चार दिनों का महापर्व छठ पूजा बुधवार को नहाय खाय के साथ शुरू हुआ. बृहस्पतिवार को खरना है. शाम को व्रती खरना का प्रसाद ग्रहण करने के बाद निर्जला उपवास पर चले जाएंगे. शुक्रवार शाम डूबते सूरज और शनिवार सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद प्रसाद ग्रहण कर श्रद्धालु व्रत समाप्त करेंगे.
सूर्यदेव की उपासना के इस महापर्व को मनाने के लिए इस बार छठ घाटों पर 30 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना छठ पूजा आयोजन समितियां जता रही हैं. सबसे ज्यादा भीड़ यमुना किनारे बने घाटों पर पहुंचेगी. आईटीओ के पास यमुना किनारे बने छठ घाट पर सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है. बृहस्पतिवार तक यह घाट पूरी तरह से सीसीटीवी कैमरों से लैस हो जाएगा. घाट की सुरक्षा में कुल आठ कैमरे लगाए जाएंगे. कुदेसिया घाट की साफ सफाई भी हो चुकी है. फिलहाल यहां रोशनी की व्यवस्था की जा रही है. वजीराबाद पश्चिमी तट (सिविल लाइन) व पूर्वी तट (सीलमपुर) परभी छठ पूजा की तैयारियां अंतिम दौर में हैं.
भलस्वा झील, राजीव कैम्प, पंटूल पुल, सोनिया विहार व भैरो मार्ग आदि पर भी छठ घाटों की साफ-सफाई से लेकर सुरक्षा व्यवस्था आदि आखिरी चरण में है. कुछ घाटों की अभी पूरी सफाई नहीं हुई है, लेकिन जिस तेजी के साथ इन घाटों की सफाई की जा रही है, उससे पूजा आयोजन समितियों को उम्मीद है कि बृहस्पतिवार सुबह तक घाट पूरी तरह से साफ हो जाएंगे.
छठ पूजा समिति के महामंत्री ठाकुर जगदीश सिंह ने बताया कि बुधवार सारी रात घाटों की साफ-सफाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार की ओर से सभी प्रमुख घाटों पर बृहस्पतिवार तक सभी व्यवस्था पूरी कर ली जाएगी. कुछ इलाकों में स्थाई कृत्रिम घाट बने हैं, उनकी भी साफ-सफाई पूरी हो चुकी है. जिन इलाकों में गड्ढा खोदकर कृत्रिम घाट बनाया जाता है, उन इलाकों में भी बुधवार को कृत्रिम घाट बना लिया गया. उनमें बृहस्पतिवार शाम तक पानी भरा जाएगा.
सीमापुरी छठ पूजा आयोजन समिति के महासचिव सुनील झा के अनुसार सीमापुरी और इसके आसपास हजारों की संख्या में पूर्वाचल के लोग हैं. उनके लिए पुरानी सीमापुरी में कृत्रिम घाट बनाया गया है, जिसमें बुधवार से पानी भरने का काम शुरू हो गया है. फ्रीडम फाइटर एन्क्लेव में भी छठ पूजा करने वालों के लिए कृत्रिम घाट बनाया गया है. भोजपुरी समाज से जुड़े संजीव त्रिपाठी ने बताया कि इस घाट पर आसपास के हजारों की संख्या में पूर्वाचल के लोग पूजा करने आते है.
पूर्वी दिल्ली में भी छठ पूजा को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं. यहां घाटों की सुरक्षा को लेकर पुलिस ने व्यापक इंतजाम किए गए हैं. पूर्वी जिले में करीब 18 प्रमुख घाटों पर और उत्तर-पूर्वी जिले में करीब डेढ़ दर्जन छोटे बड़े घाटों पर पूजा अर्चना की जाएगी. पूर्वी जिला छठ समितियों के पदाधिकारियों ने बुधवार को पुलिस उपायुक्त अजय कुमार के साथ बैठक कर घाटों पर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था करने की मांग की. अजय कुमार ने उन्हें पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने का आासन दिया है. उन्होंने कहा कि जिला पुलिस के अलावा अतिरिक्त पुलिस बल की भी घाटों पर तैनाती की जाएगी.
सभी प्रमुख घाटों पर टेंट लगाने का काम पूरा हो चुका है. रोशनी लगाने का काम भी जोर-शोर से जारी है. बृहस्पतिवार तक सभी प्रमुख 72 घाटों पर सीसीटीवी कैमरे भी लग जाएंगे. घाटों की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए बेरिकेडिंग का काम भी पूरा किया जा चुका है. यमुना किनारे स्थित घाटों पर मोटरबोट पहुंच चुके हैं और नदी में सुरक्षित गहराई तक बाड़ लगा दिया गया है. दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में कृत्रिम तलाब बनाने का काम भी लगभग पूरा हो चुका है. बृहस्पतिवार को इन तालाबों में पानी भरा जाएगा.
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