भाजपा वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने साफ कह दिया है कि वह अभी राजनीति से संन्यास लेने वाले नहीं हैं. आडवाणी ने एक समाचार को साक्षात्कार में बताया, 'मैं अभी राजनीति से संन्यास नहीं लूंगा. उन्होंने साफ कर दिया है आगामी लोकसभा चुनाव में वह अपने ही चुनावी क्षेत्र गांधीनगर से चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि उन्हें कोई चुनाव लड़ने से मना नहीं किया है.'
भाजपा की ओर से नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद के लिए उम्मीदवार बनाये जाने के बाद से आडवाणी की राजनीति खत्म मानी जा रही थी, लेकिन आडवाणी ने इससे संशय हटाते हुए साफ कर दिया है कि वह अभी राजनीति छोड़ने वाले नहीं हैं. उन्होंने मंगलवार को अपनी तीन किताबों के विमोचन पर कहा था, ‘अपने अंदर की आवाज सुनो. खाना कम खाओ और ये कभी मत सोचो कि तुम बूढ़े हो गए हो.’ आडवाणी के ब्लॉग पोस्ट का संकलन में अंग्रेजी की किताब का शीर्षक है ‘माई टेक’ और हिंदी की किताबों के नाम हैं ‘राष्ट्र सर्वोपरि’ और ‘दृष्टिकोण’.
86 साल के आडवाणी ने कहा कि मुझे अपने जीवन के मायने और खुशी दोनों मिल गए हैं. वह बोले कि आलोचनाओं ने भी मुझे आगे बढ़ने में मदद की है. गौरतलब है कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भी भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी की अहमियत समझाते हुए चेतावनी दी थी और कहा, आडवाणी के जाने से पार्टी तबाह हो सकती है.
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