क्षेत्रीय प्रबंधक प्रविन्द कुमार प्रवीण ने आग अतिथियों का स्वागत किया।
आलोक कुमार
बिहार
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