आम आदमी पार्टी (आप) का जनमत संग्रह शुरू हो गया है। 'आप' ने दिल्ली में सरकार बनाने के लिए जनता की राय मांगी है। शुरुआती चार घंटे में तीन लाख लोगों की राय मिली है। इनमें एसएमएस से दो लाख जबकि फेसबुक पर 50 हजार लोगों की राय मिली है। 50 हजार लोगों ने फोन के जरिये अपनी राय जाहिर की है। जनमत संग्रह रविवार तक चलेगा। लोगों की राय के आधार पर 'आप' सोमवार को फैसला करेगी कि दिल्ली में सरकार बनाई जाए या नहीं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में परचम लहराने वाली 'आप' लोकसभा चुनाव के लिए जोरदार तैयारी कर रही है। हालांकि, राजनीतिक विश्लेषक 2014 चुनाव में आप की संभावनाओं पर यह कहकर सवाल उठा रहे हैं कि आप के पास संगठन नहीं है, लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि जनवरी 2012 में राजनीति में आने का एलान करने वाली आम आदमी पार्टी ने बहुत कम वक्त में 22 राज्यों में नेटवर्क खड़ा कर लिया है। इन 22 में आधे से ज्यादा राज्यों में तो पार्टी ने कई जगहों पर बड़े कार्यालय स्थापित कर लिए हैं। इतना ही नहीं, इस बार के लोकसभा चुनाव में 12 करोड़ नए मतदाताओं पर पार्टी की नजर हैं। आप नए मतदाताओं को लुभाने के लिए सोशल मीडिया कैंपेन पर भरोसा कर रही है। सोशल मीडिया के जरिए पार्टी दिल्ली में सफलता अर्जित कर चुकी है।
आम आदमी पार्टी अभी तक 12.5 लाख वॉलंटियर्स बना चुकी है। महत्वपूर्ण बात यह है कि जिन राज्यों में आप ने यह नेटवर्क खड़ा किया है, उनमें से कई राज्यों में तो पार्टी अभी तक रजिस्टर्ड भी नहीं हुई है। दिल्ली विस चुनाव के परिणाम आने के दिन के भीतर पार्टी के साथ 1 लाख नए लोग जुड़ गए। दिल्ली के चुनाव परिणाम आने के बाद पूरे देश में आप के साथ जुड़ने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है और पार्टी दिल्ली के बाहर अपनी ताकत बढ़ाने के लिए जोर-शोर से अभियान चला रही है।
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