तालिबान ने अपने मुखिया हकीमुल्ला महसूद की शुक्रवार को अमेरिकी ड्रोन हमले में हुई मौत के लिए पाकिस्तान सरकार को जिम्मेदार ठहराया है और कहा है कि कठपुतली सरकार से कोई शांति वार्ता नहीं की जाएगी। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के प्रवक्ता शाहिदुल्ला शाहिद ने रविवार को कहा, "सभी पक्षों की सलाह पर सर्वसम्मति से यह फैसला किया गया है कि हम सरकार से बातचीत नहीं करेंगे। यह अमेरिका की कठपुतली सरकार है और इसने शांति वार्ता के नाम पर हमारे साथ धोखा किया है।" प्रवक्ता ने कहा कि हकीमुल्ला की मौत ने साबित किया है कि सरकार शांति वार्ता के लिए गंभीर नहीं है।
उन्होंने कहा, "हम नहीं चाहते थे कि निर्दोष पाकिस्तानियों को और मुश्किलें झेलनी पड़ें और इसलिए सरकार से बातचीत का फैसला किया। लेकिन सरकार ने अमेरिका की मदद से हकीमुल्ला को मार डाला, और यह साबित किया कि शासकों में थोड़ी-सी भी ईमानदारी नहीं है। यह शांति वार्ता को लेकर न तो ईमानदार और न ही गंभीर है।" शाहिद ने कहा, "हम कठिन दौर से गुजर रहे हैं और हम अभी भी दुख में हैं। इस वजह से हम उनके स्थान पर किसी को नहीं चुन सकते।"
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