बिहार के अररिया जिला के दो गांवों में कथित इंसेफलाइटिस का कहर रुकने का नाम नहीं ले रहा है। अररिया के सदर अस्पताल में सोमवार को इस बीमारी से पीड़ित दो और बच्चों की मौत हो गई, जिससे पिछले एक सप्ताह में इस बीमारी से मरने वालों बच्चों की संख्या सात तक पहुंच गई। अररिया के सिविल सर्जन विमलकांत ठाकुर कहते हैं कि संक्रमण के कारण बच्चों की मौत हुई है। वायरस के वजह से संक्रमण हुआ और इसका असर दिमाग में चला गया। इसके बाद वायरस सांस को बंद करना प्रारंभ कर देता है, जिससे मरीज की मौत हो जा रही है।
उन्होंने बताया कि सोमवार को दो और बच्चों की मौत अस्पताल में हुई है। उन्होंने बताया कि पीड़ित सात बच्चों को सदर अस्पताल में अभी इलाज चल रहा है। अररिया जिला के एक अधिकारी के अनुसार, सभी पीड़ित बच्चे बेलवा पंचायत के मुड़बल्ला और मोहब्बत गांव के रहने वाले हैं। ग्रामीणों के मुताबिक, पीड़ित पहले उल्टी और दस्त के साथ पेट में दर्द होने की शिकायत करते हैं, फिर उनकी स्थिति बिगड़ने लगती है।
अररिया सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉ़ मोइज अहमद ने कहा कि बच्चों की मौत इंसेफलाइटिस की वजह से हुई है। उन्होंने बताया कि पिछले सप्ताह पटना से स्वास्थ्य विभाग का एक दल प्रभावित पंचायत के गांवों का दौरा किया था तथा पीड़ित बच्चों के रक्त के नमूने लेकर गया है।
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